启示录 10 – CCB & HCV

Chinese Contemporary Bible 2022 (Simplified)

启示录 10:1-11

天使与小书卷

1我看见另一位大能天使从天而降。他身披云霞,头顶彩虹,脸如太阳,双腿如火柱, 2手中拿着一卷打开了的小书卷,右脚踏在海中,左脚踏在地上。 3他大声呼喊,声如狮吼,呼喊之后有七声雷鸣。 4我正要将雷鸣的意思记录下来,就听见天上有声音说:“你要封住七声雷鸣所说的事,别写下来。”

5我刚才所见的那位脚踏海洋和陆地的天使向天举起右手, 6凭着活到永永远远、创造天地海洋和其中一切的上帝起誓说:“必不再耽延了。 7等第七位天使吹响号角时,上帝奥秘的计划就实现了,正如上帝向祂的奴仆——众先知所宣告的。”

8先前从天上对我说话的声音又吩咐我:“你去,从那位脚踏海洋陆地的天使手中把展开的小书卷拿来。”

9于是,我走到天使面前,请他将小书卷给我。他对我说:“拿去吃了。你的腹中会感到苦涩,可是你口中会觉得甘甜如蜜。”10:9 以西结书3:3 10我就从天使手中接过小书卷,吃了,口中果然甘甜如蜜,吃完后腹中觉得苦涩。 11那天使又对我说:“你必要再对许多民族、国家、语言族群和君王说预言。”

Hindi Contemporary Version

प्रकाशन 10:1-11

निकट आता अंतिम दंड

1तब मुझे स्वर्ग से उतरता हुआ एक दूसरा शक्तिशाली स्वर्गदूत दिखाई दिया, जिसने बादल को कपड़ों के समान धारण किया हुआ था, उसके सिर के ऊपर सात रंगों का मेघधनुष था, उसका चेहरा सूर्य सा तथा पैर आग के खंभे के समान थे. 2उसके हाथ में एक छोटी पुस्तिका खुली हुई थी. उसने अपना दायां पांव समुद्र पर तथा बायां भूमि पर रखा. 3वह ऊंचे शब्द में सिंह गर्जन जैसे पुकार उठा. उसके पुकारने पर सात बादलों के गर्जन भी पुकार उठे. 4जब सात बादलों के गर्जन बोल चुके, मैं लिखने के लिए तैयार हुआ ही था; पर मैंने स्वर्ग से यह आवाज सुनी, “जो कुछ सात बादलों के गर्जन ने कहा है, उसे लिखो मत परंतु मुहरबंद कर दो.”

5तब उस स्वर्गदूत ने, जिसे मैंने समुद्र तथा भूमि पर खड़े हुए देखा था, अपना दायां हाथ स्वर्ग की ओर उठाया 6और उसने उनकी, जो हमेशा के लिए जीवित हैं, जिन्होंने स्वर्ग और उसमें बसी सब वस्तुओं को, पृथ्वी तथा उसमें बसी सब वस्तुओं को तथा समुद्र तथा उसमें बसी सब वस्तुओं को बनाया है, शपथ खाते हुए यह कहा: “अब और देर न होगी. 7उस समय, जब सातवां स्वर्गदूत तुरही फूंकेगा, परमेश्वर अपनी गुप्‍त योजनाएं पूरी करेंगे, जिनकी घोषणा उन्होंने अपने दासों—अपने भविष्यद्वक्ताओं से की थी.”

8जो शब्द मैंने स्वर्ग से सुना था, उसने दोबारा मुझे संबोधित करते हुए कहा, “जाओ! उस स्वर्गदूत के हाथ से, जो समुद्र तथा भूमि पर खड़ा है, वह खुली हुई पुस्तिका ले लो.”

9मैंने स्वर्गदूत के पास जाकर उससे वह पुस्तिका मांगी. उसने मुझे वह पुस्तिका देते हुए कहा, “लो, इसे खा लो. यह तुम्हारे उदर को तो खट्टा कर देगी किंतु तुम्हारे मुंह में यह शहद के समान मीठी लगेगी.”10:9 यहेज 3:3 10मैंने स्वर्गदूत से वह पुस्तिका लेकर खा ली. मुझे वह मुंह में तो शहद के समान मीठी लगी किंतु खा लेने पर मेरा उदर खट्टा हो गया. 11तब मुझसे कहा गया, “यह ज़रूरी है कि तुम दोबारा अनेक प्रजातियों, राष्ट्रों, भाषाओं तथा राजाओं के संबंध में भविष्यवाणी करो.”