犹大书 1 – CCB & HCV

Chinese Contemporary Bible 2022 (Simplified)

犹大书 1:1-25

1我是耶稣基督的奴仆、雅各的兄弟犹大,现在写信给蒙父上帝呼召和眷爱、并被耶稣基督看顾的人。

2愿你们饱得怜悯、平安和慈爱!

捍卫真道

3亲爱的弟兄姊妹,我一直迫切地想写信跟你们谈谈我们所共享的救恩,但现在我觉得有必要写信劝勉你们竭力护卫一次就完整地交给圣徒的真道。 4因为有些不敬虔的人偷偷地混进你们中间,以上帝的恩典作借口放纵情欲,否认独一的主宰——我们的主耶稣基督。圣经上早已记载,这样的人必受到审判。

前车之鉴

5以下的事情,你们虽然都知道,但我还要再提醒你们:从前上帝1:5 “上帝”有些抄本作“主”。把祂的子民从埃及救出来,后来把其中不信的人灭绝了。 6至于不守本分、擅离领地的天使,上帝也用锁链将他们永远囚禁在幽暗里,等候最后审判的大日子到来。 7此外,所多玛蛾摩拉及其附近城镇的人同样因为荒淫无度、沉溺于变态的情欲而遭到永远不灭之火的刑罚。这些事都成为我们的警戒。

假教师的恶行

8同样,这些做梦的人玷污自己的身体,不服权柄,毁谤有尊荣的。 9当天使长米迦勒摩西的尸体跟魔鬼争辩的时候,尚且不敢用毁谤的话谴责它,只说:“愿主责罚你!” 10但这些人对自己不懂的事也随口毁谤,好像没有理性的牲畜一样凭本能行事,结果自取灭亡。 11他们有祸了!他们步了该隐的后尘,为牟利而重蹈巴兰的谬误,又像可拉一样因叛逆而灭亡。 12这些人在你们的爱宴中是败类1:12 “败类”希腊文是“暗礁”或“污点”的意思。。他们肆无忌惮地吃喝,是只顾喂养自己的牧人;是没有雨的云,随风飘荡;是深秋不结果子的树,被连根拔起,彻底枯死; 13是海中的狂涛,翻动着自己可耻的泡沫;是流荡的星星,有幽幽黑暗永远留给他们。

14亚当的第七代子孙以诺曾经针对这些人说预言:“看啊!主率领祂千万的圣者一同降临, 15要审判所有的人,按不虔不敬的罪人所行的一切不虔不敬之事和他们亵渎上帝的话定他们的罪。” 16这些人满腹牢骚,怨天尤人,放纵自己的邪情私欲。他们口出狂言,为了牟利极尽阿谀奉承之事。

牢记警告

17亲爱的弟兄姊妹,要谨记主耶稣基督的使徒从前给你们的警告。 18他们曾对你们说:“末世必有不敬虔、好嘲讽的人放纵自己的邪情私欲。” 19这些人制造分裂,血气用事,心中没有圣灵。

20亲爱的弟兄姊妹,你们要在至圣的真道上造就自己,在圣灵的引导下祷告, 21常在上帝的爱中,等候我们主耶稣基督施怜悯赐给你们永生。

22那些心存疑惑的人,你们要怜悯他们; 23有些人,你们要将他们从火中抢救出来;还有些人,你们要怀着畏惧的心怜悯他们,甚至要厌恶被他们的邪情私欲玷污的衣服。

祝颂

24-25愿荣耀归给我们的救主——独一的上帝!祂能保守你们不失足犯罪,使你们无瑕无疵、欢欢喜喜地站在祂的荣耀面前。愿荣耀、威严、能力和权柄借着我们的主耶稣基督都归给祂,从万世以前直到现今,一直到永永远远。阿们!

Hindi Contemporary Version

यहूदाह 1:1-25

1मसीह येशु के दास और याकोब के भाई यहूदाह की ओर से,

तुम सबको, जो परमेश्वर पिता के द्वारा बुलाए गए हैं और प्रेम पात्र हो और मसीह येशु के लिए सुरक्षित रखे गए हो:

2कृपा, शांति और प्रेम बहुतायत में प्राप्‍त हो!

पत्र लिखने का उद्देश्य

3प्रियों, हालांकि मैं बहुत ही उत्सुक था कि तुमसे हम सभी को मिले समान उद्धार का वर्णन करूं किंतु अब मुझे यह ज़रूरी लग रहा है कि मैं तुम्हें उस विश्वास की रक्षा के प्रयास के लिए प्रेरित करूं, जो पवित्र लोगों को सदा के लिए एक ही बार में सौंप दिया गया है. 4तुम्हारे बीच कुछ ऐसे व्यक्ति चुपचाप घुस आए हैं, जिनके लिए यह दंड बहुत पहले ही तय कर दिया गया था. ये वे भक्तिहीन हैं, जो हमारे एकमात्र स्वामी व प्रभु येशु मसीह को अस्वीकार करते हुए परमेश्वर के अनुग्रह को बिगाड़कर कामुकता में बदल देते हैं.

5हालांकि तुम इस सच्चाई से पहले से ही परिचित हो, तो भी मैं तुम्हें यह याद दिलाना चाहता हूं कि प्रभु ने अपनी प्रजा को मिस्र देश से छुड़ाने के बाद अंततः उन्हीं में से उन लोगों का विनाश कर दिया, जो विश्वास से दूर हो गए थे. 6जिस प्रकार परमेश्वर ने उन स्वर्गदूतों को भीषण न्याय के दिन तक के लिए सदाकाल के लिए जंजीरों से बंधे, अंधकार में रख छोड़ा है, जिन्होंने अपने आचार नियमों का उल्लंघन करके अपने राजपद तथा घर को त्याग दिया, 7उसी प्रकार सोदोम और गोमोरा और आस-पास के नगरों को, जो इनके समान व्यभिचारी हो गये और अप्राकृतिक वासना का अनुसरण करने लगे और अग्नि के दंड के भोगी होकर अन्यों के लिये उदाहरण ठहरें.

8फिर भी ये स्वप्नदर्शी, शरीर को उसी प्रकार अशुद्ध करते हैं, प्रभुत्व को अस्वीकार करते हैं और स्वर्गीय प्राणियों की निंदा करते हैं. 9प्रधान स्वर्गदूत मीख़ाएल तक ने, जब वह मोशेह के शव के विषय में शैतान से वाद-विवाद कर रहा था, उसे लांछित कर अपमानित नहीं किया, परंतु सिर्फ इतना ही कहा, “प्रभु ही तुझे फटकारें.” 10जिनका इन्हें कोई ज्ञान नहीं, ये उन्हीं की बुराई करते और जिन विषयों को मूल रूप से विवेकहीन पशुओं की तरह समझते हैं, उन्हीं के द्वारा नाश हो जाते हैं.

11धिक्कार है इन पर! जिन्होंने काइन का मार्ग अपना लिया; धन के लालच के कारण उन्होंने वही गलती की, जो बिलआम ने की थी और उसी प्रकार नाश हुए जिस प्रकार विद्रोही कोराह.

12ये लोग समुद्र में छिपी हुई विनाशकारी चट्टानें हैं, जो तुम्हारे प्रेम-भोजों में प्रेम जताते हुए सिर्फ अपनी संतुष्टि के लिए बेशर्म हो भाग लेते हैं. ये निर्जल बादल हैं जिन्हें हवा उड़ा ले जाती है. यह शरद ऋतु के फलहीन और जड़ से गिरे हुए पेड़ हैं, जिनकी दोहरी मृत्यु हुई है. 13ये समुद्र की प्रचंड लहरों के समान हैं, जो अपनी लज्जा फेन के रूप में उछालते हैं. ये मार्ग से भटके हुए तारागण हैं, जिनके लिए अनंत काल का घोर अंधकार तय किया गया है.

14हनोख ने भी, जो आदम की सातवीं पीढ़ी में थे, इनके विषय में भविष्यवाणी की थी: “देखो, प्रभु अपने हज़ारों पवित्र लोगों के साथ आए 15कि सबका न्याय करें और दुष्टों को उनके सभी बुरे कामों के लिए, जो उन्होंने बुराई से किए हैं और दुष्ट पापियों को, जिन्होंने परमेश्वर के विरोध में कड़वे वचन इस्तेमाल किए हैं, दोषी ठहराएं.” 16ये वे हैं, जो कुड़कुड़ाते रहते हैं, सदा दोष खोजते रहते हैं तथा वासनाओं द्वारा नियंत्रित, घमंडी और अपने लाभ के लिए चापलूसी करनेवाले हैं.

एक चेतावनी

17इसलिये प्रियो, यह आवश्यक है कि तुम हमारे प्रभु येशु मसीह के प्रेरितों की पहले से की गई घोषणाओं को याद रखो. 18वे तुमसे कहते थे, “अंतिम दिनों में ऐसे लोग होंगे, जिनका स्वभाव उनकी अभक्ति की अभिलाषाओं के अनुसार होगा.” 19ये लोग फूट डालनेवाले, सांसारिक और आत्मा से रहित हैं.

20किंतु प्रियो, तुम स्वयं को अपने अति पवित्र विश्वास में बढ़ाते जाओ. पवित्र आत्मा में प्रार्थना करते हुए 21अनंत काल के जीवन के लिए हमारे प्रभु येशु मसीह की दया की बड़ी आशा से प्रतीक्षा करते हुए स्वयं को परमेश्वर के प्रेम में स्थिर बनाए रखो.

22जो विश्वास में अस्थिर हैं, उनके लिए दया दिखाओ, 23बाकियों को आग में से झपटकर निकाल लो, दया करते हुए सावधान रहो, यहां तक कि शरीर के द्वारा कलंकित वस्त्रों से भी घृणा करो.

स्तुति गान

24अब वह जो ठोकर खाने से तुम्हारी रक्षा करने और अपनी महिमामय उपस्थिति में आनंदपूर्वक तुम्हें निर्दोष प्रस्तुत करने में समर्थ हैं, 25उन अतुल्य परमेश्वर हमारे उद्धारकर्ता की महिमा, वैभव, पराक्रम और राज्य, मसीह येशु हमारे प्रभु के द्वारा जैसी सनातन काल से थी, अब है, युगानुयुग बनी रहे, आमेन.