स्तोत्र 78:1-8 HCV

स्तोत्र 78:1-8

स्तोत्र 78

आसफ का मसकील78:0 शीर्षक: शायद साहित्यिक या संगीत संबंधित एक शब्द

मेरी प्रजा, मेरी शिक्षा पर ध्यान दो;

जो शिक्षा मैं दे रहा हूं उसे ध्यान से सुनो.

मैं अपनी शिक्षा दृष्टान्तों में दूंगा;

मैं पूर्वकाल से गोपनीय रखी गई बातों को प्रकाशित करूंगा—

वे बातें जो हम सुन चुके थे, जो हमें मालूम थीं,

वे बातें, जो हमने अपने पूर्वजों से प्राप्‍त की थीं.

याहवेह द्वारा किए गए स्तुत्य कार्य,

जो उनके सामर्थ्य के अद्भुत कार्य हैं,

इन्हें हम इनकी संतानों से गुप्‍त नहीं रखेंगे;

उनका लिखा भावी पीढ़ी तक किया जायेगा.

प्रभु ने याकोब के लिए नियम स्थापित किया

तथा इस्राएल में व्यवस्था स्थापित कर दिया,

इनके संबंध में परमेश्वर का आदेश था

कि हमारे पूर्वज अगली पीढ़ी को इनकी शिक्षा दें,

कि आगामी पीढ़ी इनसे परिचित हो जाए, यहां तक कि वे बालक भी,

जिनका अभी जन्म भी नहीं हुआ है,

कि अपने समय में वे भी अपनी अगली पीढ़ी तक इन्हें बताते जाए.

तब वे परमेश्वर में अपना भरोसा स्थापित करेंगे

और वे परमेश्वर के महाकार्य भूल न सकेंगे,

तथा उनके आदेशों का पालन करेंगे.

तब उनका आचरण उनके पूर्वजों के समान न रहेगा,

जो हठी और हठीली पीढ़ी प्रमाणित हुई,

जिनका हृदय परमेश्वर को समर्पित न था,

उनकी आत्माएं उनके प्रति सच्ची नहीं थीं.

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