स्तोत्र 120:1-7 HCV

स्तोत्र 120:1-7

स्तोत्र 120

आराधना के लिए यात्रियों का गीत.

मैंने अपनी पीड़ा में याहवेह को पुकारा,

और उन्होंने मेरी सुन ली.

याहवेह, मेरी रक्षा कीजिए,

झूठ बोलनेवाले होंठों से,

और छली जीभ से!

तुम्हारे साथ परमेश्वर क्या करेंगे,

और उसके भी अतिरिक्त और क्या करेंगे,

ओ छली जीभ?

वह तुझे योद्धा के तीक्ष्ण बाणों से दंड देंगे,

वह तुझे वृक्ष की लकड़ी के प्रज्वलित कोयलों से दंड देंगे.

धिक्कार है मुझ पर, जो मैं मेशेख देश में जा निवास करूं,

जो मैं केदार देश के मण्डपों में जा रहूं!

बहुत समय मैंने उनके साथ व्यतीत की है,

जिन्हें शांति से घृणा हैं.

मैं खड़ा शांति प्रिय पुरुष;

किंतु जब मैं कुछ कहता हूं, वे युद्ध पर उतारू हो जाते हैं.

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