स्तोत्र 93:1-5 HCV

स्तोत्र 93:1-5

स्तोत्र 93

याहवेह, राज्य करते हैं, उन्होंने वैभवशाली परिधान धारण किए हैं;

याहवेह ने तेज के परिधान धारण किए हैं और वह शक्ति से सुसज्जित हैं;

विश्व सुदृढ़ नींव पर स्थापित है, जो अटल है.

सनातन काल से आपका सिंहासन बसा है;

स्वयं आप सनातन काल से हैं.

याहवेह, जल स्तर उठता जा रहा है,

लहरों की ध्वनि ऊंची होती जा रही है;

समुद्र की प्रचंड लहरों का प्रहार उग्र होता जा रहा है.

विशालकाय लहरों की गर्जन से कहीं अधिक शक्तिशाली,

उद्वेलित लहरों के प्रहार से कहीं अधिक प्रचंड हैं,

महान सर्वशक्तिमान याहवेह.

अटल हैं आपके अधिनियम;

पवित्रता, आपके आवास की शोभा;

याहवेह, ये सदा-सर्वदा स्थिर रहेंगे.

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