स्तोत्र 82:1-8 HCV

स्तोत्र 82:1-8

स्तोत्र 82

आसफ का एक स्तोत्र.

स्वर्गिक महासभा में परमेश्वर ने अपना स्थान ग्रहण किया है;

उन्होंने “देवताओं” के सामने अपना निर्णय सुना दिया है:

कब तक तुम अन्यायी को समर्थन करते रहोगे,

कब तक तुम अन्याय का पक्षपात करते रहोगे?

दुःखी तथा पितृहीन का पक्ष दृढ़ करो;

दरिद्रों एवं दुःखितों के अधिकारों की रक्षा करो.

दुर्बल एवं दीनों को छुड़ा लो;

दुष्ट के फंदे से उन्हें बचा लो.

“वे कुछ नहीं जानते, वे कुछ नहीं समझते.

वे अंधकार में आगे बढ़ रहे हैं;

पृथ्वी के समस्त आधार डगमगा गए हैं.

“मैंने कहा, ‘तुम “ईश्वर” हो;

तुम सभी सर्वोच्च परमेश्वर की संतान हो.’

किंतु तुम सभी की मृत्यु दूसरे मनुष्यों सी होगी;

तुम्हारा पतन भी अन्य शासकों के समान ही होगा.”

परमेश्वर, उठकर पृथ्वी का न्याय कीजिए,

क्योंकि समस्त राष्ट्रों पर आपका प्रभुत्व है.

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