स्तोत्र 59:1-8 HCV

स्तोत्र 59:1-8

स्तोत्र 59

संगीत निर्देशक के लिये. “अलतशख़ेथ” धुन पर आधारित. दावीद की मिकताम59:0 शीर्षक: शायद साहित्यिक या संगीत संबंधित एक शब्द गीत रचना. यह उस घटना के संदर्भ में है, जब शाऊल ने दावीद का वध करने के उद्देश्य से सैनिक भेज उनके आवास पर घेरा डलवाया था.

परमेश्वर, मुझे मेरे शत्रुओं से छुड़ा लीजिए;

मुझे उनसे सुरक्षा प्रदान कीजिए, जो मेरे विरुद्ध उठ खड़े हुए हैं.

मुझे कुकर्मियों से छुड़ा लीजिए

तथा हत्यारे पुरुषों से मुझे सुरक्षा प्रदान कीजिए.

देखिए, वे कैसे मेरे लिए घात लगाए बैठे हैं!

जो मेरे लिए बुरी युक्ति रच रहे हैं वे हिंसक पुरुष हैं.

याहवेह, न मैंने कोई अपराध किया है और न कोई पाप.

मुझसे कोई भूल भी नहीं हुई, फिर भी वे आक्रमण के लिए तत्पर हैं.

मेरी दुर्गति पर दृष्टि कर, मेरी सहायता के लिए आ जाइए!

याहवेह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर,

इस्राएल के परमेश्वर,

इन समस्त राष्ट्रों को दंड देने के लिए उठ जाइए;

दुष्ट विश्‍वासघातियों पर कोई कृपा न कीजिए.

वे संध्या को लौटते,

कुत्तों के समान चिल्लाते,

और नगर में घूमते रहते हैं.

आप देखिए कि वे अपने मुंह से क्या-क्या उगल रहे हैं,

उनके होंठों में से तलवार बाहर आती है,

तब वे कहते हैं, “कौन सुन सकता है हमें?”

किंतु, याहवेह, आप उन पर हंसते हैं;

ये सारे राष्ट्र आपके उपहास के विषय हैं.

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