मीकाह 5:1-15
बैथलेहम से एक प्रतिज्ञा किया हुआ शासक
हे सैन्य-दलों के शहर, अपने सैनिकों को क़तार में कर लो,
क्योंकि हमारे विरुद्ध एक घेरा डाला गया है.
वे इस्राएल के शासक के गाल पर
लाठी से प्रहार करेंगे.
“पर तुम, हे एफ़राथा के बेथलेहेम,
यद्यपि तुम यहूदिया के वंशजों में छोटे हो,
तुमसे ही मेरे लिए एक व्यक्ति का आगमन होगा
जो इस्राएल के ऊपर शासक होगा,
जिसका उद्गम पुराने समय से,
प्राचीन काल से है.”
इसलिये इस्राएल को उस समय तक त्याग दिया जाएगा,
जब तक वह जो प्रसव पीड़ा में है, एक बालक को जन्म नहीं दे देती,
और उसके बाकी भाई
इस्राएलियों से मिल जाने के लिये लौट नहीं जाते.
वह याहवेह के बल से,
याहवेह अपने परमेश्वर के नाम के प्रताप से
उठ खड़ा होगा और अपने झुंड की देखरेख करेगा.
और वे सुरक्षित रहेंगे, क्योंकि तब
पृथ्वी की छोर तक लोग उसकी महानता को जानेंगे.
और वह हमारी शांति होगा
जब अश्शूरवासी हमारे देश पर आक्रमण करेंगे
और हमारे गढ़ों में प्रवेश करेंगे.
हम उनके विरुद्ध सात चरवाहे,
वरन आठ सेनापति खड़े कर देंगे,
जो अश्शूर देश पर,
निमरोद के देश पर तलवार से शासन करेंगे.
वह हमें अश्शूरवासियों से छुड़ाएगा
जब वे हमारे देश पर आक्रमण करेंगे
और हमारी सीमाओं को पार करेंगे.
याकोब का बचा भाग
बहुत से लोगों के बीच होगा.
वह याहवेह द्वारा भेजे ओस,
घांस पर पड़नेवाली वर्षा के समान होगा,
जो किसी का इंतजार नहीं करता
और न ही किसी मनुष्य पर निर्भर रहता है.
याकोब का बचा भाग जातियों के बीच
और लोगों के बीच ऐसा होगा,
जैसा एक सिंह जंगली जानवरों के बीच होता है,
और एक जवान सिंह जो भेड़ों के झुंड के बीच होता है,
और वह उनके मध्य से जाते हुए उन पर झपटता है और उनको फाड़ डालता है,
और कोई उन्हें बचा नहीं सकता.
तुम्हारा हाथ अपने शत्रुओं के ऊपर विजय उल्लास में ऊंचा उठेगा,
और तुम्हारे सब शत्रु नाश किए जाएंगे.
याहवेह की घोषणा यह है,
“उस दिन मैं तुम्हारे घोड़ों को तुम्हारे बीच नाश कर दूंगा
और तुम्हारे रथों को भी नष्ट कर दूंगा.
मैं तुम्हारे देश के शहरों को नष्ट कर दूंगा
और तुम्हारे गढ़ों को ध्वस्त कर दूंगा.
मैं तुम्हारे बीच जादू-टोने को समाप्त कर दूंगा
और तुम फिर कभी ज्योतिष की बात न कर सकोगे.
मैं तुम्हारे मूर्तियों
और तुम्हारे बीच तुम्हारे पवित्र पत्थरों को नाश कर दूंगा;
तुम फिर कभी अपने हाथ से बनाये चीज़ों की
आराधना नहीं करोगे.
जब मैं तुम्हारे शहरों का विनाश करूंगा
तो मैं तुम्हारे बीच से तुम्हारे अशेरा-स्तम्भों को उखाड़ फेंकूंगा.
मैं गुस्सा और क्रोध में उन जनताओं से बदला लूंगा
जिन्होंने मेरी बात नहीं मानी है.”
मीकाह 6:1-16
इस्राएल के विरुद्ध याहवेह का मामला
सुनो कि याहवेह क्या कहते हैं:
“उठो, और पर्वतों के आगे मेरा मामला रखो;
पहाड़ियां सुनें कि तुम क्या कहते हो.
“हे पर्वतों, याहवेह के द्वारा लगाये आरोपों पर ध्यान दो;
हे पृथ्वी के अटल नींव, तुम भी सुनो.
क्योंकि याहवेह का अपने लोगों के विरुद्ध एक मुकद्दमा है;
वे इस्राएल के विरुद्ध एक मामला दायर कर रहे हैं.
“हे मेरे लोगों, प्रजा, मैंने तुम्हारे साथ क्या अन्याय किया है?
मुझे बताओ कि मैंने तुम्हारे ऊपर क्या बोझ डाला है?
मैंने तुम्हें मिस्र देश से बाहर निकाला है
और तुम्हें दासत्व के बंधन से छुड़ाया है.
मैंने तुम्हारी अगुवाई करने के लिये मोशेह को भेजा,
अहरोन और मिरियम को भी भेजा.
हे मेरे लोगों, याद करो
मोआब के राजा बालाक ने क्या षड़्यंत्र किया था
और बेओर के पुत्र बिलआम ने क्या उत्तर दिया था.
शित्तीम से गिलगाल तक अपनी यात्रा का स्मरण करो,
कि तुम याहवेह के धर्मी कामों को जानो.”
मैं याहवेह के सामने क्या लेकर आऊं
और प्रशंसा के योग्य परमेश्वर के सामने दंडवत करूं?
क्या मैं होमबलि के लिये एक-एक साल के बछड़े लेकर
उसके सामने आऊं?
क्या याहवेह की प्रसन्नता के लिए हजारों मेढ़े,
अथवा जैतून तेल की दस हजार नदियां पर्याप्त होंगी?
क्या मैं अपने अपराध के प्रायश्चित के लिये अपने पहलौठे पुत्र का बलिदान करूं,
या अपनी आत्मा के पाप के अपने जन्माए किसी का बलिदान करूं?
हे मनुष्य, उन्होंने तुम्हें दिखाया है कि क्या अच्छा है.
और याहवेह तुमसे क्या अपेक्षा करता है?
न्याय के काम करो और दया करो
और परमेश्वर के साथ नम्रता से चलो.
इस्राएल का अपराध और दंड
सुनो! याहवेह शहर को पुकार रहे हैं,
और आपके नाम का भय मानना ही बुद्धिमता है,
“डंडा और उसे नियुक्त करनेवाले की बात ध्यान से सुनो.
हे दुष्ट घर, क्या मैं अब भी तुम्हारे अनाचार से कमाए धन,
और उस छोटे माप को भूल जाऊं, जो अभिशप्त है?
क्या मैं किसी को गलत वजन की थैली के साथ,
उसे उसके गलत मापों से छुटकारा दूं?
तेरे धनवान लोग हिंसा करते हैं;
तेरे निवासी झूठे हैं
और उनकी जीभ धोखा देनेवाली बात करती हैं.
इसलिये मैं तुम्हें तुम्हारे पापों के कारण
नाश करना, तुम्हारा पतन करना शुरू कर चुका हूं.
तुम खाना तो खाओगे किंतु संतुष्टि नहीं मिलेगी;
खाने के बाद भी तुम्हारा पेट खाली रहेगा.
तुम जमा तो करोगे, पर बचेगा कुछ भी नहीं,
क्योंकि तुम्हारी बचत को मैं तलवार से लुटवा दूंगा.
तुम बोओगे, पर फसल नहीं काटोगे;
तुम जैतून का तेल तो निकालोगे, किंतु उस तेल का उपयोग न कर सकोगे,
तुम अंगूर को तो रौंदोगे, पर उसका दाखमधु पान न कर सकोगे.
तुमने ओमरी के विधि विधान
और अहाब के घर के सब रीति-रिवाजों का पालन किया है;
तुमने उनकी परंपराओं का भी पालन किया है.
इसलिये मैं तुम्हारा विनाश कर दूंगा
और तुम्हारे लोग हंसी के पात्र होंगे;
तुम मेरे लोगों का अपमान सहोगे.”
मीकाह 7:1-20
इस्राएल की दुर्गति
मेरी क्या दुर्गति है!
मैं उस मनुष्य के जैसा हूं,
जो अंगूर की बारी में लवनी के छूटे अंगूर को धूपकाल में बटोरता है;
खाने के लिये अंगूर का कोई गुच्छा नहीं बचा है,
मैंने शुरू के अंजीर के फलों की जो लालसा की थी, वे भी नहीं हैं.
विश्वासयोग्य लोग देश से नाश हो गये हैं;
एक भी ईमानदार व्यक्ति नहीं बचा है.
हर एक जन खून बहाने के घात में लगा रहता है;
वे जाल बिछाकर एक दूसरे को फंसाने के चक्कर में रहते हैं.
उनके हाथ बुराई के काम करने में माहिर हैं;
शासन करनेवाले उपहार की मांग करते हैं,
न्यायाधीश घूस लेते हैं,
शक्तिशाली लोग अपनी इच्छाओं की पूर्ति बलपूर्वक करते हैं,
वे सब मिलकर षड़्यंत्र रचते हैं.
उनमें जो सर्वोत्तम माना जाता है, वह एक कंटीली झाड़ी के जैसा है,
उनमें जो सबसे ज्यादा ईमानदार समझा जाता है, वह एक कंटीले बाड़े से भी बुरा है.
तुम्हारे पास परमेश्वर के आने का समय आ गया है,
अर्थात् तुम्हारे पहरेदार के खतरे के घंटी बजाने का दिन आ गया है.
अब तुम्हारे घबराने का समय है.
किसी पड़ोसी पर विश्वास न करना
और न ही अपने किसी मित्र पर भरोसा करना.
यहां तक कि अपनी अर्द्धागिनी से भी
संभलकर बात करना.
क्योंकि पुत्र अपने पिता का अनादर करता है,
पुत्री उसकी माता के विरुद्ध तथा
बहू उसकी सास के विरुद्ध, उठ खड़ी होती है,
मनुष्य के शत्रु उसके परिवार के सदस्य ही होते हैं.
पर जहां तक मेरी बात है, मेरी आशा याहवेह पर लगी रहती है,
मैं अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर की बाट जोहता हूं;
मेरे परमेश्वर मेरी सुनेंगे.
इस्राएल उठ खड़ा होगा
हे मेरे शत्रु, मेरी स्थिति पर आनंद मत मना!
यद्यपि मैं गिर गया हूं, पर मैं उठ खड़ा होऊंगा.
यद्यपि मैं अंधकार में बैठा हुआ हूं,
पर याहवेह मेरी ज्योति होंगे.
क्योंकि मैंने उनके विरुद्ध पाप किया है,
इसलिये मैं तब तक याहवेह के क्रोध सहता रहूंगा,
जब तक कि वे मेरा मामला सुनकर
मुझे न्याय प्रदान न करें.
वही मुझे उस उजियाले में ले आएंगे;
और मैं उनकी धार्मिकता को देखूंगा.
तब मेरा शत्रु यह देखेगा
और लज्जा से अपना मुंह ढांप लेगा,
यह शत्रु वही है, जिसने मुझसे कहा था,
“कहां है याहवेह तुम्हारा परमेश्वर?”
तब मैं उस शत्रु के पतन को देखूंगा;
यहां तक की वह गली के कीचड़ की तरह
पैरों तले रौंदा जाएगा.
तुम्हारे दीवारों को बनाने का दिन,
और तुम्हारी सीमाओं का बढ़ाने का दिन आएगा.
उस दिन लोग तुम्हारे पास
अश्शूर और मिस्र देश के शहरों से आएंगे,
यहां तक कि मिस्र देश से लेकर इफरात नदी तक से,
और समुद्र से समुद्र के बीच
और पहाड़ से पहाड़ के बीच के देशों से लोग तुम्हारे पास आएंगे.
पृथ्वी के निवासियों के कारण, उनके कामों के फलस्वरूप,
पृथ्वी उजाड़ और निर्जन हो जाएगी.
प्रार्थना और प्रशंसा
अपने लोगों की रखवाली,
अपने उत्तराधिकार में पाये झुंड की रखवाली अपनी लाठी से करना,
जो बंजर भूमि में,
और उपजाऊ चरागाह में अपने बूते रहते हैं.
उन्हें बहुत पहले के समय जैसे
बाशान और गिलआद में चरने दो.
“जब तुम मिस्र देश से निकलकर आए, उन दिनों के जैसे,
मैं उन्हें आश्चर्यकर्म दिखाऊंगा.”
जाति-जाति के लोग यह देखेंगे
और अपने शक्ति से वंचित लज्जित होंगे.
वे लज्जा के मारे अपना मुंह अपने हाथों से ढंक लेंगे
और उनके कान बहरे हो जाएंगे.
वे सांप के समान,
और भूमि पर रेंगनेवाले जंतु के समान धूल चाटेंगे.
वे अपने मांद से कांपते हुए निकलेंगे;
वे याहवेह हमारे परमेश्वर से डरेंगे
और तुमसे भयभीत होंगे.
आपके जैसा और कौन परमेश्वर है,
जो अपने निज भाग के बचे हुओं के
पापों और अपराधों को क्षमा करते हैं?
आपका क्रोध हमेशा के लिये नहीं होता
पर आप दया दिखाने में प्रसन्न होते हैं.
आप हम पर फिर दया करेंगे;
आप अपने पैरों तले हमारे पापों को कुचल देंगे
और हमारे दुष्टता के कामों को गहरे समुद्र में फेंक देंगे.
आप उस शपथ के अनुरूप,
जो आपने वर्षों पहले हमारे पूर्वजों से की थी,
याकोब के लोगों के प्रति विश्वासयोग्य बने रहेंगे,
और अब्राहाम के वंशजों को अपना प्रेम दिखाएंगे.