2 इतिहास 22 – HCV & NAV

Hindi Contemporary Version

2 इतिहास 22:1-12

अहज़्याह यहूदिया का राजा

1येरूशलेम वासियों ने यहोराम के छोटे पुत्र अहज़्याह को उसके स्थान पर राजा अभिषिक्त किया; क्योंकि वह दल, जो अरब शिविर में ठहरा हुआ था, उसने उसके सभी बड़े पुत्रों की हत्या कर दी थी. तब राजा यहोराम का पुत्र अहज़्याह ने शासन शुरू किया.

2जब अहज़्याह ने शासन शुरू किया, उसकी उम्र बाईस साल थी. उसने येरूशलेम में एक साल राज्य किया. उसकी माता का नाम अथालियाह था. वह इस्राएल के राजा ओमरी की पोती थी.

3अहज़्याह भी अहाब की नीतियों का अनुसरण करता रहा, क्योंकि बुराई में उसकी सलाहकार थी उसकी माता. 4उसने वह किया, जो याहवेह की दृष्टि में बुरा था, अहाब के परिवार के समान, क्योंकि उसके पिता की मृत्यु के बाद ऐसी उसकी सलाह थी, जिसका परिणाम था सर्वनाश. 5अहज़्याह भी इस्राएल की सलाह का अनुसरण करता रहा. वह इस्राएल के राजा अहाब के पुत्र योराम के साथ मिलकर अराम के राजा हाज़ाएल के विरुद्ध युद्ध के लिए रामोथ-गिलआद में युद्ध-भूमि में उतर पड़े. मगर अरामियों ने योराम को घायल कर दिया. 6रामाह में अराम के राजा हाज़ाएल से युद्ध करते हुए राजा योराम को जो घाव लगे थे, उनसे स्वस्थ होने के लिए वह येज़्रील को लौट गया. यहूदिया के राजा यहोराम का पुत्र अहज़्याह22:6 अहज़्याह कुछ पाण्डुलिपियों में अज़रियाह अहाब के पुत्र योराम की स्थिति को देखने येज़्रील गया क्योंकि योराम बीमार था.

7अहज़्याह का विनाश परमेश्वर ही के द्वारा पहले से ही तय किया गया था, इसलिये वह यहोराम से भेंट करने गया, फिर वहां पहुंचने पर वह योराम के साथ निमशी के पुत्र येहू से भेंट करने चला गया. येहू, जिसे याहवेह ने अहाब के वंश का विनाश करने के लिए ठहराया था. 8जब येहू राजा अहाब के वंश पर परमेश्वर द्वारा ठहराए गए दंड दे रहा था, उसकी भेंट उन यहूदी अधिकारियों से हो गई. इनमें अहज़्याह के भाइयों के वे पुत्र भी थे, जो अहज़्याह के सेवक भी थे. येहू ने इन सभी की हत्या कर दी. 9उसने अहज़्याह की खोज की और उसे शमरिया में जा पकड़ा, जहां वह जा छिपा था. वे उसे येहू के सामने लाए. वहीं उन्होंने उसका वध किया और उसे गाड़ दिया. क्योंकि वे याद कर रहे थे कि वह यहोशाफ़ात का पोता है, जिसने पूरे हृदय से याहवेह की इच्छा जानने की खोज की थी. अब कोई भी बचा न रहा, जो यहूदिया राज्य के अधिकार को स्थिर रख सके.

अथालियाह और योआश

10जब अहज़्याह की माता को मालूम हुआ कि उसके पुत्र की मृत्यु हो चुकी है, उसने जाकर सारे यहूदिया राजपरिवार को नाश कर दिया. 11जब राजा के पुत्रों का संहार किया जा रहा था, राजा की पुत्री येहोशाबेअथ ने अहज़्याह के पुत्र योआश को उसकी धाय के साथ शयनागार में छिपा दिया था. इस प्रकार राजा यहोराम की पुत्री येहोशाबेअथ ने, जो पुरोहित यहोयादा की पत्नी थी, जो अहज़्याह की बहन भी थी, योआश की अथालियाह द्वारा हत्या किए जाने से बचा लिया. 12जब देश पर अथालियाह शासन कर रही थी, छः साल तक योआश को परमेश्वर के भवन में छिपाए रखा गया.

New Arabic Version

أخبار الأيام الثاني 22:1-12

أخزيا يملك على يهوذا

1وَنَصَّبَ سُكَّانُ أُورُشَلِيمَ أَخَزْيَا أَصْغَرَ أَبْنَائِهِ مَلِكاً عَلَيْهِمْ خَلَفاً لَهُ، لأَنَّ الْغُزَاةَ الَّذِينَ انْضَمُّوا إِلَى الْعَرَبِ وَأَغَارُوا عَلَى أُورُشَلِيمَ قَتَلُوا سَائِرَ إِخْوَتِهِ، فَمَلَكَ أَخَزْيَا بْنُ يَهُورَامَ عَلَى يَهُوذَا.

2وَكَانَ أَخَزْيَا فِي الثَّانِيَةِ وَالْعِشْرِينَ مِنْ عُمْرِهِ حِينَ تَوَلَّى الْمُلْكَ، وَدَامَ حُكْمُهُ سَنَةً وَاحِدَةً فِي أُورُشَلِيمَ، وَاسْمُ أُمِّهِ عَثَلْيَا، وَهِيَ حَفِيدَةُ عُمْرِي. 3وَقَدْ سَلَكَ أَيْضاً فِي طَرِيقِ بَيْتِ آخْابَ، لأَنَّ أُمَّهُ كَانَتْ تُشِيرُ عَلَيْهِ بِارْتِكَابِ الشَّرِّ. 4فَاقْتَرَفَ الشَّرَّ فِي عَيْنَيِ الرَّبِّ عَلَى غِرَارِ بَيْتِ آخْابَ، إِذْ أَصْبَحُوا لَهُ مُشِيرِينَ بَعْدَ وَفَاةِ أَبِيهِ، مِمَّا أَفْضَى إِلَى هَلاكِهِ. 5وَبِمُقْتَضَى مَشُورَتِهِمِ انْضَمَّ إِلَى يَهُورَامَ بْنِ آخْابَ مَلِكِ إِسْرَائِيلَ، لِمُحَارَبَةِ حَزَائِيلَ مَلِكِ أَرَامَ فِي رَامُوتِ جِلْعَادَ، فَهَزَمَ الأَرَامِيُّونَ يُورَامَ. 6فَرَجَعَ يُورَامُ إِلَى يَزْرَعِيلَ حَتَّى يَبْرَأَ مِنْ جِرَاحِهِ الَّتِي أَصَابَهُ بِها الأَرَامِيُّونَ فِي الرَّامَةِ فِي أَثْنَاءِ مَعْرَكَتِهِ مَعَ حَزَائِيلَ مَلِكِ أَرَامَ، فَجَاءَ أَخَزْيَا بْنُ يَهُورَامَ مَلِكُ يَهُوذَا لِيَزُورَ يَهُورَامَ بْنَ آخْابَ الَّذِي كَانَ مَرِيضاً فِي يَزْرَعِيلَ.

7وَلَكِنَّ الرَّبَّ شَاءَ أَنْ تَكُونَ زِيَارَةُ أَخَزْيَا لِيُورَامَ سَبَباً فِي هَلاكِهِ، حِينَ خَرَجَ مَعَ يَهُورَامَ لِلِقَاءِ يَاهُو بْنِ نِمْشِي، الَّذِي اخْتَارَهُ الرَّبُّ لِلْقَضَاءِ الْمُبْرَمِ عَلَى بَيْتِ أَخَآبَ.

8وَفِيمَا كَانَ يَاهُو يُبِيدُ بَيْتَ آخْابَ، صَادَفَ قَادَةَ يَهُوذَا وَأَبْنَاءَ إِخْوَةِ أَخَزْيَا، الَّذِينَ كَانُوا فِي خِدْمَةِ أَخَزْيَا، فَقَتَلَهُمْ. 9وَسَعَى وَرَاءَ أَخَزْيَا، فَقَبَضَ عَلَيْهِ رِجَالُ يَاهُو وَهُوَ مُخْتَبِئٌ فِي السَّامِرَةِ، فَأَتَوْا بِهِ إِلَى يَاهُو، وَقَتَلُوهُ وَدَفَنُوهُ قَائِلِينَ: «إِنَّهُ مِنْ ذُرِّيَّةِ يَهُوشَافَاطَ الَّذِي طَلَبَ الرَّبَّ مِنْ كُلِّ قَلْبِهِ». فَلَمْ يَبْقَ مَنْ يَتَوَلَّى الْعَرْشَ فِي بَيْتِ أَخَزْيَا.

عثليا ويوآش

10وَلَمَّا رَأَتْ عَثَلْيَا أُمُّ أَخَزْيَا أَنَّ ابْنَهَا قَدْ مَاتَ قَبَضَتْ عَلَى جَمِيعِ النَّسْلِ الْمَلَكِيِّ مِنْ بَيْتِ يَهُوذَا وَأَبَادَتْهُمْ. 11غَيْرَ أَنَّ يَهُوشَبْعَةَ ابْنَةَ الْمَلِكِ يَهُورَامَ اخْتَطَفَتْ يُوآشَ بْنَ أَخَزْيَا مِنْ بَيْنِ أَبْنَاءِ الْمَلِكِ الَّذِينَ شَرَعَتْ عَثَلْيَا فِي قَتْلِهِمْ، وَأَخْفَتْهُ هُوَ وَمُرْضِعَتَهُ فِي مُخْدَعِ النَّوْمِ، لأَنَّ يَهُوشَبْعَةَ كَانَتْ أُخْتَ أَخَزْيَا، وَابْنَةَ الْمَلِكِ يَهُورَامَ، وَزَوْجَةَ يَهُويَادَاعَ الْكَاهِنِ. وَهَكَذَا خَبَّأَتْ يَهُوشَبْعَةُ يُوآشَ مِنْ عَثَلْيَا، فَلَمْ تَقْتُلْهُ. 12وَمَكَثَ مَعَهُمْ مُخْتَبِئاً فِي هَيْكَلِ اللهِ سِتَّ سَنَوَاتٍ، كَانَتْ عَثَلْيَا فِي أَثْنَائِهَا تَمْلِكُ عَلَى عَرْشِ يَهُوذَا.