ዘዳግም 3 – NASV & HCV

New Amharic Standard Version

ዘዳግም 3:1-29

የባሳን ንጉሥ የዐግ መሸነፍ

1ከዚያም፣ ተመልሰን የባሳንን መንገድ ይዘን ወጣን፤ የባሳን ንጉሥ ዐግም ከመላው ሰራዊቱ ጋር ሆኖ በኤድራይ ጦርነት ሊገጥመን ተነሣ። 2እግዚአብሔር (ያህዌ)፣ “እርሱን፣ መላው ሰራዊቱንና ምድሩን በእጅህ አሳልፌ ስለ ሰጠሁህ፣ አትፍራው፤ ሐሴቦንን ይገዛ በነበረው በአሞራውያን ንጉሥ በሴዎን ላይ ያደረግህበትን በእርሱም ላይ አድርግበት” አለኝ።

3ስለዚህ አምላካችን እግዚአብሔር (ኤሎሂም ያህዌ) የባሳንን ንጉሥ ዐግንና ሰራዊቱን ሁሉ እንደዚሁ በእጃችን ላይ ጣላቸው፤ እኛም አንድ እንኳ በሕይወት ሳናስቀር አጠፋናቸው። 4በዚያን ጊዜ ከተሞቹን ሁሉ ያዝን፤ የዐግ ግዛት ከሆነው፣ በባሳን ከሚገኘው ከጠቅላላው የአርጎብ ክልል ስድሳ ከተሞች ውስጥ፣ እኛ ያልያዝነው አንድም ከተማ አልነበረም። 5እነዚህ ከተሞች ሁሉ ከፍ ባሉ ቅጥሮች፣ በመዝጊያዎችና በመወርወሪያዎች የተመሸጉ ነበሩ፤ እንዲሁም ቅጥር የሌላቸው አያሌ መንደሮች ነበሩ። 6በእያንዳንዱ ከተማ ያሉትን ወንዶቹን፣ ሴቶቹንና ልጆቻቸውን ጭምር በማጥፋት፣ በሐሴቦን ንጉሥ በሴዎን ላይ እንዳደረግነው ሁሉ፣ እነዚህንም ፈጽመን ደመሰስናቸው3፥6 የ2፥34 አማራጭ ትርጕም ይመ።7ከብቱን በሙሉና ከየከተሞቻቸው የማረክነውን ሁሉ ግን ለራሳችን አደረግን።

8ስለዚህ በዚያን ጊዜ ከዮርዳኖስ በስተ ምሥራቅ የሚገኘውን፣ ከአርኖን ሸለቆ እስከ አርሞንዔም ተራራ ያለውን ግዛት፣ ከእነዚህ ከሁለቱ የአሞራውያን ነገሥታት ላይ ወሰድንባቸው። 9አርሞንዔምን፣ ሲዶናውያን ሢርዮን ብለው ሲጠሩት፣ አሞራውያን ግን ሳኔር ይሉታል። 10በከፍታው ቦታ ላይ የሚገኙትን ከተሞች በሙሉ፣ ገለዓድን እንዳለ፣ እስከ ሰልካና እስከ ኤድራይ ያለውን ባሳንን ሁሉ እንዲሁም በባሳን ውስጥ የሚገኙትን የዐግ ግዛት ከተሞች በእጃችን አደረግን። 11ከራፋይማውያን ወገን የተረፈ የባሳን ንጉሥ ዐግ ብቻ ነበር። ዐልጋው3፥11 ወይም፣ ድንጋይ ተጠርቦ የተዘጋይ የሬሳ ሣጥን ከብረት የተሠራ ቁመቱም ዘጠኝ ክንድ፣ ስፋቱ ደግሞ አራት ክንድ3፥11 ቁመቱ 4 ሜትር ስፋቱ 1.8 ሜትር ያህል ነው። ነበር። ይህም እስካሁን በአሞናውያን ከተማ በረባት ይገኛል።

እስራኤላውያን ምድሪቱን መከፋፈላቸው

12በዚያን ጊዜ ከያዝነው ምድር ላይ በአርኖን ሸለቆ አጠገብ ካለችው ከአሮዔር አንሥቶ በስተ ሰሜን ያለውን ግዛት፣ በተጨማሪም ኰረብታማውን የገለዓድ አገር እኩሌታ ከነከተሞቹ ለሮቤላውያንና ለጋዳውያን ሰጠኋቸው። 13ቀሪውን የገለዓድ ምድርና የዐግ ግዛት የሆነውን ባሳንን በሙሉ ለምናሴ ነገድ እኩሌታ ሰጠሁ። በባሳን የሚገኘው መላው የአርጎብ ክልል የራፋይማውያን ምድር በመባል ይታወቅ ነበር። 14ከምናሴ ነገድ የሆነው ኢያዕር፣ እስከ ጌሹራውያንና እስከ ማዕካታውያን ወሰን ድረስ የሚገኘውን መላውን የአርጎብ ምድር ወሰደ፤ ምድሪቱም በስሙ ተጠራች3፥14 ወይም፣ የኢያዕር መኖሪያ ተብላ ተጠራች፤ ከዚሁ የተነሣ ባሳን እስከ ዛሬ ድረስ ሓቦት ኢያዕር ትባላለች። 15ገለዓድንም ለማኪር ሰጠሁት። 16ነገር ግን የሸለቆውን እኩሌታ ወሰን በማድረግ ከገለዓድ አንሥቶ እስከ አርኖን ሸለቆ፣ ከዚያም የአሞናውያን ድንበር እስከ ሆነው እስከ ያቦቅ ወንዝ ያለውን ግዛት ለሮቤላውያንና ለጋዳውያን ሰጠኋቸው። 17የምዕራቡ ወሰን፣ በዓረባ የሚገኘው ዮርዳኖስ ሲሆን፣ ይኸውም ከፈስጋ ተረተሮች በታች፣ ከኪኔሬት አንሥቶ የጨው ባሕር3፥17 ይኸውም የሙት ባሕር ነው። እስከሚባለው እስከ ዓረባ ባሕር ድረስ ነው።

18በዚያን ጊዜ እኔ እንዲህ ብዬ አዘዝኋችሁ፤ “አምላካችሁ እግዚአብሔር (ኤሎሂም ያህዌ) ይህችን ምድር ርስት አድርጎ ለእናንተ ሰጥቷችኋል፤ ይሁን እንጂ የአካል ብቃት ያላቸው ሰዎቻችሁ ሁሉ ለጦርነት ዝግጁ ሆነው ከወንድሞቻችሁ ከእስራኤላውያን ፊት በመቅደም መሻገር አለባቸው። 19ሆኖም ሚስቶቻችሁና ልጆቻችሁ፣ (ብዙ ከብቶች እንዳሏችሁም ስለማውቅ) ከብቶቻችሁም በሰጠኋችሁ ከተሞች ውስጥ ይቈዩ፤ 20ይኸውም፣ እግዚአብሔር (ያህዌ) ለእናንተ እንዳደረገው ሁሉ ወንድሞቻችሁን እስኪያሳርፋቸውና አምላካችሁ እግዚአብሔር (ኤሎሂም ያህዌ) ከዮርዳኖስ ማዶ የሚሰጣቸውን ምድር እነርሱም እንደዚሁ እስኪወርሱ ድረስ ነው፤ ከዚያ በኋላ እያንዳንዳችሁ ወደ ሰጠኋችሁ ርስት ትመለሳላችሁ።”

ሙሴ ዮርዳኖስን እንዳይሻገር መከልከሉ

21በዚያን ጊዜ ኢያሱን እንዲህ ስል አዘዝሁት፤ “አምላካችሁ እግዚአብሔር (ኤሎሂም ያህዌ) በእነዚህ በሁለቱ ነገሥታት ላይ ያደረገውን ሁሉ በገዛ ዐይንህ አይተሃል፤ አሁንም ዐልፈህ በምትሄድባቸው መንግሥታት ላይ ሁሉ እግዚአብሔር ይህንኑ ይደግመዋል። 22አምላካችሁ እግዚአብሔር (ኤሎሂም ያህዌ) ራሱ ይዋጋላችኋልና አትፍሯቸው።”

23በዚያን ጊዜ እግዚአብሔርን (ያህዌ) እንዲህ ብዬ ለመንሁት፤ 24“ጌታ እግዚአብሔር (አዶናይ ያህዌ) ሆይ፤ ታላቅነትህንና ብርቱ ክንድህን ለእኔ ለባሪያህ እነሆ ማሳየት ጀምረሃል፤ ለመሆኑ በሰማይም ሆነ በምድር፣ አንተ የምታደርጋቸውን ሥራዎችና ታላላቅ ድርጊቶች መፈጸም የሚችል አምላክ ማነው? 25አሁንም ከዮርዳኖስ ማዶ ያለችውን ያችን መልካሚቱን ምድር፣ ውብ የሆነችውን ኰረብታማ አገርና ሊባኖስን እንዳይ ፍቀድልኝ።”

26እግዚአብሔር (ያህዌ) ግን በእናንተ ሰበብ ተቈጥቶኝ ነበርና አልሰማኝም፤ እግዚአብሔር (ያህዌ) እንዲህ አለኝ፤ “ይበቃል፤ ከእንግዲህ ወዲያ ስለዚህ ነገር አታንሣብኝ። 27ወደ ፈስጋ ተራራ ጫፍ ውጣ፤ ወደ ምዕራብና ወደ ሰሜን፣ ወደ ደቡብና ወደ ምሥራቅም ተመልከት። አንተ ዮርዳኖስን ስለማትሻገር፣ ምድሪቱን በዐይንህ ብቻ እያት። 28ነገር ግን ሕዝቡን መርቶ በማሻገር የምታያትን ምድር እንዲወርሱ የሚያደርጋቸው ስለሆነ፣ ኢያሱን ላከው፤ አደፋፍረው፤ አበረታታውም።” 29ስለዚህ እኛ በቤተ ፌጎር አጠገብ ባለው ሸለቆ ውስጥ ቈየን።

Hindi Contemporary Version

व्यवस्था 3:1-29

बाशान के राजा ओग की पराजय

1फिर हमने मुड़कर बाशान के मार्ग से आगे बढ़ गए. बाशान का राजा ओग अपनी सारी सेना लेकर हमसे युद्ध करने एद्रेइ जा पहुंचा. 2मगर याहवेह ने मुझे यह आश्वासन दिया, “उससे डरने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मैंने उसे, उसकी सारी सेना तथा प्रजा को तुम्हारे अधीन कर दिया है. तुम उसके साथ वही सब करोगे, जो तुमने हेशबोन निवासी अमोरियों के राजा सीहोन के साथ किया था.”

3इसी प्रकार याहवेह, हमारे परमेश्वर ने बाशान के राजा ओग को भी उसकी सारी सेना सहित हमारे अधीन कर दिया. हम उनका नाश इस सीमा तक करते चले गए कि कोई भी जीवित न रहा. 4उस समय हमने उसके सारे नगर अपने अधिकार में कर लिए; एक भी नगर ऐसा न रहा, जो हमने उनसे न छीना हो: साठ नगर, बाशान में ओग का साम्राज्य अर्थात् अरगोब का सारा क्षेत्र. 5इन सभी नगरों की दीवारें ऊंची-ऊंची थीं, इनमें फाटक और छड़ें थीं. इनके अलावा कुछ नगर ऐसे भी थे, जिनकी दीवारें न थीं. 6हमने इन सभी को पूरी तरह गिरा दिया, ठीक जिस प्रकार हमने हेशबोन के राजा सीहोन के साथ किया था-पुरुषों, स्त्रियों और बालकों को हर एक नगर में पूरी तरह नाश कर डाला. 7मगर हमने सभी पशुओं और नगरों से इकट्ठा की गई सामग्री को अपने लिए रख लिया.

8इस प्रकार हमने यरदन के पार के दो अमोरी राजाओं की अधीनता से, आरनोन की घाटी से लेकर हरमोन पर्वत तक की भूमि को अपने अधिकार में ले लिया. 9(सीदोनवासी हरमोन को सिरिओन और अमोरी इसे सेनीर कहकर पुकारते हैं.) 10इनके अलावा पठार के सारे नगर, सारे गिलआद, सारे बाशान, सलेकाह और एद्रेइ, जो बाशान में ओग के राज्य में थे. 11(रेफाइम के बचे हुए भाग में केवल बाशान का राजा ही शेष रह गया था. उल्लेखनीय बात यह है कि उसकी चारपाई लौह की थी; यह अब तक अम्मोनियों के रब्बाह में स्थापित है. यह लगभग चार मीटर लंबी और डेढ़ मीटर चौड़ी है.)

देश का विभाजन

12फिर हमने उसी समय इस देश को अपने अधिकार में कर लिया. यह आरनोन की घाटी अरोअर से गिलआद के आधे क्षेत्र और इसमें स्थित नगरों का क्षेत्र है, जो मैंने रियूबेन और गाद के घराने को दे दिया. 13बचा हुआ गिलआद, सारा बाशान अर्थात् जो ओग का साम्राज्य था, मैंने मनश्शेह के आधे गोत्र को दे दिया. (यह था अरगोब का पूरा क्षेत्र. सारे बाशान के बारे में कहा जाता है, कि यह रेफाइम का देश है. 14मनश्शेह के पुत्र याईर ने गेशूरियों और माकाहथियों की सीमाओं तक पूरा क्षेत्र अपने अधिकार में कर लिया, अर्थात् अपने नाम के अनुरूप बाशान और हव्वोथ-याईर, जो उसका आधुनिक नाम है.) 15माखीर को मैंने गिलआद दे दिया. 16रियूबेन और गाद के घराने को मैंने गिलआद का वह क्षेत्र दे दिया, जो आरनोन की घाटी तक फैला है (इसकी सीमा घाटी के बीच तक थी) और यब्बोक नदी तक, जो अम्मोनियों की सीमा भी थी. 17इसके अलावा अराबाह भी, जिसकी सीमा यरदन हो गई, किन्‍नेरेथ से लेकर अराबाह सागर तक, लवण-सागर, जिसके पूर्व में पिसगाह की ढलान की तलहटी है.

18इसके बाद मैंने उस समय तुम्हें यह आदेश दिया, “याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर ने तुम्हें यह देश अपने अधिकार में करने के उद्देश्य से दे दिया. तुम्हारे सारे वीर योद्धा शस्त्रों से सुसज्जित हो इस्राएल वंशज तुम्हारे भाइयों के आगे-आगे नदी पार करेंगे. 19मगर तुम्हारी पत्नियां, तुम्हारे बालक और तुम्हारे पशु मुझे मालूम है कि तुम्हारे पास बहुत पशु धन है, तुम्हारे साथ उसी समय तक उन्हीं नगरों में रहेंगे, जो मैंने तुम्हें दे दिए हैं, 20जब तक याहवेह तुम्हारे बंधुओं को तुम्हारे समान शांति और विश्राम न दे दें, और वे भी उस देश को अपने अधिकार में न कर लें, जो याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर तुम्हें यरदन पार देने पर हैं. यह सब होने पर तुममें से हर एक मेरे द्वारा तुम्हें सौंपी गई संपत्ति को लौटाओगे.”

मोशेह को यरदन पार करने से मना

21उस समय मैंने यहोशू को यह आदेश दिया, “तुमने तो खुद ही यह देख लिया है, कि याहवेह तुम्हारे परमेश्वर ने इन दो राजाओं के साथ क्या किया है; यही सब याहवेह उन सभी साम्राज्यों के साथ भी करेंगे, जिनसे होकर तुम निकलोगे. 22तुम उनसे कदापि भयभीत न होना; क्योंकि यह युद्ध वह है, जो याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर तुम्हारी ओर से लड़ेंगे.”

23मैंने उस समय याहवेह से यह विनती की: 24“प्रभु याहवेह, आपने अपने सेवक पर अपनी महिमा और सामर्थ्य दिखाना शुरू किया है. क्योंकि स्वर्ग और पृथ्वी पर कौन है ऐसा देवता, जो आपके समान ऐसे काम और सामर्थ्य से भरे काम पूरे कर सके? 25प्रभु, मेरी विनती है, कृपा कर मुझे यरदन के पार जाकर उस श्रेष्ठ देश को सिर्फ देख लेने दीजिए, उस सुहावने पर्वतीय प्रदेश और लबानोन को.”

26मगर याहवेह तुम्हारे कारण मुझसे क्रोधित थे. उन्होंने मेरी इस विनती को अनसुनी की. उन्होंने कहा, “बहुत हो चुका, अब मुझसे इस विषय का वर्णन न करना. 27पिसगाह पर्वत शिखर पर चले जाओ, पश्चिम, उत्तर, पूर्व और दक्षिण दिशा की ओर दृष्टि कर उसको देख लो, क्योंकि यरदन के पार तो तुम जा ही न सकोगे. 28हां, यहोशू को नियुक्त करो, उसे प्रोत्साहित करो, उसे दृढ़ बनाओ, क्योंकि वही इन लोगों का अगुआ होकर यरदन के पार जाएगा और वही उन्हें मीरास में वह देश प्रदान करेगा, जिसे तुम देखने पर हो.” 29तब हम बेथ-पिओर के पास की घाटी में ही ठहरे रहे.