ኢያሱ 1 – NASV & HCV

New Amharic Standard Version

ኢያሱ 1:1-18

እግዚአብሔር ኢያሱን አዘዘ

1የእግዚአብሔር ባሪያ ሙሴ ከሞተ በኋላ፣ እግዚአብሔር የሙሴን አገልጋይ የነዌን ልጅ ኢያሱን እንዲህ አለው፤ 2“እነሆ፤ ባሪያዬ ሙሴ ሞቷል፤ እንግዲህ አሁንም አንተና ይህ ሕዝብ ሁሉ ተነሡ፤ ለእስራኤላውያን ወደምሰጣቸው ምድር ለመግባት የዮርዳኖስን ወንዝ ተሻገሩ። 3ለሙሴ በሰጠሁትም ተስፋ መሠረት፣ እግራችሁ የሚረግጠውን ቦታ ሁሉ እሰጣችኋለሁ። 4የርስታችሁ ዳርቻ ከምድረ በዳው እስከ ሊባኖስ፣ ከታላቁ ወንዝ ከኤፍራጥስ አንሥቶ፣ የኬጢያውያንን ምድር በሙሉ ይዞ፣ በምዕራብ በኩል እስከ ታላቁ ባሕር1፥4 የሜድትራኒያን ባሕር ይደርሳል። 5በሕይወት በምትኖርበት ዘመን ሁሉ ማንም አይቋቋምህም፤ ከሙሴ ጋር እንደ ነበርሁ ሁሉ ከአንተም ጋር እሆናለሁ፤ ከቶ አልጥልህም፤ አልተውህም።

6“ጽና፤ ለቀደሙት አባቶቻቸው እሰጣችኋለሁ ብዬ የማልሁላቸውን ምድር እንዲወርሱ፣ ይህን ሕዝብ የምትመራው አንተ ነህና በርታ። 7አይዞህ፤ ብቻ አንተ በርታ፤ ባሪያዬ ሙሴ የሰጠህን ትእዛዝ ሁሉ በጥንቃቄ ጠብቅ፤ በምትሄድበትም ሁሉ እንዲሳካልህ፣ ወደ ቀኝም ወደ ግራም አትበል። 8ይህ የሕግ መጽሐፍ ከአፍህ አይለይ፤ በውስጡ የተጻፈውን ሁሉ በጥንቃቄ እንድትፈጽመውም ቀንም ሆነ ሌት ከሐሳብህ አትለየው፤ ይህን ካደረግህ ያሰብኸው ይቃናል፤ ይሳካልም፤ 9በምትሄድበት ሁሉ እግዚአብሔር አምላክህ ከአንተ ጋር ነውና አይዞህ፤ በርታ፤ ጽና፤ አትፍራ፤ አትደንግጥ ብዬ አላዘዝሁህምን?”

10ኢያሱም የሕዝቡን አለቆች እንዲህ ሲል አዘዛቸው፤ 11“ወደ ሰፈር ግቡ፤ ለሕዝቡም፣ ‘ስንቃችሁን አዘጋጁ፤ ከአሁን ጀምሮ ባሉት ሦስት ቀናት ውስጥ ዮርዳኖስን ተሻግራችሁ፣ እግዚአብሔር አምላካችሁ ርስት አድርጎ የሚሰጣችሁን ምድር ገብታችሁ ትወርሳላችሁ’ በሏቸው።”

12ኢያሱ የሮቤልን ነገድ፣ የጋድን ነገድና የምናሴን ነገድ እኩሌታ እንዲህ አላቸው፤ 13የእግዚአብሔር ባሪያ ሙሴ እንዲህ ሲል የሰጣችሁን ትእዛዝ አስቡ፤ ‘እግዚአብሔር አምላካችሁ ያሳርፋችኋል፤ ይህችንም ምድር ይሰጣችኋል።’ 14ሚስቶቻችሁና ልጆቻችሁ እንዲሁም ከብቶቻችሁ ሙሴ በሰጣችሁ ከዮርዳኖስ በስተ ምሥራቅ ባለው ምድር ይቈዩ፤ ነገር ግን ተዋጊዎቻችሁ ሁሉ፣ ከነሙሉ ትጥቃቸው፣ ከወንድሞቻችሁ ቀድመው ይሻገሩ፤ እናንተም ከወንድሞቻችሁ ጐን ተሰለፉ። 15ይህም፣ እግዚአብሔር እስኪያሳርፋቸውና ለእናንተም እንዳደረገው ሁሉ፣ እነርሱም እግዚአብሔር አምላካችሁ የሰጣቸውን ምድር እስኪወርሱ ድረስ ነው። ከዚህ በኋላ እናንተም ተመልሳችሁ የእግዚአብሔር ባሪያ ሙሴ የሰጣችሁን፣ በፀሓይ መውጫ ከዮርዳኖስ በስተ ምሥራቅ ያለውን ምድር ትወርሳላችሁ።”

16እነርሱም ለኢያሱ እንዲህ ሲሉ መለሱለት፤ “ያዘዝኸንን ሁሉ እናደርጋለን፤ ወደምትልከንም ሁሉ እንሄዳለን። 17ለሙሴ ሙሉ በሙሉ እንደ ታዘዝን ሁሉ፣ ለአንተም እንታዘዛለን፤ ብቻ እግዚአብሔር አምላክህ ከሙሴ ጋር እንደ ነበረ፣ አሁንም ከአንተ ጋር ይሁን። 18በትእዛዝህ ላይ የሚያምፅና ለቃልህ የማይታዘዝ ሁሉ ይገደል፤ ብቻ አንተ ጽና፤ አይዞህ፤ በርታ።”

Hindi Contemporary Version

यहोशू 1:1-18

यहोशू के लिए याहवेह का आयोग

1याहवेह के सेवक मोशेह के मरने के बाद याहवेह ने नून के पुत्र यहोशू से कहा, 2“मोशेह, मेरे सेवक की मृत्यु हो चुकी है; अब तुम उठो और इन सभी लोगों के साथ यरदन नदी के उस पार जाओ, जिसे मैं इस्राएलियों को दे रहा हूं. 3और, जहां-जहां तुम पांव रखोगे, वह जगह मैं तुम्हें दूंगा, ठीक जैसा मैंने मोशेह से कहा था. 4लबानोन के निर्जन प्रदेश से महानद फरात तक, और हित्तियों के देश से लेकर महासागर1:4 महासागर अर्थात् भूमध्य-सागर तक, सब देश तुम्हारा होगा. और 5कभी भी कोई तुम्हारा विरोध न कर सकेगा. ठीक जिस प्रकार मैं मोशेह के साथ रहा हूं, उसी प्रकार तुम्हारे साथ भी रहूंगा. मैं न तो तुम्हें छोडूंगा और न त्‍यागूंगा. 6इसलिये दृढ़ हो जाओ, क्योंकि तुम ही इन लोगों को उस देश पर अधिकारी ठहराओगे, जिसको देने का वादा मैंने पहले किया था.

7“तुम केवल हिम्मत और संकल्प के साथ बढ़ते जाओ और मेरे सेवक मोशेह द्वारा दिए गये नियम सावधानी से मानना; उससे न तो दाईं ओर मुड़ना न बाईं ओर, ताकि तुम हमेशा सफल रहो. 8तुम्हारे मन से व्यवस्था की ये बातें कभी दूर न होने पाए, लेकिन दिन-रात इसका ध्यान करते रहना, कि तुम उन बातों का पालन कर सको, जो इसमें लिखी गयी है; तब तुम्हारे सब काम अच्छे और सफल होंगे. 9मेरी बात याद रखो: दृढ़ होकर हिम्मत के साथ आगे बढ़ो; न घबराना, न उदास होना. क्योंकि याहवेह, तुम्हारा परमेश्वर तुम्हारे साथ हैं; चाहे तुम कहीं भी जाओ, याहवेह तुम्हारे साथ हैं.”

10फिर यहोशू ने अधिकारियों को यह आदेश दिया: 11“छावनी में जाकर लोगों को यह आज्ञा दो, ‘तीन दिन के भीतर तुम्हें यरदन नदी को पार करके उस देश में जाना है, जो याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर तुम्हें देनेवाले हैं, तब अपने लिए भोजन वस्तुएं तैयार कर रखो.’ ”

12यहोशू ने रियूबेन, गाद तथा मनश्शेह के आधे गोत्र से कहा, 13“याहवेह के सेवक मोशेह के आदेश को मत भूलना, जो उन्होंने कहा था, ‘याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर तुम्हें आराम के लिए एक स्थान देंगे.’ 14तुम्हारी पत्नियां, तुम्हारे बालक तथा तुम्हारे पशु उस भूमि पर रहेंगे, जो मोशेह द्वारा यरदन के उस पार दी गई है, किंतु तुम्हारे सब योद्धाओं को अपने भाई-बंधुओं के आगे जाना होगा, ताकि वे उनकी सहायता कर सकें. 15जब तक याहवेह तुम्हारे भाई-बंधुओं को आराम न दें, तथा वे भी उस भूमि को अपने अधिकार में न कर लें, जो याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर उन्हें देंगे. फिर तुम अपने देश को लौट सकोगे और उस भूमि पर अधिकार कर सकोगे, जो याहवेह के सेवक मोशेह ने तुम्हें यरदन के उस पार दी है.”

16उन्होंने यहोशू को उत्तर दिया, “आपने जो कहा है, हम उसको मानेंगे, आप हमें जहां भेजेंगे, हम वहां जाएंगे. 17जिस प्रकार हम मोशेह की सब बातों को मानते थे, उसी प्रकार आपकी भी सब बातो को मानेंगे. बस इतना हो, कि याहवेह, परमेश्वर आपके साथ वैसे ही बने रहें, जैसे वह मोशेह के साथ थे. 18यदि कोई भी, आपकी बातों का विरोध करेगा या, आपके द्वारा दिए गए समस्त आदेशों का पालन न करेगा, उसको मार दिया जाएगा!”