瑪拉基書 2 – CCBT & HCV

Chinese Contemporary Bible (Traditional)

瑪拉基書 2:1-17

1祭司們啊,這誡命是傳給你們的。 2萬軍之耶和華說:「如果你們不聽從我的話,也不從內心尊崇我的名,我必使咒詛臨到你們,把你們的福氣變成咒詛。事實上,因為你們不把我的誡命放在心上,我已經咒詛了你們。 3我必斥責你們的子孫,把你們祭牲的糞便抹在你們臉上,又把你們和糞便一同丟掉, 4你們便知道我這樣告誡你們,是為了維持我與你們祖先利未所立的約。這是萬軍之耶和華說的。 5我與他所立的是生命和平安之約,我將生命和平安賜給他,使他心存敬畏。他就尊崇我,敬畏我的名。 6他口中教導真理,嘴裡毫無詭詐。他與我同行,過著平安正直的生活,並引導許多人遠離罪惡。 7祭司的嘴唇應持守知識,人民應從他口中尋求訓誨,因為他是萬軍之耶和華的使者。 8然而,你們卻偏離正道,你們的教導使許多人跌倒,破壞了我和利未所立的約。」這是萬軍之耶和華說的。 9「因此,我必使你們在眾人面前遭藐視、輕賤。因為你們不遵守我的道,在教導上偏心待人。」

10難道我們不是出於同一位父親,由同一位上帝所造嗎?為何我們竟彼此欺騙,背棄上帝與我們祖先所立的約呢? 11猶大人不忠貞,在以色列耶路撒冷做了可憎的事,他們娶信奉外邦神明的女子為妻,褻瀆了耶和華所愛的聖所。 12願耶和華從雅各的帳篷中剷除所有做這事並獻供物給萬軍之耶和華的人!

13另外,你們哀哭悲歎,眼淚甚至淹沒了耶和華的祭壇,因為耶和華不再理會你們的供物,不再悅納你們所獻的。 14你們還問為什麼。因為耶和華在你和你的髮妻中間作證,她是你的配偶,是你盟約的妻子,你卻對她不忠。 15上帝不是把你們結合為一體,叫你們肉體和心靈都歸祂嗎2·15 此句希伯來文語意不清。?祂為何這樣做?是為了得敬虔的後裔。所以,你們要小心謹慎,不可對自己的髮妻不忠。 16以色列的上帝耶和華說:「我憎惡休妻和以暴虐待妻子的人。所以要守護你們的心,不可有不忠的行為。」這是萬軍之耶和華說的。 17你們說的話使耶和華厭煩,然而,你們還說:「我們在何事上令祂厭煩呢?」因為你們說:「耶和華將所有作惡者視為好人,並且喜悅他們」,還說:「公義的上帝在哪裡?」

Hindi Contemporary Version

मलाकी 2:1-17

पुरोहितों को अतिरिक्त चेतावनी

1“और अब, हे पुरोहितो, यह चेतावनी तुम्हारे लिए है. 2यदि तुम नहीं सुनते हो, और यदि तुम मेरे नाम का आदर करने का निश्चय नहीं करते हो,” सर्वशक्तिमान याहवेह का कहना है, “तो मैं तुमको एक शाप दूंगा, और मैं तुम्हारी आशीषों को श्रापित करूंगा. हां, मैं उन्हें पहले ही शापित कर चुका हूं, क्योंकि तुमने मेरा आदर न करने का निश्चय किया है.

3“तुम्हारे कारण मैं तुम्हारी संतान को डांटूंगा; तुम्हारे त्योहार में बलिदान किए गये पशुओं के गोबर को मैं तुम्हारे चेहरों पर मलूंगा, और तुम्हें इसी स्थिति में ले जाया जाएगा. 4तब तुम जानोगे कि मैंने ये चेतावनी दी है, ताकि लेवी के साथ बांधी गई मेरी वाचा बनी रहे,” सर्वशक्तिमान याहवेह का कहना है. 5“मेरी वाचा उसके साथ थी; यह जीवन और शांति की एक वाचा थी, और मैंने इस वाचा को उसे दिया था; यह आदर सम्मान के लिये था और उसने मेरा आदर सम्मान किया और मेरे नाम का भय माना. 6वह अपने मुंह से सही निर्देश देता था, और उसके मुंह से कोई गलत बात नहीं निकलती थी. वह शांति और ईमानदारी से मेरे साथ चलता था, और उसने बहुतों को पापमय जीवन से लौटा ले आया.

7“क्योंकि एक पुरोहित को अपनी बातों से ज्ञान को बनाए रखना चाहिये, क्योंकि वह सर्वशक्तिमान याहवेह का संदेशवाहक है और लोग उससे शिक्षा पाने की आशा रखते हैं. 8परंतु तुम सही रास्ते से भटक गये हो, और तुम्हारी शिक्षा से बहुतों ने ठोकर खाई है; तुमने लेवी के साथ बांधी गई वाचा को तोड़ दिया है,” सर्वशक्तिमान याहवेह का कहना है. 9“इसलिये मैंने तुमको सब लोगों के सामने तुच्छ जाना है और तुम्हें अपमानित किया है, क्योंकि तुम मेरे बताए रास्ते पर नहीं चले हो, और कानून के मामले में पक्षपात किए हो.”

तलाक के ज़रिये वाचा को तोड़ना

10क्या हम सभी के एक ही पिता नहीं? क्या एक ही परमेश्वर ने हमारी सृष्टि नहीं की? तब हम क्यों एक दूसरे से विश्वासघात करके अपने पूर्वजों की वाचा को तोड़ देते हैं?

11यहूदाह ने विश्वासघात किया है. इस्राएल तथा येरूशलेम में एक घृणित काम किया गया है: यहूदाह ने उन स्त्रियों से विवाह किया है, जो दूसरे देवताओं की आराधना करती हैं और ऐसा करके उसने याहवेह के उस पवित्र स्थान को अपवित्र किया है जिससे याहवेह प्रेम करता है. 12जो भी व्यक्ति ऐसा करता है, वह कोई भी क्यों न हो, उसे याहवेह याकोब के तंबुओं से निकाल दे—भले ही वह व्यक्ति सर्वशक्तिमान याहवेह को चढ़ाने के लिये एक बलिदान लाए.

13दूसरा काम तुम यह करते हो: तुम रोते हुए याहवेह की वेदी को अपने आंसुओं से भिगो देते हो. तुम रोते और विलाप करते हो क्योंकि अब याहवेह तुम्हारी भेंटों पर कृपादृष्टि नहीं करते या खुश होकर उन्हें तुम्हारे हाथों ग्रहण नहीं करते. 14तुम पूछते हो, “ऐसा क्यों?” ऐसा इसलिये होता है, क्योंकि याहवेह तुम्हारे और तुम्हारे जवानी के दिनों की पत्नी के बीच गवाह है. तुमने उसके साथ विश्वासघात किया है, यद्यपि वह तुम्हारे जीवन भर की साथी और शादी में किए गये वाचा की तुम्हारी पत्नी है.

15क्या तुम्हें एक परमेश्वर ने नहीं बनाया? तुम्हारी देह और आत्मा उसकी है. और एक परमेश्वर किस बात की अपेक्षा करता है? श्रद्धा करनेवाली संतान. इसलिये सावधान रहो, और अपने जवानी के दिनों की पत्नी के साथ विश्वासघात मत करो.

16याहवेह, इस्राएल के परमेश्वर का कहना है, “जो व्यक्ति अपनी पत्नी से घृणा करता और उसे तलाक देता है, तो वह उस पर हिंसा करता है जिसकी उसने रक्षा करना चाहिये,” सर्वशक्तिमान याहवेह का कहना है.

इसलिये सावधान रहो, और विश्वासघात मत करो.

अन्याय करने के द्वारा वाचा को तोड़ना

17तुमने अपनी बातों से याहवेह को खिन्‍न कर दिया है.

और तुम पूछते हो, “हमने उन्हें कैसे खिन्‍न किया है?”

ये कहने के द्वारा, “वे सब जो बुरे काम करते हैं, वे याहवेह की दृष्टि में अच्छे व्यक्ति हैं, और याहवेह उनसे खुश हैं” या “न्यायी परमेश्वर कहां है?”