瑪拉基書 3 – CCBT & HCV

Chinese Contemporary Bible (Traditional)

瑪拉基書 3:1-18

1萬軍之耶和華說:「我要差遣我的使者為我開路。你們所尋求的主必突然來到祂的殿中。你們所期盼的那位立約的使者快要來了!」 2然而,祂來臨的日子,誰能承受得了呢?祂出現的時候,誰能站立得住呢?因為祂像煉金之火,又像漂白衣裳的鹼。 3祂要坐下來,像煉淨銀子的人那樣潔淨利未的子孫,像熬煉金銀一樣熬煉他們,使他們憑公義向耶和華獻祭。 4這樣,猶大耶路撒冷所獻的祭物就會蒙耶和華悅納,如同以往的日子、從前的歲月。

5萬軍之耶和華說:「我要來到你們當中施行審判,速速作證指控那些行邪術的、通姦的、起假誓的、克扣工人薪水的、欺壓寡婦孤兒的、冤枉異鄉人的,以及不敬畏我的。

十分之一奉獻

6「我耶和華永恆不變,所以你們這些雅各的子孫才沒有滅絕。」 7萬軍之耶和華說:「從你們祖先開始,你們就常常偏離我的律例,不肯遵從。現在你們要轉向我,我就轉向你們。可是你們竟然說,『我們怎麼轉向你呢?』 8人怎可搶奪上帝的東西呢?可是你們不但搶奪我的東西,還說,『我們在何事上搶過你的東西呢?』

「你們在十分之一的奉獻和其他供物上搶奪我的東西。 9舉國上下都是如此,所以你們必受咒詛。」 10萬軍之耶和華說:「你們要把當納的十分之一全部送到我的倉庫,使我的殿中有糧。你們這樣試試,看我會不會為你們打開天上的窗戶,把祝福傾倒給你們,直到無處可容。」 11萬軍之耶和華說:「我必為你們驅除害蟲,不許牠們毀壞你們地裡的出產,你們田間的葡萄必不會未熟先落。」 12萬軍之耶和華說:「萬國必稱你們為有福的,因為這地方必成為一片樂土。」

13耶和華說:「你們出言譭謗我,還問,『我們怎麼譭謗你了?』 14你們說,『事奉上帝是虛空的。遵從上帝的吩咐,在萬軍之耶和華面前痛悔有什麼益處? 15如今我們稱狂傲的人有福,因為作惡的人凡事順利,他們雖然試探上帝,卻仍能逃過災禍。』」

16那時,敬畏耶和華的彼此交談,耶和華必留心傾聽,祂面前的紀念冊上記錄著敬畏祂和尊崇祂名的人。 17萬軍之耶和華說:「到我所定的日子,他們必成為我寶貴的產業,我要憐憫他們,如同父親憐憫他的孝順兒子。 18那時,你們將再度看出義人與惡人之間的區別,事奉上帝者和不事奉上帝者之間的不同。

Hindi Contemporary Version

मलाकी 3:1-18

1“मैं अपने-अपने संदेशवाहक को भेजूंगा, जो मेरे आने के पहले मेरा मार्ग तैयार करेगा. तब वह प्रभु जिसकी खोज तुम कर रहे हो, वे अचानक अपने मंदिर में आ जाएंगे; वाचा का वह संदेशवाहक जिसे तुम चाहते हो, वह आ जाएगा,” सर्वशक्तिमान याहवेह का कहना है.

2पर उसके आने के दिन को कौन सह सकता है? जब वह प्रगट होगा, तो उसके आगे कौन खड़ा रह सकेगा? क्योंकि वह सोनार की भट्टी के समान प्रचंड या धोबी के साबुन के जैसा होगा. 3वह चांदी को साफ करनेवाला और शुद्ध करनेवाला के रूप में बैठेगा; वह लेवियों को शुद्ध करेगा और उन्हें सोने और चांदी के समान साफ करेगा. तब याहवेह के पास लोग होंगे, जो धर्मीपन में भेंट चढ़ाएंगे, 4तब यहूदिया तथा येरूशलेम के लोगों की भेंट को याहवेह ऐसे ग्रहण करेंगे, जैसे पहले के दिनों में और पहले के वर्षों में ग्रहण करते थे.

5“तब मैं तुम्हें परखने के लिये आऊंगा. मैं तुरंत उन लोगों के विरुद्ध गवाही दूंगा, जो जादू-टोन्हा करते, व्यभिचार करते, झूठी गवाही देते, और जो मजदूरों की मजदूरी को दबाते, जो विधवाओं और अनाथों पर अत्याचार करते, और तुम्हारे बीच रहनेवाले परदेशियों का न्याय बिगाड़ते, और मेरा भय नहीं मानते हैं,” सर्वशक्तिमान याहवेह का कहना है.

दशमांश रोकने के द्वारा वाचा को तोड़ना

6“मैं याहवेह नहीं बदलता हूं. इसलिये तुम, जो याकोब की संतान हो, नाश नहीं हुए हो. 7अपने पूर्वजों के समय से तुम मेरे आदेशों से हटते आये हो, तुमने उनका पालन नहीं किया है. मेरे पास लौट आओ, और मैं तुम्हारे पास लौट आऊंगा,” सर्वशक्तिमान याहवेह का कहना है.

“पर तुम पूछते हो, ‘हमें कैसे लौटना है?’

8“क्या मात्र एक मरणशील मनुष्य परमेश्वर को लूट सकता है? तो भी तुम मुझे लूटते हो.

“पर तुम पूछते हो, ‘हम आपको कैसे लूट रहे हैं?’

“दशमांश और भेंटों में. 9तुम एक शाप के अधीन हो—तुम्हारी पूरी जाति—क्योंकि तुम मुझे लूट रहे हो. 10सारा दशमांश भंडार घर में ले आओ, कि मेरे भवन में भोजन रहे. इस विषय में मुझे परखकर देखो,” सर्वशक्तिमान याहवेह का कहना है, “कि मैं किस प्रकार तुम्हारे लिए स्वर्ग के झरोखे खोलकर आशीषों की ऐसी बारिश करूंगा कि इसे रखने के लिए तुम्हारे पास पर्याप्‍त जगह न होगी. 11मैं तुम्हारी फसल को नाश करनेवाले कीड़ों को रोकूंगा, और तुम्हारे खेतों में अंगूर के फल पकने के पहले कच्चे नहीं गिरेंगे,” सर्वशक्तिमान याहवेह का कहना है. 12“तब सब जाति के लोग तुम्हें आशीषित कहेंगे, क्योंकि तुम्हारा देश खुशी से भरा एक देश होगा,” सर्वशक्तिमान याहवेह का कहना है.

इस्राएल अभिमानी होकर परमेश्वर के विरुद्ध बात करता है

13“तुमने मेरे विरुद्ध अभिमान से भरकर बात कही है,” याहवेह का कहना है.

“फिर भी तुम पूछते हो, ‘हमने आपके विरुद्ध क्या कहा है?’

14“तुमने कहा है, ‘व्यर्थ है परमेश्वर की सेवा करना. उसके बताए कामों को पूरा करने और सर्वशक्तिमान याहवेह के सामने शोकित मनुष्य के रूप में जाने से हमें क्या फायदा होता है? 15पर अब हम घमंडी मनुष्य को आशीषित सुखी कहते हैं. निश्चित रूप से बुरा काम करनेवाले समृद्ध होते जा रहे हैं, और यहां तक कि जब वे परमेश्वर को परखते हैं, तब भी वे बच निकलते हैं.’ ”

विश्वासयोग्य बचा भाग

16तब जो याहवेह का भय मानते थे, उन्होंने एक दूसरे से बात की, और याहवेह ने ध्यान से उनकी बातें सुनी. जिन्होंने याहवेह का भय माना और उसके नाम का आदर किया, उनके बारे में याहवेह के सामने एक स्मरण पुस्तिका लिखी गई.

17सर्वशक्तिमान याहवेह का कहना है, “उस दिन जब मैं अपना कार्य करूंगा,” तो वे लोग मेरे कीमती भाग होंगे. मैं उन्हें बचाऊंगा, जैसे कि एक पिता अपने सेवा करनेवाले बेटे के ऊपर करुणा करता और उसे बचाता है. 18तब तुम फिर धर्मी और दुष्ट के बीच, और परमेश्वर की सेवा करनेवाले और परमेश्वर की सेवा नहीं करनेवाले के बीच फर्क को देखोगे.