1 थिस्‍सलुनीके 5 – New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) NCA

New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी)

1 थिस्‍सलुनीके 5:1-28

परभू के अवई बर तियार रहव

1अब हे भाईमन हो, परभू के आय के समय अऊ तारिख के बारे म तुमन ला लिखे के जरूरत नइं ए? 2काबरकि तुमन खुद जानत हव कि परभू के दिन ह अइसने आही, जइसने चोर ह रतिहा आथे। 3जब मनखेमन कहत होहीं कि सांति हवय अऊ जम्मो बने हवय, तभे जइसने देहें बोहे माईलोगन ला छुवारी होय के पीरा होथे, वइसने अचानक बिनास ह ओमन के ऊपर आ पड़ही अऊ ओमन बिनास ले बच नइं सकहीं।

4पर हे भाईमन हो, तुमन तो अंधियार म नइं अव कि ए दिन ह तुमन ला एक चोर के सहीं अचम्भो म डारय। 5तुमन जम्मो झन अंजोर के संतान अऊ दिन के संतान अव। हमन रतिहा या अंधियार के संतान नो हन। 6एकरसेति, आवव, हमन आने मन सहीं सोवत नइं रहन, पर जागत अऊ सचेत रहन। 7काबरकि जऊन मन सुतथें, ओमन रतिहा सुतथें अऊ जऊन मन पीके मतवाल बनथें, ओमन रतिहा पीके मतवाल बनथें। 8पर जब हमन ह दिन के अन, त आवव, हमन छाती के कवच के रूप म बिसवास अऊ मया ला पहिरके अऊ टोप के रूप म उद्धार के आसा ला पहिरके सचेत रहन। 9काबरकि परमेसर ह हमन ला दंड भोगे बर नइं, पर हमर परभू यीसू मसीह के दुवारा उद्धार पाय बर ठहिराय हवय। 10मसीह ह हमर खातिर मर गीस, ताकि चाहे हमन जीयत रहन या मर जावन, हमन ओकरे संग रहन। 11एकर खातिर, एक-दूसर ला उत्साहित करव अऊ एक-दूसर के बढ़ती म मदद करव, जइसने कि तुमन अभी करत घलो हवव।

आखिरी निरदेस

12अब हे भाईमन हो, हमन तुम्‍हर ले बिनती करथन कि ओमन के आदर करव, जऊन मन तुम्‍हर बीच म कठोर मिहनत करथें, जऊन मन परभू म तुम्‍हर अगुवा अंय अऊ जऊन मन तुमन ला सचेत करत रहिथें। 13ओमन के काम के कारन, मया के संग ओमन के बहुंत आदर करव। एक-दूसर के संग सांति से रहव। 14अऊ हे भाईमन, हमन तुम्‍हर ले बिनती करथन कि आलसी मनखेमन ला चेतउनी देवव; डरपोकमन ला उत्साहित करव; निरबलमन के मदद करव; जम्मो झन के संग सहनसीलता के बरताव करव। 15ए बात के धियान रखव कि तुमन ले कोनो बुरई के बदले बुरई झन करय, पर हमेसा एक-दूसर के अऊ जम्मो झन के भलई करे के कोसिस करव।

16हमेसा आनंदित रहव; 17लगातार पराथना करत रहव; 18हर परिस्थिति म धनबाद देवव, काबरकि तुम्‍हर बर मसीह यीसू म परमेसर के एहीच ईछा अय।

19पबितर आतमा के काम ला रोके के कोसिस झन करव; 20अगमबानी के बात ला तुछ झन समझव। 21हर बात ला परखव; जऊन ह बने बात ए, ओहीच म बने रहव। 22हर किसम के बुरई ले अलग रहव।

23सांति देवइया परमेसर ह खुद तुमन ला हर किसम ले पबितर करय। हमर परभू यीसू मसीह के आवत तक, तुम्‍हर जम्मो आतमा, जीव अऊ देहें ह निरदोस रहय। 24परमेसर ह तुमन ला बलाय हवय; ओह सच्‍चा ए अऊ ओह एला करही।

25हे भाईमन, हमर बर पराथना करव। 26पबितर चूमा के संग जम्मो भाईमन ला जोहार करव। 27परभू के नांव म, मेंह तुमन ला ए जिम्मेदारी देवत हंव कि ए चिट्ठी ला उहां भाईमन करा पढ़के सुनाय जावय।

28हमर परभू यीसू मसीह के अनुग्रह तुम्‍हर ऊपर होवत रहय।