लूका 2 – NCA & CCB

New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी)

लूका 2:1-52

यीसू के जनम

(मत्ती 1:18-25)

1ओ समय म महाराजा अगस्तुस ए हुकूम निकारिस कि जम्मो रोमन राज म जनसंख्या के गनती करे जावय। 2(जब ए पहिली जनसंख्या के गनती होईस, त ओ समय क्विरिनियुस ह सीरिया के राजपाल रिहिस)। 3अऊ जम्मो मनखेमन नांव लिखवाय बर अपन-अपन सहर या गांव म गीन।

4यूसुफ ह घलो गलील प्रदेस के नासरत सहर ले यहूदिया प्रदेस म दाऊद के गांव बैतलहम गीस, काबरकि ओह दाऊद के परिवार अऊ बंस के रिहिस। 5ओह उहां मरियम के संग नांव लिखवाय बर गीस, जेकर संग ओकर बिहाव तय हो गे रिहिस। मरियम ह ओ समय देहें म रहय। 6जब ओमन उहां रिहिन, त मरियम के लइका जने के समय होईस। 7ओह अपन पहिलांत बेटा ला जनम दीस अऊ ओला कपड़ा म लपेटके कोटना म रखिस, काबरकि उहां ओमन बर धरमसाला म जगह नइं रिहिस।

चरवाहा अऊ स्‍वरगदूत मन

8उहां लकठा के मैदान म, कुछू चरवाहामन रतिहा अपन भेड़ के झुंड के रखवारी करत रहंय। 9तब परभू के एक स्‍वरगदूत ह ओमन करा परगट होईस, अऊ परभू के महिमा के तेज ओमन के चारों कोति चमकिस, अऊ ओमन डर्रा गीन। 10पर स्‍वरगदूत ह ओमन ला कहिस, “झन डर्रावव! मेंह तुम्‍हर बर बड़े आनंद के सुघर संदेस लाने हवंव, जऊन ह जम्मो मनखेमन बर होही। 11आज राजा दाऊद के सहर म तुम्‍हर बर एक उद्धार करइया जनमे हवय; अऊ ओहीच ह मसीह परभू अय। 12अऊ तुम्‍हर बर एकर ए चिन्‍हां होही कि तुमन एक लइका ला कपड़ा म लपटाय अऊ कोटना म सुते पाहू।”

13तब अचानक ओ स्‍वरगदूत के संग स्वरगदूतमन के एक बड़े दल परगट होईस अऊ ओमन परमेसर के महिमा करत ए कहत रहंय,

14“सबले ऊंच स्‍वरग म परमेसर के महिमा अऊ धरती म ओ मनखेमन ऊपर सांति होवय,

जऊन मन ले ओह खुस हवय।”

15जब स्वरगदूतमन ओमन करा ले स्‍वरग चले गीन, त चरवाहामन एक-दूसर ला कहिन, “आवव, हमन बैतलहम जाके ए बात ला देखी, जेकर बारे म परभू ह हमन ला बताय हवय।”

16एकरसेति ओमन झटपट गीन, अऊ मरियम अऊ यूसुफ ला अऊ ओ लइका ला देखिन, जऊन ह कोटना म सुते रहय। 17ओला देखे के बाद, चरवाहामन बताय लगिन कि ओ लइका के बारे म ओमन ला का कहे गे रिहिस; 18अऊ जम्मो मनखे चरवाहामन के बात ला सुनके अचम्भो करन लगिन। 19पर मरियम ह ए जम्मो बात ला सोचत, एला अपन मन म रखिस। 20जइसने चरवाहामन ला बताय गे रिहिस, वइसनेच ओमन सुनिन अऊ देखिन अऊ परमेसर के महिमा अऊ बड़ई करत लहुंट गीन।

मंदिर म यीसू के अरपन

21आठवां दिन म, जब लइका के खतना करे के समय आईस, त ओकर नांव “यीसू” रखे गीस। ए नांव ला स्‍वरगदूत ह ओकर पेट म आय के पहिली ले देय रिहिस।

22जब मूसा के कानून के मुताबिक ओमन के सुध होय के समय पूरा होईस, त यूसुफ अऊ मरियम लइका ला परभू ला अरपन करे बर यरूसलेम सहर ले गीन। 23(जइसने परभू के कानून म लिखे हवय, “हर एक पहिलांत बेटा परभू बर पबितर करे जावय”2:23 निरगमन 13:2, 12), 24अऊ परभू के कानून के मुताबिक पंड़की के एक जोड़ा या दू ठन परेवा पीला ला बलिदान करे जावय।2:24 लैब्यवस्था 12:8

25यरूसलेम म सिमोन नांव के एक मनखे रहय। ओह धरमी अऊ परमेसर के भक्त रहय। ओह इसरायलीमन बर सांति के बाट जोहत रहय अऊ पबितर आतमा ओकर संग रहय। 26पबितर आतमा के दुवारा ओला ए बताय गे रहय कि जब तक ओह परभू के मसीह ला देख नइं लिही, तब तक ओह नइं मरही। 27ओहीच दिन पबितर आतमा के अगुवई ले, ओह मंदिर म गीस। जब दाई-ददा लइका यीसू ला भीतर लाईन कि ओकर बर कानून के मुताबिक रीति-रिवाज ला पूरा करंय। 28तब समोन ह लइका ला अपन कोरा म लीस अऊ परमेसर के इस्तुति करत कहिस,

29“हे परभू, अपन परतिगियां के मुताबिक

अब तोर सेवक ला सांति के संग बिदा कर।

30काबरकि मोर आंखीमन उद्धार करइया ला देख ले हवंय,

31जऊन ला तेंह जम्मो मनखेमन ला दे हवस,

32कि ओह आनजातमन बर अंजोर,

अऊ तोर इसरायली मनखेमन बर महिमा होवय।”

33यीसू के बारे म जो कहे गीस, ओला सुनके ओकर ददा अऊ दाई अचम्भो करिन। 34तब सिमोन ह ओमन ला आसिस दीस अऊ ओकर दाई मरियम ला कहिस, “ए लइका ह इसरायल म बहुंते झन के बिनास अऊ उद्धार खातिर चुने गे हवय, अऊ एह परमेसर के एक चिन्‍हां होही, जेकर बिरोध म बोले जाही, 35ताकि बहुंते झन के हिरदय के बिचार ह परगट हो जावय। अऊ एक तलवार तोर खुद के जीव ला घलो छेदही।”

36हन्ना नांव के एक अगमबानी करइया माईलोगन रिहिस। ओह फनूएल के बेटी अऊ आसेर के गोत्र के रिहिस। ओह बहुंत डोकरी हो गे रहय। बिहाव होय के बाद ओह अपन घरवाला के संग सात साल तक रिहिस, 37अऊ तब ले चौरासी बछर हो गे रहय, ओह बिधवा रिहिस। ओह मंदिर ला कभू नइं छोंड़य, पर उपास अऊ पराथना करत, रात अऊ दिन अराधना करत रहय। 38ओहीच बेरा ओमन करा आके, ओह परमेसर ला धनबाद दीस अऊ ओ जम्मो झन ला लइका के बारे म बताय लगिस, जऊन मन यरूसलेम के छुटकारा के बाट जोहत रिहिन।

39जब यूसुफ अऊ मरियम परभू के कानून के मुताबिक जम्मो बात ला पूरा कर लीन, त ओमन लइका ला लेके गलील प्रदेस म अपन खुद के सहर नासरत ला लहुंट गीन। 40अऊ लइका ह बढ़त अऊ मजबूत होवत गीस; ओह बुद्धि ले भरे रहय, अऊ परमेसर के अनुग्रह ओकर ऊपर रहय।

यीसू ह मंदिर म

41हर एक साल यीसू के दाई-ददा फसह के तिहार खातिर यरूसलेम जाय करत रिहिन। 42जब यीसू ह बारह साल के होईस, त ओमन रीति-रिवाज के मुताबिक तिहार मनाय बर गीन। 43जब तिहार ह सिरा गे, त ओमन वापिस घर लहुंटत रिहिन, पर यीसू ह यरूसलेम म रूक गीस, अऊ ओकर दाई-ददा ए बात ला नइं जानत रहंय। 44ए सोचत कि ओह मनखेमन के संग म होही, ओमन एक दिन के रसता चल दीन। तब ओमन ओला अपन सगा-संबंधी अऊ संगवारी मन के बीच म खोजे लगिन। 45जब ओह नइं मिलिस, त ओमन ओला खोजत यरूसलेम वापिस चल दीन। 46तीन दिन के बाद, ओमन ओला मंदिर के अंगना म गुरूमन के बीच म बईठे पाईन। ओह गुरूमन के बात ला सुनत अऊ ओमन ले सवाल पुछत रहय। 47जऊन मन ओकर बात ला सुनत रहंय, ओ जम्मो झन ओकर समझ अऊ जबाब ले चकित होवत रहंय। 48जब ओकर दाई-ददा ओला देखिन, त अचम्भो करिन। ओकर दाई ह कहिस, “बेटा, तेंह हमर संग अइसने काबर करे? देख! तोर ददा अऊ में फिकर म पड़के तोला खोजत रहेंन।”

49ओह अपन दाई-ददा ला कहिस, “तुमन मोला काबर खोजत रहेव? का तुमन ए नइं जानत रहेव कि मोला अपन ददा (परमेसर) के घर म रहना जरूरी ए?” 50पर ओमन ओकर बात ला नइं समझिन।

51तब यीसू ह ओमन के संग नासरत गीस अऊ ओमन के अधीन म रिहिस। पर ओकर दाई ह ए जम्मो बात ला अपन मन म रखिस। 52अऊ यीसू ह बुद्धि अऊ डील-डौल म, अऊ परमेसर अऊ मनखेमन के अनुग्रह म बढ़त गीस।

Chinese Contemporary Bible (Simplified)

路加福音 2:1-52

耶稣降生伯利恒

1那时,凯撒奥古斯都颁下谕旨,命罗马帝国的人民都办理户口登记。 2这是第一次户口登记,正值居里纽叙利亚总督。 3大家都回到本乡办理户口登记。 4约瑟因为是大卫家族的人,就从加利利拿撒勒镇赶到犹太地区大卫的故乡伯利恒5要和已许配给他、怀着身孕的玛丽亚一起登记。 6他们抵达目的地时,玛丽亚产期到了, 7便生下第一胎,是个儿子。她用布把孩子裹好,安放在马槽里,因为旅店没有房间了。

牧羊人和天使

8当晚,伯利恒郊外有一群牧羊人正在看守羊群。 9忽然,主的天使向他们显现,主的荣光四面照着他们,他们非常害怕。 10天使对他们说:“不要怕!我告诉你们一个有关万民的大喜讯, 11今天在大卫的城里有一位救主为你们降生了,祂就是主基督! 12你们将看见一个婴孩包着布躺在马槽里,这就是给你们的记号。”

13忽然,有一大队天军出现,与那天使一同赞美上帝说:

14“在至高之处,

愿荣耀归于上帝!

在地上,

愿平安临到祂所喜悦的人!”

15众天使离开他们升回天上之后,牧羊人便商议说:“我们现在去伯利恒,察看一下主刚才告诉我们的那件事吧!” 16他们就连忙进城,找到了玛丽亚约瑟以及躺在马槽里的婴孩。 17他们看过之后,就把天使告诉他们有关这婴孩的事传开了。 18听见的人都对牧羊人的话感到惊讶。

19玛丽亚把这些事牢记在心里,反复思想。 20牧羊人在归途中不断地将荣耀归于上帝,赞美祂,因为他们的所见所闻跟天使告诉他们的一样。

奉献圣婴

21在第八天,婴孩接受了割礼,祂的名字叫耶稣,是玛丽亚怀孕前天使取的。

22摩西律法规定的洁净期满后,约瑟玛丽亚把婴孩带到耶路撒冷去献给主, 23因为主的律法规定:必须把长子分别出来献给主。 24他们又按照主的律法献上祭物,即一对斑鸠或两只雏鸽。 25耶路撒冷有一位公义敬虔、有圣灵同在的人名叫希缅,他一直期待着以色列的安慰者到来。 26圣灵曾启示他:他去世前必能亲眼看见主所立的基督。

27一天,他受圣灵感动进入圣殿,看见约瑟玛丽亚抱着婴孩耶稣进来,要依照律法的规定为祂行奉献礼, 28就把祂抱过来,称颂上帝说:

29“主啊,现在你的话已经成就,

可以让你的奴仆安然离世了,

30因为我已亲眼看到你的救恩,

31就是你为万民所预备的救恩。

32这救恩是启示外族人的光,

也是你以色列子民的荣耀。”

33约瑟玛丽亚听见这番话,感到惊奇。 34希缅给他们祝福后,就对孩子的母亲玛丽亚说:“看啊,这孩子必使以色列许多人跌倒、许多人兴起。祂将成为众人攻击的对象, 35好叫许多人的心思意念暴露出来,你自己则会心如刀割。”

36-37亚设支派中有一位八十四岁高龄的女先知名叫亚拿,是法内利的女儿,婚后七年便开始守寡,之后一直住在圣殿里,禁食祷告,日夜事奉上帝。 38正在那时,她也前来感谢上帝,并把耶稣的事报告给所有盼望耶路撒冷蒙救赎的人。

39约瑟玛丽亚办完了主的律法规定的一切事之后,就回到他们的家乡——加利利拿撒勒40耶稣渐渐长大,身心强健,充满智慧,上帝的恩典与祂同在。

少年耶稣圣殿论道

41约瑟玛丽亚每年都上耶路撒冷去过逾越节。 42耶稣十二岁那年,跟父母照例上去过节。 43节期完了,约瑟玛丽亚便启程回家,他们并不知道少年耶稣仍然留在耶路撒冷44还以为祂跟在同行的人中间。他们走了一天的路后,才开始在亲戚朋友中找祂, 45结果没有找到,只好回到耶路撒冷46三天后,他们才在圣殿里找到耶稣,祂正和教师们坐在一起,一边听一边问问题。 47祂的知识和对答令听见的人感到惊奇。 48约瑟玛丽亚看见耶稣在那里,大为惊奇。

玛丽亚对祂说:“儿子,你为什么这样对我们呢?你父亲和我急得到处找你!”

49耶稣对他们说:“你们为什么找我呢?难道你们不知道我应该在我父的家吗?” 50但他们不明白祂在讲什么。

51于是,耶稣随父母回到拿撒勒,并顺从他们。玛丽亚把这一切事牢记在心。 52耶稣渐渐长大,智慧与日俱增,越来越受上帝和人们的喜爱。