प्रेरितमन के काम 2 – New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) NCA

New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी)

प्रेरितमन के काम 2:1-47

पबितर आतमा पिनतेकुस्त के दिन आथे

1जब पिनतेकुस्त तिहार के दिन आईस, त जम्मो चेलामन एक ठऊर म जुरे रिहिन। 2अचानक अकास ले एक बड़े गरेर सहीं सनसनाहट के अवाज होईस, अऊ ओ अवाज ले जम्मो घर ह, जिहां ओमन बईठे रिहिन, गूंज गीस। 3ओमन ला आगी के जीभमन सहीं फटत दिखिन, अऊ ओम के हर एक झन के ऊपर आके ठहर गीस। 4अऊ ओमन जम्मो झन पबितर आतमा ले भर गीन अऊ जइसने पबितर आतमा ह ओमन ला बोले के सामरथ दीस, ओमन आने-आने भासा म गोठियाय लगिन।

5ओ घरी धरती के हर एक देस ले आय परमेसर के भक्त यहूदीमन यरूसलेम सहर म रहत रिहिन। 6जब ओमन ए अवाज सुनिन, त उहां एक भीड़ जुर गीस अऊ मनखेमन घबरा गीन, काबरकि हर एक झन ला ए सुनई देवत रिहिस कि एमन मोरेच भासा म गोठियावत हवंय। 7ओ जम्मो झन अचम्भो म पड़के पुछे लगिन, “देखव, ए जम्मो मनखे जऊन मन गोठियावत हवंय, का एमन गलील प्रदेस के नो हंय? 8त फेर कइसने हमन जम्मो मनखेमन अपन-अपन जनम-भूमि के भासा सुनत हवन? 9हमन के बीच म पारथी, मेदी, एलामी मनखे हवंय; अऊ हमन म ले कोनो-कोनो मिसुपुतामिया, यहूदिया अऊ कप्‍पदुकिया, पुनतुस, एसिया, 10फ्रूगिया, पंफूलिया, मिसर अऊ लिबिया देस जऊन ह कुरेन के लकठा म हवय, के रहइया अंय। रोम ले आय मनखेमन (यहूदी अऊ यहूदी मत म चलइया, दूनों), क्रेती अऊ अरबी घलो हवंय। 11पर हमन जम्मो झन अपन-अपन भासा म एमन ले परमेसर के बड़े-बड़े काम के चरचा सुनत हवन।” 12ओ जम्मो झन अचम्भो म पड़के अऊ घबराके एक-दूसर ला पुछे लगिन, “एकर का मतलब ए?”

13पर कुछू मनखेमन चेलामन के ठट्ठा करिन अऊ ए कहिन, “एमन तो अंगूर के मंद के नसा म हवंय।”

पतरस के उपदेस

14तब पतरस ह गियारह प्रेरितमन के संग ठाढ़ होईस अऊ ऊंचहा अवाज म भीड़ ला ए कहिस, “हे संगी यहूदी अऊ यरूसलेम के जम्मो रहइया मन, मोर गोठ ला कान लगाके सुनव अऊ समझव। 15हमन नसा म नइं अन, जइसने कि तुमन समझत हवव, काबरकि अभी तो बिहान के नौ बजे हवय। 16पर एह ओ बात ए, जऊन ला योएल अगमजानी के दुवारा कहे गे रिहिस:

17‘परमेसर ह कहिथे, आखिरी के दिन म अइसने होही कि मेंह अपन आतमा ला जम्मो मनखेमन ऊपर उंड़ेरहूं।

तुम्‍हर बेटा अऊ बेटी मन अगमबानी करहीं।

तुम्‍हर जवानमन दरसन देखहीं,

अऊ तुम्‍हर सियानमन सपना देखहीं।

18मेंह अपन दास अऊ अपन दासी मन ऊपर घलो ओ दिन म अपन आतमा उंड़ेरहूं

अऊ ओमन अगमबानी करहीं।

19मेंह ऊपर अकास म अद्भूत काम

अऊ खाल्‍हे धरती म चिन्‍हां,

याने कि लहू, आगी अऊ धुआं के बादर देखाहूं।

20परभू के महान अऊ महिमामय दिन के आय के पहिली सूरज ह अंधियार

अऊ चंदा ह लहू सहीं हो जाही।

21अऊ जऊन ह परभू के नांव लिही, ओह उद्धार पाही।’2:21 योएल 2:28-32

22हे इसरायलीमन हो, ए बात ला सुनव: यीसू ह नासरत के रहइया एक मनखे रिहिस। ओह परमेसर कोति ले आय रिहिस। ए बात के सबूत ओकर सामरथ के काम, अचरज के काम अऊ चिन्‍हां ले परगट होथे, जऊन ला परमेसर ह तुमन के बीच म ओकर दुवारा करिस, जइसने कि तुमन खुदे जानत हवव। 23जब ओह परमेसर के ठहराय योजना अऊ पूर्व गियान के मुताबिक पकड़वाय गीस, त तुमन अधरमीमन के मदद ले ओला कुरुस म चघाके मार डारेव। 24पर ओला परमेसर ह मिरतू के बंधना ले छोंड़ाके जियाईस, काबरकि एह असंभव रिहिस कि ओह मिरतू के बस म रहय। 25बहुंत पहिली दाऊद ह लिखे हवय कि मसीह ह अपन बारे म का कहिस,

‘मेंह परभू ला हमेसा अपन आघू म देखत रहेंव, काबरकि ओह मोर जेवनी हांथ कोति हवय;

मेंह कभू डोलंव नइं।

26एकरसेति मोर मन म खुसी हवय, अऊ मोर जीभ ह आनंद परगट करथे;

मोर देहें घलो आसा म जीयत रहिही,

27काबरकि तेंह मोर जीव ला पताल-लोक म नइं छोड़बे,

अऊ न अपन पबितर जन (मसीह) ला सड़न देबे।

28तेंह मोला जिनगी के रसता बताय हवस;

तेंह मोला अपन दरसन देके आनंद ले भर देबे।’

29हे भाईमन हो, मेंह ओ कुल के मुखिया दाऊद के बारे म तुमन ला बिसवास के संग ए कह सकत हंव कि ओह तो मर गीस, अऊ दफनाय घलो गीस अऊ ओकर कबर ह आज तक इहां हवय। 30पर ओह अगमजानी रिहिस अऊ ओह ए जानत रिहिस कि परमेसर ह ओकर ले ए कसम खाय रिहिस; ‘मेंह तोर बंस म ले एक झन ला तोर सिंघासन म बईठाहूं।’ 31ओह, का होवइया हवय एला जानके, मसीह के जी उठे के बारे म अगमबानी करिस, ‘ओकर जीव ला पताल-लोक म नइं छोंड़े गीस अऊ न ओकर देहें ह सड़े पाईस।’ 32एही यीसू ला परमेसर ह जियाईस, जेकर हमन जम्मो झन गवाह हवन। 33इहीच ढंग ले ओह परमेसर के जेवनी हांथ कोति जम्मो ले बड़े पद पाईस। ददा (परमेसर) ले ओह पबितर आतमा पाके, जेकर परतिगियां करे गे रिहिस, ओह हमर ऊपर एला उंड़ेर दीस, जऊन ला तुमन देखत अऊ सुनत हवव। 34काबरकि दाऊद ह तो स्‍वरग म नइं चघिस,

पर ओह ए कहिस,

‘परभू ह मोर परभू ले कहिस:

35“मोर जेवनी हांथ कोति बईठ;

जब तक कि मेंह तोर बईरीमन ला तोर गोड़ खाल्‍हे के चौकी नइं बना देवंव।” ’2:35 भजन-संहिता 110:1

36एकरसेति जम्मो इसरायली मनखेमन ए जरूर जान लेवंय कि ओही यीसू, जऊन ला तुमन कुरुस म चघाय रहेव, परमेसर ह ओला परभू अऊ मसीह दूनों ठहराईस।”

37तब सुनइयामन के हिरदय ह कलपे लगिस, अऊ ओमन पतरस अऊ बाकि प्रेरितमन ले पुछे लगिन, “हे भाईमन हो, हमन का करन?”

38पतरस ह ओमन ला कहिस, “अपन पाप के पछताप करव, अऊ तुमन म ले, हर एक झन अपन-अपन पाप के छेमा खातिर यीसू मसीह के नांव म बतिसमा लेवव, तब तुमन पबितर आतमा के दान पाहू। 39काबरकि ए परतिगियां ह तुम्‍हर अऊ तुमन के संतान बर अऊ ओ जम्मो दूरिहा-दूरिहा के मनखेमन के खातिर घलो अय, जऊन मन ला हमर परभू परमेसर ह अपन लकठा म बलाही।”

40पतरस ह अऊ बहुंते बात के दुवारा समझाईस अऊ ओमन ले बिनती करिस, “अपन-आप ला ए खराप मनखेमन ले बचावव।” 41तब जऊन मन पतरस के बात ला मानिन, ओमन बतिसमा लीन, अऊ ओहीच दिन करीब तीन हजार मनखेमन ओमन के संग मिल गीन।

बिसवासीमन के संगति

42ओमन प्रेरितमन ले सिकछा पाय लगिन, अऊ अपन-आप ला संगति रखे म, परभू भोज के रोटी टोरे म अऊ पराथना करे म मगन रखिन। 43जम्मो मनखेमन म डर हमा गे अऊ बहुंते चमतकार के काम अऊ अद्भूत काम प्रेरितमन के दुवारा होवत रिहिस। 44ओ जम्मो बिसवास करइयामन लगातार एक संग संगति करत रिहिन अऊ ओमन के जम्मो चीज म जम्मो झन के हक रिहिस।

45ओमन अपन-अपन संपत्ति अऊ सामान ला बेंच-बेंचके, जेकर जइसने जरूरत रहय वइसने बांट देवंय। 46ओमन हर एक दिन एक मन होके मंदिर के अंगना म जुरंय, अऊ ओमन घर-घर म रोटी टोरत, खुसी अऊ निस्कपट मन ले एक संग खावत रिहिन। 47ओमन परमेसर के भजन करंय अऊ जम्मो मनखेमन ओमन ले खुस रहंय। अऊ जऊन मन उद्धार पावंय, ओमन ला परभू ह हर दिन ओमन के संग मिला देवत रिहिस।