ኤርምያስ 28 – NASV & HCV

New Amharic Standard Version

ኤርምያስ 28:1-17

ሐሰተኛው ነቢይ ሐናንያ

1በዚያው ዓመት የይሁዳ ንጉሥ ሴዴቅያስ እንደ ነገሠ በአራተኛው ዓመት፣ አምስተኛ ወር፣ የገባዖኑ ሰው የዓዙር ልጅ ነቢዩ ሐናንያ በእግዚአብሔር ቤት፣ በካህናቱና በሕዝቡ ሁሉ ፊት እንዲህ አለኝ፤ 2“የእስራኤል አምላክ የሰራዊት ጌታ እግዚአብሔር እንዲህ ይላል፤ ‘የባቢሎን ንጉሥ የጫነባችሁን ቀንበር እሰብራለሁ፤ 3የባቢሎን ንጉሥ ናቡከደነፆር ከእግዚአብሔር ቤት ወደ ባቢሎን የወሰዳቸውን ዕቃዎች ሁሉ በሁለት ዓመት ጊዜ ውስጥ መልሼ አመጣለሁ። 4የይሁዳንም ንጉሥ የኢዮአቄምን ልጅ ኢኮንያንን፣28፥4 ወይም ኢዮአኪን ይላል። ሌሎች ከይሁዳ ወደ ባቢሎን ተማርከው የተወሰዱትንም ሁሉ ወደዚህ ስፍራ እመልሳለሁ’ ይላል እግዚአብሔር፤ ‘የባቢሎን ንጉሥ የጫነባቸውን ቀንበር እሰብራለሁና።’ ”

5ነቢዩ ኤርምያስም በካህናቱና በእግዚአብሔር ቤት ቆመው በነበሩት ሕዝብ ሁሉ ፊት፣ ለነቢዩ ለሐናንያ እንዲህ ብሎ መለሰለት፤ 6“አሜን፤ እግዚአብሔር ያድርገው፤ የእግዚአብሔርን ቤት ዕቃ ሁሉ፣ ተማርከው የተወሰዱትንም ምርኮኞች ሁሉ ከባቢሎን በመመለስ፣ እግዚአብሔር የተናገርኸውን ቃል ይፈጽም። 7ነገር ግን ለአንተም ለዚህም ሕዝብ የምናገረውን ቃል ስማ፤ 8ከአንተና ከእኔ በፊት ጥንት የተነሡ ነቢያት፣ በብዙ አገሮችና በታላላቅ መንግሥታት ላይ ስለ ጦርነት፣ ስለ ጥፋትና ስለ መቅሠፍት ትንቢት ተናግረዋል። 9ነገር ግን ስለ ሰላም ትንቢት የተናገረ ነቢይ እግዚአብሔር በእውነት እንደ ላከው የሚታወቀው የተናገረው ትንቢት ሲፈጸም ነው።”

10ነቢዩም ሐናንያ ቀንበሩን ከነቢዩ ኤርምያስ ዐንገት ወስዶ ሰበረው፤ 11በሕዝቡም ፊት፣ “እግዚአብሔር እንዲህ ይላል፤ ‘በሁለት ዓመት ጊዜ ውስጥ የባቢሎንን ንጉሥ የናቡከደነፆርን ቀንበር ከሕዝቡ ሁሉ ጫንቃ ላይ ልክ እንደዚህ እሰብራለሁ’ ” አለ። በዚህ ጊዜ፣ ነቢዩ ኤርምያስ ትቶት መንገዱን ቀጠለ።

12ነቢዩም ሐናንያ ቀንበሩን ከነቢዩ ከኤርምያስ ዐንገት ወስዶ ከሰበረ ከጥቂት ጊዜ በኋላ፣ የእግዚአብሔር ቃል ወደ ኤርምያስ እንዲህ ሲል መጣ፤ 13“ሄደህ ለሐናንያ እንዲህ ብለህ ንገረው፤ ‘እግዚአብሔር እንዲህ ይላል፤ አንተ የዕንጨት ቀንበር ሰብረሃል፤ እኔ ግን በምትኩ የብረት ቀንበር እሠራለሁ። 14የእስራኤል አምላክ የሰራዊት ጌታ እግዚአብሔር እንዲህ ይላል፤ የባቢሎንን ንጉሥ ናቡከደነፆርን እንዲያገለግሉ፣ በእነዚህ ሕዝቦች ላይ የብረት ቀንበር አደርጋለሁ፤ እነርሱም ይገዙለታል፤ በዱር አራዊት ላይ እንኳ ሥልጣን እሰጠዋለሁ።’ ”

15ነቢዩ ኤርምያስም ለነቢዩ ሐናንያ እንዲህ አለው፤ “ሐናንያ ሆይ፤ ስማ! እግዚአብሔር ሳይልክህ ይህ ሕዝብ በሐሰት እንዲታመን አድርገሃል፤ 16ስለዚህ እግዚአብሔር እንዲህ ይላል፤ ‘ከምድር ገጽ አስወግድሃለሁ፤ በእግዚአብሔርም ላይ ዐመፅ ተናግረሃልና፣ በዚህ ዓመት ትሞታለህ።’ ”

17ነቢዩም ሐናንያ በዚያው ዓመት በሰባተኛው ወር ሞተ።

Hindi Contemporary Version

येरेमियाह 28:1-17

झूठे नबी हाननियाह

1झूठे भविष्यद्वक्ता हाननियाह से येरेमियाह का सामना: तब उसी वर्ष यहूदिया के राजा सीदकियाहू के राज्य-काल के प्रारंभ ही में, वस्तुतः चौथे वर्ष के पांचवें माह में अज्ज़ूर के पुत्र गिबयोनवासी हाननियाह ने, जो भविष्यद्वक्ता था, मुझसे याहवेह के भवन में पुरोहितों एवं सारे उपस्थित लोगों के समक्ष यह कहा: 2“इस्राएल के परमेश्वर, सेनाओं के याहवेह का यह संदेश सुनो: ‘मैंने बाबेल के राजा का जूआ भंग कर दिया है. 3दो ही वर्षों के अंतराल में मैं याहवेह के भवन के उन सारे बर्तनों को जिन्हें बाबेल का राजा नबूकदनेज्ज़र इस स्थान से बाबेल को ले गया है, इसी स्थान पर लौटा ले आने पर हूं. 4मैं यहोइयाकिम के पुत्र यहूदिया के राजा यकोनियाह को भी इस स्थान पर लौटा ले आने पर हूं तथा यहूदिया के उन सभी बंदियों को, जो बाबेल चले गए थे,’ यह याहवेह की वाणी है, ‘क्योंकि मैं बाबेल के राजा का जूआ तोड़ दूंगा.’ ”

5यह सुन भविष्यद्वक्ता येरेमियाह ने भविष्यद्वक्ता हाननियाह को पुरोहितों एवं याहवेह के भवन में उपस्थित सारे लोगों के समक्ष संबोधित करते हुए कहा. 6भविष्यद्वक्ता येरेमियाह के वचन इस प्रकार थे, “आमेन! याहवेह ऐसा ही हो जाने दें! तुम्हारे द्वारा की गई भविष्यवाणी की याहवेह पुष्टि करें, जो तुम्हारे द्वारा की गई है, कि याहवेह के भवन के बर्तन तथा बाबेल के सारे बंदियों को इस स्थान पर लौटा लाया जाएगा. 7फिर भी, अब मेरा यह वचन सुन लो जो मैं तुम्हारे तथा इन सभी लोगों के सुनने में प्रस्तुत करने पर हूं: 8प्राचीन काल से मेरे और तुम्हारे प्राचीन काल भविष्यद्वक्ता अनेक देशों तथा शक्तिशाली राज्यों के विरुद्ध युद्ध, अकाल संकट तथा महामारी की भविष्यवाणी करते आए हैं. 9वह भविष्यद्वक्ता, जो शांति कल्याण की भविष्यवाणी करता है और उस भविष्यद्वक्ता की भविष्यवाणी चरितार्थ हो जाती है, तब वही भविष्यद्वक्ता याहवेह द्वारा भेजा गया सही भविष्यद्वक्ता होगा.”

10यह सुन हाननियाह ने भविष्यद्वक्ता येरेमियाह की गर्दन पर रखा जूआ लेकर तोड़ डाला. 11हाननियाह ने सभी उपस्थित लोगों के समक्ष यह कहा, “याहवेह का संदेश यह है: ‘मैं दो वर्ष के भीतर ही भीतर सारी जनताओं की गर्दन पर से बाबेल के राजा नबूकदनेज्ज़र का जूआ तोड़ डालूंगा.’ ” तब भविष्यद्वक्ता येरेमियाह वहां से चले गए.

12भविष्यद्वक्ता हाननियाह द्वारा भविष्यद्वक्ता येरेमियाह की गर्दन पर रखे जूए को तोड़ देने के बाद, येरेमियाह को याहवेह का यह संदेश प्राप्‍त हुआ: 13“जाकर हाननियाह से यह कहना: ‘यह याहवेह द्वारा भेजा गया संदेश है: तुमने तो काठ के जुओं को तोड़ दिया है, किंतु तुम्हीं ने उनके स्थान पर लोहे के जूए निर्मित कर दिए हैं. 14क्योंकि इस्राएल के परमेश्वर, सेनाओं के याहवेह का संदेश यह है: मैंने इन सारी जनताओं की गर्दन पर लोहे का जूआ रख दिया है कि वे बाबेल के राजा नबूकदनेज्ज़र के अधीन हो जाएं, वे निश्चयतः उसके अधीन रहेंगे. मैंने तो नबूकदनेज्ज़र को मैदान के पशुओं पर भी अधिकार दे दिया है.’ ”

15तब भविष्यद्वक्ता येरेमियाह ने भविष्यद्वक्ता हाननियाह को संबोधित किया, “अब यह सुन लो, हाननियाह! याहवेह ने तुम्हें भेजा ही नहीं है, तुमने इन लोगों को असत्य पर विश्वास करने पर विवश किया है. 16इसलिये याहवेह का संदेश यह है: ‘यह देखना कि मैं तुम्हें आकाश तल पर से ही हटा देने पर हूं. तुम्हारी मृत्यु इसी वर्ष हो जाएगी, क्योंकि तुमने याहवेह के विरुद्ध विद्रोह करने की युक्ति की है.’ ”

17उसी वर्ष सातवें माह में, भविष्यद्वक्ता हाननियाह की मृत्यु हो गई.