4. Mose 7 – HOF & HCV

Hoffnung für Alle

4. Mose 7:1-89

Geschenke zur Einweihung des Heiligtums

1Als das Heiligtum fertiggestellt war, weihte Mose es ein. Er besprengte das Zelt und alles, was darin war, mit Salböl, dann den Altar und die dazugehörigen Gefäße und Werkzeuge. So wurde alles geheiligt und dem Herrn geweiht. 2-3Danach kamen die zwölf führenden Männer Israels mit Geschenken für das Heiligtum. Es waren die Stammesoberhäupter, die Mose bei der Zählung der wehrfähigen Israeliten geholfen hatten. Sie brachten sechs Planwagen zum heiligen Zelt, die von zwölf Rindern gezogen wurden. Jedes Stammesoberhaupt schenkte ein Rind, und je zwei brachten zusammen einen Wagen.

4Der Herr forderte Mose auf: 5»Nimm diese Geschenke an! In den Wagen soll das heilige Zelt transportiert werden. Gib sie jenen Leviten, die sie für ihre Aufgaben brauchen.« 6Mose tat, was der Herr ihm befohlen hatte. 7Den Gerschonitern gab er zwei Wagen und vier Rinder für ihren Dienst. 8Die Merariter unter der Leitung von Itamar, dem Sohn des Priesters Aaron, hatten mehr zu tragen und erhielten deshalb vier Planwagen und acht Rinder. 9Den Kehatitern gab Mose keinen Wagen; sie waren für jene Gegenstände verantwortlich, die nur auf den Schultern getragen werden durften.

10Zur Einweihung des Altars brachten die Stammesoberhäupter Geschenke und Opfertiere vor den Altar. 11Der Herr wies Mose an: »Lass sie ihre Opfer nacheinander darbringen, an jedem Tag soll ein Stammesoberhaupt kommen!«

12Am ersten Tag übergab Nachschon, der Sohn von Amminadab aus dem Stamm Juda, seine Geschenke: 13eine silberne Schüssel, etwa eineinhalb Kilogramm schwer nach dem im Heiligtum gültigen Gewicht, und eine silberne Opferschale von etwa 800 Gramm; beide waren für das Speiseopfer mit feinem Weizenmehl gefüllt, das mit Öl vermengt war; 14weiter brachte Nachschon ein Schälchen aus 120 Gramm Gold voll wohlriechender Weihrauchmischung, 15außerdem einen jungen Stier, einen Schafbock und ein einjähriges Lamm für das Brandopfer, 16einen Ziegenbock für das Sündopfer, 17dazu zwei Rinder, fünf Schafböcke, fünf Ziegenböcke und fünf einjährige Lämmer für das Friedensopfer.

18-23Die anderen Stammesoberhäupter brachten an den nächsten elf Tagen die gleichen Geschenke zum Heiligtum. Auf Nachschon folgte Netanel, der Sohn von Zuar aus dem Stamm Issachar. 24-29Am dritten Tag war Eliab, der Sohn von Helon aus dem Stamm Sebulon, an der Reihe. 30-47Dann kamen Elizur, der Sohn von Schedëur aus dem Stamm Ruben, Schelumiël, der Sohn von Zurischaddai aus dem Stamm Simeon, und Eljasaf, der Sohn von Deguël aus dem Stamm Gad. 48-53Am siebten Tag opferte Elischama, der Sohn von Ammihud aus dem Stamm Ephraim. 54-71Darauf folgten Gamliël, der Sohn von Pedazur aus dem Stamm Manasse, Abidan, der Sohn von Gidoni aus dem Stamm Benjamin, und Ahiëser, der Sohn von Ammischaddai aus dem Stamm Dan. 72-83Am Schluss kamen Pagiël, der Sohn von Ochran aus dem Stamm Asser, und Ahira, der Sohn von Enan aus dem Stamm Naftali.

84Insgesamt stifteten die Stammesoberhäupter Israels zur Einweihung des Altars zwölf silberne Schüsseln, zwölf silberne Opferschalen und zwölf goldene Schälchen. 85Die Schüsseln wogen je eineinhalb Kilogramm und die Opferschalen je 800 Gramm. Zusammen waren es etwa 28 Kilogramm Silber nach dem Gewicht, das im Heiligtum gilt. 86Die goldenen Schälchen für die Weihrauchmischung wogen je 120 Gramm, zusammen also fast eineinhalb Kilogramm. 87Zum Brandopfer gaben die Stammesoberhäupter insgesamt zwölf Stiere, zwölf Schafböcke und zwölf einjährige Lämmer mit den dazugehörigen Speiseopfern; für das Sündopfer brachten sie zwölf Ziegenböcke 88und für das Friedensopfer 24 Stiere, 60 Schafböcke, 60 Ziegenböcke und 60 einjährige Lämmer. All diese Tiere wurden zur Einweihung des Altars geopfert, nachdem man ihn mit Salböl besprengt hatte.

Der Herr redet im Heiligtum

89Dann ging Mose in das heilige Zelt, um mit dem Herrn zu sprechen. Er hörte die Stimme Gottes – sie kam von der Stelle zwischen den beiden Keruben, die auf der Deckplatte der Bundeslade standen. So redete der Herr zu Mose.

Hindi Contemporary Version

गणना 7:1-89

पवित्र स्थान की प्रतिष्ठा भेंटें

1जिस दिन मोशेह ने पवित्र स्थान से संबंधित सारा काम पूरा किया, उन्होंने इसका अभिषेक किया, इसे उसकी सारी वस्तुओं सहित पवित्र किया; वेदी एवं उस पर के सारे बर्तन. मोशेह ने इनका अभिषेक किया तथा इसके बाद इनको पवित्र किया. 2फिर इस्राएल के प्रधानों ने, जो उनके पितरों के प्रधान थे, भेंटें चढ़ाईं. ये सभी गोत्रों के प्रधान थे, वे ही जो गिने गए व्यक्तियों के नेता ठहराए गए थे. 3जब उन्होंने याहवेह के सामने अपनी भेंटें प्रस्तुत की, तब वे ये चारों ओर से बंद छः गाड़ियां, बारह बैल, दो नेताओं के बीच एक गाड़ी तथा प्रधान के लिए एक बैल. ये सभी उन्होंने पवित्र स्थान के सामने भेंट कर दी.

4फिर याहवेह ने मोशेह को यह आज्ञा दी, 5“उन लोगों से ये भेंटें स्वीकार कर लो कि इनका प्रयोग मिलनवाले तंबू के कार्यों के लिए किया जा सके. ये तुम लेवियों को दे दोगे, हर एक व्यक्ति को उसके लिए ठहराए गए कार्य के अनुसार.”

6फिर मोशेह ने वे गाड़ियां तथा वे बैल लेवियों को सौंप दिए. 7दो गाड़ियां एवं चार बैल गेरशोन के घराने को, जो उनकी सेवाओं के अनुसार थे, 8चार गाड़ियां तथा आठ बैल मेरारी के घराने को, उनके कार्य के अनुसार सौंप दिए. वे ये सेवा पुरोहित अहरोन के पुत्र इथामार की देखभाल में करते थे. 9मोशेह ने कोहाथ के घराने को कुछ भी नहीं दिया, क्योंकि उनकी जवाबदारी थी, पवित्र वस्तुओं से संबंधित कार्य, जिनका भार वे अपने कंधों पर उठाया करते थे.

10प्रधानों ने वेदी का अभिषेक किया और वेदी के लिए चढ़ाई भेंट अर्पित की तथा प्रधानों ने अपनी-अपनी भेंटें वेदी के सामने चढ़ा दी. 11फिर याहवेह ने मोशेह को आज्ञा दी, “वेदी के समर्पण के लिए प्रतिदिन एक ही प्रधान अपनी भेंट चढ़ाए.”

12जिस व्यक्ति ने पहले दिन भेंट चढ़ाई, वह यहूदाह गोत्र से अम्मीनादाब का पुत्र नाहशोन था.

13भेंट में उसने अन्‍नबलि

के लिए चांदी की एक परात एवं एक चांदी की कटोरी भेंट की, जिनमें तेल मिला हुआ मैदा भरा गया था. पात्र पवित्र स्थान की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल7:13 एक सौ तीस शेकेल करीब 1.5 किलोग्राम तथा कटोरी सत्तर शेकेल7:13 सत्तर शेकेल करीब 800 ग्राम की थी;

14सुगंधित धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का धूपदान;

15होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक, एक वर्ष का नर मेमना;

16पापबलि के लिए एक बकरा;

17मेल बलि के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे तथा पांच एक वर्ष के नर मेमने.

यही अम्मीनादाब के पुत्र नाहशोन द्वारा चढ़ाई गई भेंट थी.

18दूसरे दिन इस्साखार गोत्र के प्रधान ज़ुअर के पुत्र नेथानेल ने भेंट चढ़ाई.

19उसकी भेंट यह थी:

एक सौ तीस शेकेल की एक चांदी की परात, सत्तर शेकेल की एक चांदी की कटोरी; ये दोनों ही पवित्र स्थान की तौल के शेकेल के अनुसार थे. इन दोनों ही में अन्‍नबलि के लिए तेल मिला हुआ मैदा भरा था;

20सुगंधित धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का धूपदान;

21होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;

22पापबलि के लिए एक बकरा;

23मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, एक वर्ष के पांच नर मेमने.

यह थी ज़ुअर के पुत्र नेथानेल द्वारा चढ़ाई गई भेंटें.

24तीसरे दिन ज़ेबुलून के गोत्र से हेलोन के पुत्र एलियाब ने भेंटें चढ़ाईं.

25उसने पवित्र स्थान

की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल की चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल की चांदी की कटोरी में अन्‍नबलि के लिए तेल मिला हुआ मैदा;

26सुगंधित धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का धूपदान;

27होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;

28पापबलि के लिए एक बकरा;

29मेल बलि के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, और एक वर्ष के पांच नर मेमने भेंट किए.

यह सब हेलोन के पुत्र एलियाब ने भेंट किए.

30चौथे दिन शेदेउर के पुत्र एलिज़ुर ने जो रियूबेन गोत्र का प्रधान था, अपनी भेंटे चढ़ाई.

31उसने पवित्र स्थान

की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल की चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल का चांदी का कटोरा और इन दोनों ही में ज़ैतून के तेल मिला हुआ महीन आटा,

32सुगंधित धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का धूपदान;

33होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक, एक वर्ष का नर मेमना;

34पापबलि के लिए एक बकरा;

35मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, और एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए.

शेदेउर के पुत्र एलिज़ुर द्वारा यह भेंट चढ़ाई गई.

36पांचवें दिन ज़ुरीशद्दाय के पुत्र शेलुमिएल ने जो शिमओन गोत्र का प्रधान था, उसने भेंट चढ़ाई.

37उसने पवित्र स्थान

की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल की चांदी की कटोरी में अन्‍नबलि के रूप में तेल मिला हुआ मैदा,

38सुगंधित धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का धूपदान;

39होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक, एक वर्ष का नर मेमना;

40पापबलि के लिए एक बकरा;

41मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, और एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए.

यह ज़ुरीशद्दाय के पुत्र शेलुमिएल द्वारा चढ़ाई गई थी.

42छठवें दिन देउएल के पुत्र एलियासाफ़ ने, जो गाद के गोत्र का प्रधान था, भेंट चढ़ाई.

43उसने पवित्र स्थान

की नाप के अनुसार एक सौ तीस शेकेल चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल चांदी का कटोरा तथा सत्तर शेकेल चांदी की कटोरी में तेल मिला हुआ मैदा

44दस शेकेल सोने के धूपदान में सुगंधित धूप;

45होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;

46पापबलि के लिए एक बकरा;

47मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए.

यह भेंट देउएल के पुत्र एलियासाफ़ द्वारा चढ़ाई गई थी.

48सातवें दिन अम्मीहूद के पुत्र एलीशामा ने जो एफ्राईम गोत्र का प्रधान था, भेंट चढ़ाई.

49उसने पवित्र स्थान

की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल चांदी का कटोरा तथा सत्तर शेकेल चांदी की कटोरी में तेल मिला हुआ मैदा

50दस शेकेल सोने के धूपदान में सुगंधित धूप;

51होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;

52पापबलि के लिए एक बकरा;

53मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए.

यह अम्मीहूद के पुत्र एलीशामा द्वारा चढ़ाई गई थी.

54आठवें दिन पेदाहज़ुर के पुत्र गमालिएल ने जो मनश्शेह के गोत्र का प्रधान था, भेंट चढ़ाई:

55उसने पवित्र स्थान

की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल चांदी का कटोरा तथा दोनों ही जैतून के तेल मिले महीन आटे से भरे हुए;

56दस शेकेल सोने के धूपदान में सुगंधित धूप;

57होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;

58पापबलि के लिए एक बकरा;

59मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, तथा एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए.

यह पेदाहज़ुर के पुत्र गमालिएल द्वारा चढ़ाई गई भेंट थी.

60नौवें दिन गिदयोनी का पुत्र अबीदान जो बिन्यामिन के गोत्र का प्रधान था अपनी भेंट लाया:

61उसने पवित्र स्थान

की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल चांदी का कटोरा तथा सत्तर शेकेल चांदी की कटोरी में तेल मिला हुआ मैदा तथा

62दस शेकेल सोने के धूपदान में सुगंधित धूप;

63होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;

64पापबलि के लिए एक बकरा;

65मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए.

यह गिदयोनी के पुत्र अबीदान द्वारा चढ़ाई गई भेंट थी.

66दसवें दिन अम्मीशद्दाय के पुत्र अहीएज़र ने, जो दान के गोत्र का प्रधान था, भेंट चढ़ाई.

67उसने पवित्र स्थान

की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल चांदी का कटोरा और दोनों ही में बेहतरीन आटे में जैतून का तेल मिला हुआ;

68दस शेकेल सोने के धूपदान में सुगंधित धूप;

69होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;

70पापबलि के लिए एक बकरा;

71मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए.

यह अम्मीशद्दाय के पुत्र अहीएज़र द्वारा चढ़ाई गई थी.

72ग्यारहवें दिन ओखरन का पुत्र पागिएल ने जो आशेर के गोत्र का प्रधान था अपनी भेंट चढ़ाई.

73उसने पवित्र स्थान

की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल चांदी का कटोरा और दोनों ही में बेहतरीन आटे में ज़ैतून का तेल मिला हुआ;

74दस शेकेल सोने के धूपदान में सुगंधित धूप;

75होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;

76पापबलि के लिए एक बकरा;

77मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए.

यह ओखरन के पुत्र पागिएल द्वारा चढ़ाई गई थी.

78बारहवें दिन, नफताली गोत्र से एनन का पुत्र अहीरा जो प्रधान था,

79उसने पवित्र स्थान

की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल चांदी की परात तथा सत्तर शेकेल चांदी का कटोरा तथा सत्तर शेकेल चांदी की कटोरी में तेल मिला हुआ मैदा;

80दस शेकेल सोने के धूपदान में सुगंधित धूप;

81होमबलि के लिए एक बछड़ा, एक मेढ़ा, एक वर्ष का एक नर मेमना;

82पापबलि के लिए एक बकरा;

83मेल बलि चढ़ाने के लिए दो बछड़े, पांच मेढ़े, पांच बकरे, एक वर्ष के पांच नर मेमने चढ़ाए.

यह एनन के पुत्र अहीरा द्वारा चढ़ाई गई थी.

84इस्राएल के प्रधानों द्वारा वेदी का अभिषेक किए जाने के समय चढ़ाई गई संस्कार भेंट यह थी:

बारह चांदी की परात, बारह चांदी की कटोरियां, बारह सोने के धूपदान; 85हर एक चांदी की परात पवित्र स्थान की तौल के अनुसार एक सौ तीस शेकेल, हर एक चांदी की कटोरी सत्तर शेकेल! तब पवित्र स्थान की तौल के अनुसार सारे बर्तन कुल 2,400 शेकेल7:85 2,400 शेकेल करीब 28 किलोग्राम हुए. 86सुगंधित धूप के साथ बारह सोने के हर एक धूपदान, पवित्र स्थान की नाप के अनुसार दस शेकेल; तब कुल एक सौ बीस शेकेल.7:86 एक सौ बीस शेकेल करीब 1.4 किलोग्राम

87होमबलि के लिए कुल बारह बछड़े, बारह मेढ़े, अन्‍नबलि के लिए बारह एक वर्ष के नर मेमने तथा पापबलि के लिए बारह बकरे.

88मेल बलि के लिए कुल चौबीस बछड़े, कुल साठ मेढ़े, कुल साठ बकरे तथा एक वर्ष के साठ नर मेमने.

यह अभिषेक के बाद वेदी के लिए चढ़ाई गई भेंट थी.

89जब मोशेह मिलनवाले तंबू में याहवेह से बातचीत करने गए, तब उन्होंने वाचा के संदूक के ऊपर करुणासन7:89 करुणासन संदूक का ढकना जिसे मूल भाषा में प्रायश्चित का ढकना अर्थात् पापों को ढांपने का स्थान भी कहलाता था से, दोनों करूबों के बीच से, एक आवाज सुनी, जो उन्हें संबोधित कर रही थी; इस प्रकार याहवेह ने उनसे यह बातें की थी.