民数记 9 – CCB & HCV

Chinese Contemporary Bible (Simplified)

民数记 9:1-23

逾越节

1以色列人离开埃及后第二年的一月,耶和华在西奈旷野对摩西说: 2以色列人要在指定的时间守逾越节, 3就是在一月十四日黄昏按照有关的律例和典章守逾越节。” 4于是,摩西吩咐以色列人守逾越节。 5一月十四日黄昏,以色列人照耶和华对摩西的吩咐,在西奈山守逾越节。

6可是,有几个人因碰到死尸而不洁净,不能在那天守逾越节,他们就来见摩西亚伦7说:“我们不过因碰到死尸而不洁净,为什么不准我们跟其他以色列人一起在指定的时间向耶和华献供物?” 8摩西说:“你们等一下,我要去听听耶和华对这事有什么吩咐。”

9耶和华对摩西说: 10“你把以下条例告诉以色列人。

“如果你们或你们的子孙中有人因为碰了死尸而不洁净,或是出了远门,可以改期为耶和华守逾越节。 11他们可以在二月十四日黄昏守逾越节,要配无酵饼和苦菜一起吃逾越节的羊羔。 12食物不可留到天明,也不可折断羊羔的一根骨头。要遵守逾越节的一切律例。 13如果有人是洁净的,又没有出远门,却不守逾越节,要将他从民中铲除。他不在指定的时间向耶和华献供物,就必须自负罪责。 14如果寄居在你们中间的外族人也想为耶和华守逾越节,他们也要遵守这些律例和典章。不论是外族人还是以色列人,都要遵守同样的律例。”

云彩遮盖会幕

15安放约柜的圣幕支起来那天,云彩遮盖了它。当晚,云彩整夜像火焰一般。 16之后,每天如此:白天云彩遮盖圣幕,晚上云彩像火。 17云彩什么时候从圣幕上升起,以色列人就启行;云彩在哪里停下来,以色列人就在哪里安营。 18他们无论启行还是安营,都遵照耶和华的吩咐。云彩在圣幕上停留多久,他们就安营多久。 19有时云彩在圣幕上停留多日,他们就遵照耶和华的吩咐安营多日。 20有时云彩在圣幕上只停留几天,他们就遵照耶和华的吩咐只安营几天。随后再照耶和华的吩咐启行。 21有时云彩整夜停留在圣幕上,到早晨才升起,他们就早晨才启行。不管白天黑夜,云彩一升起,他们就启行。 22不管是两天、一个月或是一年,只要云彩停留在圣幕上,以色列人就安营不动;云彩一升起,他们就启行。 23他们遵照耶和华的吩咐安营,也遵照耶和华的吩咐启行。他们遵行耶和华借摩西吩咐的话。

Hindi Contemporary Version

गणना 9:1-23

फ़सह उत्सव

1मिस्र देश से निकलने के बाद दूसरे वर्ष के पहले महीने में सीनायी के निर्जन प्रदेश में याहवेह ने मोशेह को यह आज्ञा दी, 2“अब यह संभव है कि इस्राएल का घराना ठहराए गए समय पर फ़सह उत्सव को मनाया करे. 3इसी माह के चौदहवें दिन पर गोधूली के अवसर पर ठहराए गए समय पर तुम फ़सह उत्सव मनाया करोगे. तुम यह इसकी सारी विधियों एवं नियमों के अनुसार करोगे.”

4फिर मोशेह ने सारे इस्राएल के घराने को फ़सह उत्सव मनाने का आदेश दिया, 5इस्राएल के घराने ने पहले माह के चौदहवें दिन सूर्यास्त के समय में सीनायी के निर्जन प्रदेश में मोशेह को दिए गए याहवेह के आदेश के अनुसार इस उत्सव को मनाया.

6किंतु उनमें कुछ व्यक्ति ऐसे भी थे, जो शव को छूने के कारण इस अवसर पर अशुद्ध हो चुके थे. परिणामस्वरूप वे उस दिन उनके लिए फ़सह उत्सव न मना सके; तब वे उसी समय मोशेह तथा अहरोन से पूछताछ करने पहुंचे. 7उन्होंने अपना पक्ष इस प्रकार रखा, “यद्यपि हम शव छूने के कारण इस समय अपवित्र हैं, हमें अन्य इस्राएल के घराने के साथ याहवेह को भेंट चढ़ाने से दूर क्यों रखा जा रहा है?”

8मोशेह ने उन्हें उत्तर दिया, “धीरज रखो. मैं इस विषय में याहवेह की इच्छा मालूम करूंगा.”

9याहवेह ने मोशेह से कहा, 10“इस्राएल के घराने को सूचित करो, ‘यदि तुम्हारे बीच कोई व्यक्ति शव को छूने से अपवित्र हो जाता है, अथवा यदि कोई यात्रा में दूसरे स्थान पर है, वह फिर भी याहवेह के लिए फ़सह उत्सव को मना सकेगा, 11परंतु द्वितीय महीने की चौदहवीं तिथि पर सूर्यास्त के समय में. वे इसको खमीर रहित रोटी तथा कड़वे साग-पात के साथ खाने के द्वारा मना सकेंगे. 12वे कोई भी अंश सुबह के समय तक बचा न रहने देंगे, और न ही पशु की कोई हड्डी तोड़ी जाए. वे फ़सह उत्सव की सभी विधियों का पालन करेंगे. 13किंतु वह व्यक्ति, जो सांस्कारिक रूप से शुद्ध है तथा जो यात्रा पर भी नहीं है और फिर भी वह फ़सह उत्सव को नहीं मनाता है, उस व्यक्ति को अपने लोगों के बीच से मिटा दिया जाए, क्योंकि उसने ठहराए गए अवसर पर याहवेह के लिए बलि नहीं चढ़ाई. वह व्यक्ति स्वयं ही अपने पाप का भार उठाएगा.

14“ ‘तुम्हारे बीच रह रहे विदेशी एवं देशी सभी लोगों के लिए एक ही विधि लागू होगी. यदि तुम्हारे बीच में कोई विदेशी रह रहा है, और वह फ़सह उत्सव से संबंधित विधियां एवं नियम के अनुसार याहवेह के लिए फ़सह उत्सव को मनाने की इच्छा रखता है, तो उसे यह करने दिया जाए.’ ”

पवित्र निवास स्थान पर बादल का छा जाना

15जिस दिन पवित्र निवास स्थान, यानी साक्षी तंबू, की स्थापना पूरी हुई एक विशेष बादल ने उस पवित्र निवास स्थान को छा लिया. सूर्यास्त के बाद से लेकर सुबह तक यह पवित्र निवास स्थान पर आग के समान दिखाई देता रहा. 16यह दृश्य नित्य होने लगा: दिन के समय बादल छा जाना, तथा रात में आग का दर्शन. 17इस्राएलियों की पूरी यात्रा में जब-जब बादल साक्षी तंबू के ऊपर से उठता, तब-तब वे वहां से कूच करने का संदेश हुआ करता था, तथा जहां कहीं वह बादल रुक जाता था, वहां इस्राएली डेरा डाल देते थे. 18याहवेह के आदेश पर ही इस्राएली कूच कर देते तथा याहवेह के आदेश पर ही वे डेरा डाला करते थे. जब यह बादल साक्षी तंबू पर स्थिर रहता था तब वे डेरा डाले रहते थे. 19यहां तक कि जब यह बादल बहुत समय के लिए साक्षी तंबू पर ठहरा रहता था, वे वहीं डेरा डाले रहते थे. 20यदि वह बादल साक्षी तंबू पर कुछ ही दिन के लिए ठहरा रहता था, तो वे याहवेह के आदेश के अनुसार डेरा डाले रहते थे और जब चलने के लिए याहवेह का आदेश होता था, वे कूच कर देते थे. 21यदि किसी परिस्थिति में यह बादल सिर्फ शाम के समय से सुबह तक ठहरता था और यदि यह बादल सुबह उठ जाता था, तो वे कूच कर देते थे; अथवा यदि यह दिन में तथा रात में ठहरा रहता था, जब कभी यह बादल उठता था, वे कूच कर देते थे. 22चाहे यह बादल साक्षी तंबू पर दो दिन ठहरे, या एक महीना, या इससे भी अधिक, इस्राएली डेरा डाले हुए रहते थे, कूच नहीं करते थे; किंतु जब यह बादल ऊपर उठ जाता था, वे कूच कर देते थे. 23वे याहवेह के आदेश पर डेरा डालते थे, याहवेह के ही आदेश पर कूच करते थे. वे याहवेह के आदेश के प्रति सतर्क थे, उस आदेश के विषय में, जो मोशेह द्वारा याहवेह ने दिया था.