传道书 8 – CCB & HCV

Chinese Contemporary Bible (Simplified)

传道书 8:1-17

1谁像有智慧的人呢?

谁知道事情的原委呢?

智慧能使人容光焕发,

使冷酷的面孔柔和。

2我劝你遵守王的命令,因为你曾在上帝面前这样发誓。 3不要在王面前鲁莽行事,也不要参与恶行,因为王可以随意行事。 4况且,王的命令至高无上,谁敢质问他呢? 5遵从王命的必免遭祸患,因为智者心里懂得做事的时机和方法。 6尽管人面临重重困难,但做任何事都有时机和方法。 7无人知道未来的事,谁能告诉人将来的事呢? 8无人能掌管生命8:8 生命”也可译作“风”或“气息”。,留住生命,也无人能掌管死期。无人能免于这场争战,邪恶也救不了作恶者。 9这一切我都见过了,我用心思考日光之下的一切事。有时人欺压人、伤害人。 10我看见恶人生前出入圣所,死后安葬,还在他们作恶的城中受到称赞,这也是虚空。 11对犯罪者的刑罚不迅速执行,世人便尽情作恶。 12虽然罪人作恶多端仍得长寿,我却认为敬畏上帝的人必亨通。 13然而,恶人得不到祝福,他们必像幻影一样不能长久,因为他们不敬畏上帝。 14世上有一件虚空的事,就是义人遭受了恶人当受的报应,恶人却享受了义人该享的福乐。我认为这也是虚空。 15因此,我便赞赏享乐,因为在日光之下没有什么比吃喝快乐更好。这是人在上帝所赐的年日里,从劳碌中当得的享受。 16我全心去寻求智慧,观察世上所发生的事,甚至昼夜不眠, 17思想上帝所做的一切,便知道人无法理解日光之下所发生的事。尽管人努力不懈地去寻找,也不能明白;即使智者自以为明白,他其实仍不能参透。

Hindi Contemporary Version

उद्बोधक 8:1-17

1कौन बुद्धिमान के समान है?

किसे इस बात का मतलब मालूम है?

बुद्धि से बुद्धिमान का चेहरा चमक जाता है.

राजाओं की आज्ञा का पालन

2दार्शनिक कहता है, परमेश्वर के सामने ली गई शपथ के कारण राजा की आज्ञा का पालन करो. 3उनके सामने से जाने में जल्दबाजी न करना और बुरी बातों पर हठ न करना, क्योंकि राजा वही करेंगे जो उनकी नज़रों में सही होगा. 4राजा की बातों में तो अधिकार होता है, उन्हें कौन कहेगा, “आप क्या कर रहे हैं?”

5जो व्यक्ति आज्ञा का पालन करता है, बुरा उसका भी न होगा,

क्योंकि बुद्धिमान हृदय को सही समय और सही तरीका मालूम होता है.

6क्योंकि हर एक खुशी के लिए सही समय और तरीका होता है,

फिर भी एक व्यक्ति पर भारी संकट आ ही जाता है.

7अगर किसी व्यक्ति को यह ही मालूम नहीं है कि क्या होगा,

तो कौन उसे बता सकता है कि क्या होगा?

8वायु को रोकने का अधिकार किसके पास है?

और मृत्यु के दिन पर अधिकार कौन रखता है?

युद्ध के समय छुट्टी नहीं होती,

और जो बुराई करते हैं वे इसके प्रभाव से कैसे बचेंगे.

9यह सब देख मैंने अपने हृदय को सूरज के नीचे किए जा रहे हर एक काम पर लगाया जब एक मनुष्य दूसरे मनुष्य की बुराई के लिए उसके अधिकार का इस्तेमाल करता है. 10सो मैंने दुष्टों को गाड़े जाते देखा. वे पवित्र स्थान में आते जाते थे. किंतु जहां वे ऐसा करते थे जल्द ही उस नगर ने उन्हें भुला दिया. यह भी बेकार ही है.

11बुरे काम के दंड की आज्ञा जल्दबाजी में नहीं दी जाती, इसलिये मनुष्य का हृदय बुराई करने में हमेशा लगा रहता है, 12चाहे पापी हज़ार बार बुरा करें और अपने जीवन को बढ़ाते रहें, मगर मुझे मालूम है कि जिनमें परमेश्वर के लिए श्रद्धा और भय की भावना है उनका भला ही होगा, क्योंकि उनमें परमेश्वर के प्रति श्रद्धा और भय की भावना हैं. 13मगर दुष्ट के साथ अच्छा न होगा और न ही वह परछाई के समान अपने सारे जीवन को बड़ा कर सकेगा, क्योंकि उसमें परमेश्वर के लिए श्रद्धा और भय की भावना नहीं है.

14पृथ्वी पर एक और बात बेकार होती है: धर्मियों के साथ दुष्टों द्वारा किए गए कामों के अनुसार घटता है और दुष्टों के साथ धर्मियों द्वारा किए गए कामों के अनुसार. मैंने कहा कि यह भी बेकार ही है. 15सो मैं आनंद की तारीफ़ करता हूं, सूरज के नीचे मनुष्य के लिए इससे अच्छा कुछ नहीं है कि वह खाए-पिए और खुश रहे क्योंकि सूरज के नीचे परमेश्वर द्वारा दिए गए उसके जीवन भर में उसकी मेहनत के साथ यह हमेशा रहेगा.

16जब मैंने अपने हृदय को बुद्धि के और पृथ्वी पर के कामों के बारे में मालूम करने के लिए लगाया (हालांकि एक व्यक्ति को दिन और रात नहीं सोना चाहिए). 17और मैंने परमेश्वर के हर एक काम को देखा, तब मुझे मालूम हुआ कि सूरज के नीचे किया जा रहा हर एक काम मनुष्य नहीं समझ सकता. जबकि मनुष्य बहुत मेहनत करे फिर भी उसे यह मालूम न होगा और चाहे बुद्धिमान का यह कहना हो कि, मुझे मालूम है, फिर भी वह इसे मालूम नहीं कर सकता.