स्तोत्र 91:1-8 HCV

स्तोत्र 91:1-8

स्तोत्र 91

वह, जिसका निवास सर्वोच्च परमेश्वर के आश्रय में है,

सर्वशक्तिमान के छाया कुंज में सुरक्षित निवास करेगा.

याहवेह के विषय में मेरी घोषणा है, “वह मेरे आश्रय, मेरे गढ़ हैं,

मेरे शरणस्थान परमेश्वर हैं, जिनमें मेरा भरोसा है.”

वह तुम्हें सभी फंदे से बचाएंगे,

वही घातक महामारी

से तुम्हारी रक्षा करेंगे.

वह तुम्हें अपने परों में छिपा लेंगे,

उनके पंखों के नीचे तुम्हारा आश्रय होगा;

उनकी सच्चाई ढाल और गढ़ हैं.

तुम न तो रात्रि के आतंक से भयभीत होगे,

न ही दिन में छोड़े गए बाण से,

वैसे ही न उस महामारी से, जो अंधकार में छिपी रहती है,

अथवा उस विनाश से, जो दिन-दोपहरी में प्रहार करता है.

संभव है कि तुम्हारे निकट हजार

तथा तुम्हारी दायीं ओर दस हजार आ गिरें,

किंतु वह तुम तक नहीं पहुंचेगा.

तुम स्वयं अपनी आंखों से देखते रहोगे

और देखोगे कि कैसा होता है कुकर्मियों का दंड.

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