स्तोत्र 90:11-17 HCV

स्तोत्र 90:11-17

आपके कोप की शक्ति की जानकारी कौन ले सका है!

आपका कोप उतना ही व्यापक है जितना कि लोगों के द्वारा आपका भय मानना.

हमें जीवन की न्यूनता की धर्ममय विवेचना करने की अंतर्दृष्टि प्रदान कीजिए,

कि हमारा हृदय बुद्धिमान हो जाए.

याहवेह! मृदु हो जाइए, और कितना विलंब?

कृपा कीजिए-अपने सेवकों पर.

प्रातःकाल में ही हमें अपने करुणा-प्रेम90:14 करुणा-प्रेम मूल में ख़ेसेद इस हिब्री शब्द के अर्थ में अनुग्रह, दया, प्रेम, करुणा ये सब शामिल हैं से संतुष्ट कर दीजिए,

कि हम आजीवन उल्‍लसित एवं हर्षित रहें.

हमारे उतने ही दिनों को आनंद से तृप्‍त कर दीजिए, जितने दिन आपने हमें ताड़ना दी थी,

उतने ही दिन, जितने वर्ष हमने दुर्दशा में व्यतीत किए हैं.

आपके सेवकों के सामने आपके महाकार्य स्पष्ट हो जाएं

और उनकी संतान पर आपका वैभव.

हम पर प्रभु, हमारे परमेश्वर की मनोहरता स्थिर रहे;

तथा हमारे लिए हमारे हाथों के परिश्रम को स्थायी कीजिए—

हां, हमारे हाथों का परिश्रम स्थायी रहे.

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