स्तोत्र 88:1-9 HCV

स्तोत्र 88:1-9

स्तोत्र 88

एक गीत. कोराह के पुत्रों की स्तोत्र रचना. संगीत निर्देशक के लिये. माहलाथ लान्‍नोथ88:0 हो सकता है कि यह एक राग का नाम है. अर्थ: “परेशानी का पीड़ा” धुन पर आधारित. एज़्रावंश हेमान का मसकील88:0 शीर्षक: शायद साहित्यिक या संगीत संबंधित एक शब्द

हे याहवेह, मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर;

मैं दिन-रात आपको पुकारता रहता हूं.

मेरी प्रार्थना आप तक पहुंच सके;

और आप मेरी पुकार सुनें.

मेरा प्राण क्लेश में डूब चुका है

तथा मेरा जीवन अधोलोक के निकट आ पहुंचा है.

मेरी गणना उनमें होने लगी है, जो कब्र में पड़े हैं;

मैं दुःखी पुरुष के समान हो गया हूं.

मैं मृतकों के मध्य छोड़ दिया गया हूं,

उन वध किए गए पुरुषों के समान,

जो कब्र में पड़े हैं, जिन्हें अब आप स्मरण नहीं करते,

जो आपकी हितचिंता के योग्य नहीं रह गए.

आपने मुझे अधोलोक में डाल दिया है ऐसी गहराई में,

जहां अंधकार ही अंधकार है.

आपका कोप मुझ पर अत्यंत भारी पड़ा है;

मानो मैं लहरों में दबा दिया गया हूं.

मेरे निकटतम मित्रों को आपने मुझसे दूर कर दिया है,

आपने मुझे उनकी घृणा का पात्र बना दिया है.

मैं ऐसा बंध गया हूं कि मुक्त ही नहीं हो पा रहा;

वेदना से मेरी आंखें धुंधली हो गई हैं.

याहवेह, मैं प्रतिदिन आपको पुकारता हूं;

मैं आपके सामने हाथ फैलाए रहता हूं.

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