स्तोत्र 84:8-12
याहवेह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर, मेरी प्रार्थना सुनिए;
याकोब के परमेश्वर, मेरी सुनिए.
परमेश्वर, हमारी ढाल पर दृष्टि कीजिए;
अपने अभिषिक्त पर कृपादृष्टि कीजिए.
आपके परिसर में एक दिन,
अन्यत्र के हजार दिनों से उत्तमतर है;
दुष्टों के मंडप में निवास की अपेक्षा मैं,
आपके भवन का द्वारपाल होना उपयुक्त समझता हूं.
मेरे लिए याहवेह परमेश्वर सूर्य एवं ढाल हैं;
महिमा एवं सम्मान याहवेह ही के अनुग्रह हैं;
निष्कलंक पुरुष को वह किसी भी
उत्तम वस्तु से रोक कर नहीं रखते.
सर्वशक्तिमान याहवेह, धन्य होता है वह,
जिसने आप पर भरोसा रखा है.