स्तोत्र 71:1-8
स्तोत्र 71
याहवेह, मैंने आपका आश्रय लिया है;
मुझे कभी लज्जित न होने दीजिएगा.
अपनी धार्मिकता में हे परमेश्वर, मुझे बचाकर छुड़ा लीजिए;
मेरी पुकार सुनकर मेरा उद्धार कीजिए.
आप मेरे आश्रय की चट्टान बन जाइए,
जहां मैं हर एक परिस्थिति में शरण ले सकूं;
मेरे उद्धार का आदेश प्रसारित कीजिए,
आप ही मेरे लिए चट्टान और गढ़ हैं.
मुझे दुष्ट के शिकंजे से मुक्त कर दीजिए,
परमेश्वर, उन पुरुषों के हाथों से जो कुटिल तथा क्रूर हैं.
प्रभु याहवेह, आप ही मेरी आशा हैं,
बचपन से ही मैंने आप पर भरोसा रखा है.
वस्तुतः गर्भ ही से आप मुझे संभालते आ रहे हैं;
मेरे जन्म की प्रक्रिया भी आपके द्वारा पूर्ण की गई.
मैं सदा-सर्वदा आपका स्तवन करता रहूंगा.
अनेकों के लिए मैं एक उदाहरण बन गया हूं;
मेरे लिए आप दृढ़ आश्रय प्रमाणित हुए हैं.
मेरा मुख आपका गुणगान करते हुए नहीं थकता,
आपका वैभव एवं तेज सारे दिन मेरे गीतों के विषय होते हैं.