स्तोत्र 69:13-28 HCV

स्तोत्र 69:13-28

किंतु याहवेह, आपसे मेरी गिड़गिड़ाहट है,

अपने करुणा-प्रेम69:13 करुणा-प्रेम मूल में ख़ेसेद इस हिब्री शब्द के अर्थ में अनुग्रह, दया, प्रेम, करुणा ये सब शामिल हैं के कारण,

अपनी कृपादृष्टि के अवसर पर,

परमेश्वर, अपने निश्चित उद्धार के द्वारा मुझे प्रत्युत्तर दीजिए.

मुझे इस दलदल से बचा लीजिए,

इस गहरे जल में मुझे डूबने न दीजिए;

मुझे मेरे शत्रुओं से बचा लीजिए.

बाढ़ का जल मुझे समेट न ले

और मैं गहराई में न जा पड़ूं

और पाताल मुझे निगल न ले.

याहवेह, अपने करुणा-प्रेम की भलाई के कारण मुझे प्रत्युत्तर दीजिए;

अपनी कृपादृष्टि में अपना मुख मेरी ओर कीजिए.

अपने सेवक से मुंह न मोड़िए;

मुझे शीघ्र उत्तर दीजिए, क्योंकि मैं संकट में पड़ा हुआ हूं.

पास आकर मुझे इस स्थिति से बचा लीजिए;

मुझे मेरे शत्रुओं से छुड़ा लीजिए.

आपको सब कुछ ज्ञात है, किस प्रकार मुझसे घृणा की जा रही है, मुझे लज्जित एवं अपमानित किया जा रहा है;

आप मेरे सभी शत्रुओं को भी जानते हैं.

निंदा ने मेरा हृदय तोड़ दिया है

और अब मैं दुःखी रह गया हूं;

मुझे सहानुभूति की आवश्यकता थी, किंतु यह कहीं भी न मिली,

तब मैंने सांत्वना खोजी, किंतु वह भी कहीं न थी.

उन्होंने मेरे भोजन में विष मिला दिया,

और पीने के लिए मुझे सिरका दिया गया.

उनके लिए सजाई गई मेज़ ही उनके लिए फंदा बन जाए;

और जब वे शान्तिपूर्ण स्थिति में हैं, यही उनके लिए जाल सिद्ध हो जाए.

उनके आंखों की ज्योति जाती रहे और वे देख न सकें,

उनकी कमर स्थायी रूप से झुक जाए.

अपना क्रोध उन पर उंडेल दीजिए;

आपका भस्मकारी क्रोध उन्हें समेट ले.

उनकी छावनी निर्जन हो जाए;

उनके मण्डपों में निवास करने के लिए कोई शेष न रह जाए.

ये उन्हें दुःखित करते हैं, जिन्हें आपने घायल किया था,

और उनकी पीड़ा पर वार्तालाप करते हैं, जिस पर आपने प्रहार किया है.

उनके समस्त पापों के लिए उन्हें दोषी घोषित कीजिए;

वे कभी आपकी धार्मिकता में सम्मिलित न होने पाएं.

उनके नाम जीवन-पुस्तक से मिटा दिए जाएं;

उनका लिखा धर्मियों के साथ कभी न हो.

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