स्तोत्र 41:7-13 HCV

स्तोत्र 41:7-13

मेरे समस्त शत्रु मिलकर मेरे विरुद्ध में कानाफूसी करते रहते हैं;

वे मेरे संबंध में बुराई की योजना सोचते रहते हैं.

वे कहते हैं, “उसे एक घृणित रोग का संक्रमण हो गया है;

अब वह इस रोगशय्या से कभी उठ न सकेगा.”

यहां तक कि जो मेरा परम मित्र था,

जिस पर मैं भरोसा करता था,

जिसके साथ मैं भोजन करता था,

उसी ने मुझ पर लात उठाई है.

किंतु याहवेह, आप मुझ पर कृपा करें;

मुझमें पुनः बल-संचार करें कि मैं उनसे प्रतिशोध ले सकूं.

इसलिये कि मेरा शत्रु मुझे नाश न कर सका,

मैं समझ गया हूं कि आप मुझसे अप्रसन्‍न नहीं हैं.

मेरी सच्चाई के कारण मुझे स्थिर रखते हुए,

सदा-सर्वदा के लिए अपनी उपस्थिति में मुझे बसा लीजिए.

सर्वदा से सर्वदा तक इस्राएल के परमेश्वर,

याहवेह का स्तवन होता रहे.

आमेन और आमेन.

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