स्तोत्र 22:22-31 HCV

स्तोत्र 22:22-31

तब मैं स्वजनों में आपकी महिमा का प्रचार करूंगा;

सभा में मैं आपका स्तवन करूंगा.

याहवेह के श्रद्धालुओ, उनका स्तवन करो!

याकोब के वंशजो, उनका सम्मान करो!

समस्त इस्राएल वंशजो, उनकी वंदना करो!

क्योंकि याहवेह ने दुःखितों की शोचनीय,

करुण स्थिति को न तो तुच्छ जाना और न ही उससे घृणा की.

वह पीड़ितों की यातनाएं देखकर उनसे दूर न हुए,

परंतु उन्होंने उनकी सहायता के लिए उनकी वाणी सुनी.

महासभा में आपके गुणगान के लिए मेरे प्रेरणास्रोत आप ही हैं;

आपके श्रद्धालुओं के सामने मैं अपने प्रण पूर्ण करूंगा.

नम्र पुरुष भोजन कर तृप्‍त हो जाएगा;

जो याहवेह के खोजी हैं, वे उनका स्तवन करेंगे.

सर्वदा सजीव रहे तुम्हारा हृदय!

पृथ्वी की छोर तक

सभी मनुष्य याहवेह को स्मरण कर उनकी ओर उन्मुख होंगे,

राष्ट्रों के समस्त परिवार

उनके सामने नतमस्तक होंगे.

क्योंकि राज्य याहवेह ही का है,

समस्त राष्ट्रों के अधिपति वही हैं.

खा-पीकर पृथ्वी के समस्त हृष्ट-पुष्ट उनके सामने नतमस्तक हो उनकी वंदना करेंगे;

सभी नश्वर मनुष्य उनके सामने घुटने टेक देंगे,

जो अपने ही प्राण जीवित रख नहीं सकते.

यह संपूर्ण पीढ़ी उनकी सेवा करेगी;

भावी पीढ़ी को प्रभु के विषय में बताया जाएगा.

वे परमेश्वर की धार्मिकता तथा उनके द्वारा किए गए महाकार्य की घोषणा

उस पीढ़ी के सामने करेंगे,

जो अभी अजन्मी ही है.

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