स्तोत्र 121:1-8 HCV

स्तोत्र 121:1-8

स्तोत्र 121

आराधना के लिए यात्रियों का गीत.

मैं अपनी आंखें पर्वतों की ओर उठाता—

क्या मेरी सहायता का स्रोत वहां है?

मेरी सहायता का स्रोत तो याहवेह हैं,

स्वर्ग और पृथ्वी के कर्ता.

वह तुम्हारा पैर फिसलने न देंगे;

वह, जो तुम्हें सुरक्षित रखते हैं, झपकी नहीं लेते.

निश्चयतः इस्राएल के रक्षक न तो झपकी लेंगे

और न सो जाएंगे.

याहवेह तुम्हें सुरक्षित रखते हैं—

तुम्हारे दायें पक्ष में उपस्थित याहवेह तुम्हारी सुरक्षा की छाया हैं;

न तो दिन के समय सूर्य से तुम्हारी कोई हानि होगी,

और न रात्रि में चंद्रमा से.

सभी प्रकार की बुराई से याहवेह तुम्हारी रक्षा करेंगे,

वह तुम्हारे जीवन की रक्षा करेंगे;

तुम्हारे आने जाने में याहवेह तुम्हें सुरक्षित रखेंगे,

वर्तमान में और सदा-सर्वदा.

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