स्तोत्र 119:137-144
याहवेह, आप धर्मी हैं,
सच्चे हैं आपके नियम.
जो अधिनियम आपने प्रगट किए हैं, वे धर्ममय हैं;
वे हर एक दृष्टिकोण से विश्वासयोग्य हैं.
मैं भस्म हो रहा हूं,
क्योंकि मेरे शत्रु आपके वचनों को भूल गए हैं.
आपकी प्रतिज्ञाओं का उचित परीक्षण किया जा चुका है,
वे आपके सेवक को अत्यंत प्रिय हैं.
यद्यपि मैं छोटा, यहां तक कि लोगों की दृष्टि में घृणास्पद हूं,
फिर भी मैं आपके अधिनियमों को नहीं भूलता.
अनंत है आपकी धार्मिकता, परमेश्वर
तथा यथार्थ है आपकी व्यवस्था.
क्लेश और संकट मुझ पर टूट पड़े हैं,
किंतु आपके आदेश मुझे मगन रखे हुए हैं.
आपके अधिनियम सदा-सर्वदा धर्ममय ही प्रमाणित हुए हैं;
मुझे इनके विषय में ऐसी समझ प्रदान कीजिए कि मैं जीवित रह सकूं.
ק क़ौफ़