स्तोत्र 119:129-136
अद्भुत हैं आपके अधिनियम;
इसलिये मैं उनका पालन करता हूं.
आपके वचन के खुलने से ज्योति उत्पन्न होती है;
परिणामस्वरूप भोले पुरुषों को सबुद्धि प्राप्त होती है.
मेरा मुख खुला है और मैं हांफ रहा हूं,
क्योंकि मुझे प्यास है आपके आदेशों की.
मेरी ओर ध्यान दीजिए और मुझ पर कृपा कीजिए,
जैसी आपकी नीति उनके प्रति है, जिन्हें आपसे प्रेम है.
अपनी प्रतिज्ञा के अनुरूप मेरे पांव को स्थिर कर दीजिए;
कोई भी दुष्टता मुझ पर प्रभुता न करने पाए.
मुझे मनुष्यों के अत्याचार से छुड़ा लीजिए,
कि मैं आपके उपदेशों का पालन कर सकूं.
अपने सेवक पर अपना मुख प्रकाशित कीजिए
और मुझे अपने नियमों की शिक्षा दीजिए.
मेरी आंखों से अश्रुप्रवाह हो रहा है,
क्योंकि लोग आपकी व्यवस्था का पालन नहीं कर रहे.
צ त्सादे