सूक्ति संग्रह 8:22-31
“जब याहवेह ने सृष्टि की रचना प्रारंभ की,
इसके पूर्व कि वह किसी वस्तु की सृष्टि करते, मैं उनके साथ था;
युगों पूर्व ही, सर्वप्रथम,
पृथ्वी के अस्तित्व में आने के पूर्व ही मैं अस्तित्व में था.
महासागरों के अस्तित्व में आने के पूर्व, जब सोते ही न थे,
मुझे जन्म दिया गया.
इसके पूर्व कि पर्वतों को आकार दिया गया,
और पहाड़ियां अस्तित्व में आयीं, मैं अस्तित्व में था;
इसके पूर्व कि परमेश्वर ने पृथ्वी तथा पृथ्वी की सतह पर मैदानों की रचना की,
अथवा भूमि पर सर्वप्रथम धूल देखी गई.
जब परमेश्वर ने आकाशमंडल की स्थापना की, मैं अस्तित्व में था,
जब उन्होंने महासागर पर क्षितिज रेखा का निर्माण किया,
जब उन्होंने आकाश को हमारे ऊपर सुदृढ़ कर दिया,
जब उन्होंने महासागर के सोते प्रतिष्ठित किए,
जब उन्होंने महासागर की सीमाएं बांध दी,
कि जल उनके आदेश का उल्लंघन न कर सके,
जब उन्होंने पृथ्वी की नींव रेखांकित की.
उस समय मैं उनके साथ साथ कार्यरत था.
एक प्रधान कारीगर के समान प्रतिदिन मैं ही उनके हर्ष का कारण था,
सदैव मैं उनके समक्ष आनंदित होता रहता था,
उनके द्वारा बसाए संसार में
तथा इसके मनुष्यों में मेरा आनंद था.