सूक्ति संग्रह 31:1-9 HCV

सूक्ति संग्रह 31:1-9

राजा लमूएल के नीति सूत्र

ये राजा लमूएल द्वारा प्रस्तुत नीति सूत्र हैं, जिनकी शिक्षा उन्हें उनकी माता द्वारा दी गई थी.

सुन, मेरे पुत्र! सुन, मेरे ही गर्भ से जन्मे पुत्र!

सुन, मेरी प्रार्थनाओं के प्रत्युत्तर पुत्र!

अपना पौरुष स्त्रियों पर व्यय न करना और न अपने संसाधन उन पर लुटाना,

जिन्होंने राजाओं तक के अवपात में योग दिया है.

लमूएल, यह राजाओं के लिए कदापि उपयुक्त नहीं है,

दाखमधु राजाओं के लिए सुसंगत नहीं है,

शासकों के लिए मादक द्रव्यपान भला नहीं होता.

ऐसा न हो कि वे पीकर कानून को भूल जाएं,

और दीन दलितों से उनके अधिकार छीन लें.

मादक द्रव्य उन्हें दो, जो मरने पर हैं,

दाखमधु उन्हें दो, जो घोर मन में उदास हैं!

वे पिएं तथा अपनी निर्धनता को भूल जाएं

और उन्हें उनकी दुर्दशा का स्मरण न आएं.

उनके पक्ष में खड़े होकर उनके लिए न्याय प्रस्तुत करो,

जो अपना पक्ष प्रस्तुत करने में असमर्थ हैं.

निडरतापूर्वक न्याय प्रस्तुत करो और बिना पक्षपात न्याय दो;

निर्धनों और निर्धनों के अधिकारों की रक्षा करो.

आदर्श पत्नी का गुणगान

आलेफ़

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