सूक्ति संग्रह 25:1-10 HCV

सूक्ति संग्रह 25:1-10

शलोमोन के कुछ और नीति वाक्य

ये भी राजा शलोमोन के ही कुछ और नीति वाक्य हैं, जिन्हें यहूदिया राज्य के राजा हिज़किय्याह के लोगों ने तैयार किया है:

परमेश्वर की महिमा इसमें है कि वह किसी विषय को गुप्‍त रख देते हैं;

जबकि राजा की महिमा किसी विषय की गहराई तक खोजने में होती है.

जैसे आकाश की ऊंचाई और पृथ्वी की गहराई,

उसी प्रकार राजाओं का हृदय भी रहस्यमय होता है.

चांदी में से खोट दूर कर दो,

तो चांदीकार के लिए शुद्ध चांदी शेष रह जाती है.

राजा के सामने से दुष्टों को हटा दो,

तो राज सिंहासन धर्म में प्रतिष्ठित हो जाएगा.

न तो राजा के समक्ष स्वयं को सम्मान्य प्रमाणित करो,

और न ही किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति का स्थान लेने का प्रयास करो;

क्योंकि उत्तम तो यह होगा कि राजा ही तुम्हें आमंत्रित कर यह कहे, “यहां मेरे पास आओ,”

इसकी अपेक्षा कि तुम्हें सब की दृष्टि में निम्नतर स्थान पर जाने का आदेश दिया जाए.

मात्र इसलिये कि तुमने कुछ देख लिया है,

मुकदमा चलाने की उतावली न करना.

विवादास्पद विषय पर सीधा उसी व्यक्ति से विचार-विमर्श कर लो,

और किसी अन्य व्यक्ति का रहस्य प्रकाशित न करना,

कहीं ऐसा न हो कि कोई इसे सुन ले, यह तुम्हारे ही लिए लज्जा का कारण हो जाए

और तुम्हारी प्रतिष्ठा स्थायी रूप से नष्ट हो जाए.

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