सूक्ति संग्रह 21:17-26 HCV

सूक्ति संग्रह 21:17-26

यह निश्चित है कि विलास प्रिय व्यक्ति निर्धन हो जाएगा तथा वह;

जिसे दाखमधु तथा शारीरिक सुखों का मोह है, निर्धन होता जाएगा.

धर्मी के लिए दुष्ट फिरौती हो जाता है,

तथा विश्वासघाती खराई के लिए.

क्रोधी, विवादी और चिड़चिड़ी स्त्री के साथ निवास करने से

उत्तम होगा बंजर भूमि में निवास करना.

अमूल्य निधि और उत्कृष्ट भोजन बुद्धिमान के घर में ही पाए जाते हैं,

किंतु मूर्ख इन्हें नष्ट करता चला जाता है.

धर्म तथा कृपा के अनुयायी को प्राप्‍त होता है

जीवन, धार्मिकता और महिमा.

बुद्धिमान व्यक्ति ही योद्धाओं के नगर पर आक्रमण करके उस सुरक्षा को ध्वस्त कर देता है,

जिस पर उन्होंने भरोसा किया था.

जो कोई अपने मुख और जीभ को वश में रखता है,

स्वयं को विपत्ति से बचा लेता है.

अहंकारी तथा दुष्ट व्यक्ति, जो ठट्ठा करनेवाले के रूप में कुख्यात हो चुका है,

गर्व और क्रोध के भाव में ही कार्य करता है.

आलसी की अभिलाषा ही उसकी मृत्यु का कारण हो जाती है,

क्योंकि उसके हाथ कार्य करना ही नहीं चाहते.

सारे दिन वह लालसा ही लालसा करता रहता है,

किंतु धर्मी उदारतापूर्वक दान करता जाता है.

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