यशायाह 14:1-32, यशायाह 15:1-9, यशायाह 16:1-14 HCV

यशायाह 14:1-32

याकोब पर याहवेह की कृपा होगी;

वे इस्राएल को फिर से अपना लेंगे

और उन्हें उनके ही देश में बसा देंगे.

परदेशी उनसे मिल जायेंगे.

देश-देश के लोग उन्हें उन्हीं के स्थान में आने के लिए सहायता करेंगे

जो याहवेह ने उन्हें दिया है,

वह देश इस्राएल के दास और दासियां होंगे.

इस्राएल उन्हें अपना बंदी बना लेंगे जिनके वे बंदी हुआ करते थे

वे उन पर शासन करेंगे जिन्होंने उन पर अत्याचार किया था.

उस दिन याहवेह तुम्हारी पीड़ा, बेचैनी तथा उस कठिन परिश्रम को खत्म करेंगे जो तुमसे करवाया जाता था, तब तुम बाबेल के राजा पर यह ताना मारोगे कि:

सतानेवाले का कैसा अंत हुआ!

उसका सुनहरा मंदिर से भरा नगर नाश हो गया!

याहवेह ने दुष्ट के दंड

और शासकों की लाठी को तोड़ डाला है,

जो जनताओं पर निरंतर सताव

और गुस्से में शासन करता था.

पूरी पृथ्वी को विश्राम और चैन मिला है;

और सब खुश होकर गा उठे हैं.

सनोवर और लबानोन के

केदार उससे खुश हैं और कहते हैं,

“कि जब से उसको गिरा दिया है,

तब से हमें कोई काटने नहीं आया है.”

अधोलोक तुम्हारे आगमन पर

तुमसे मिलने के लिए खुश है;

यह तुम्हारे लिए मरे हुओं की आत्माओं को—

जो पृथ्वी के सरदार थे;

उन सभी को उनके सिंहासनों से उठाकर खड़ा कर रहा है

जो देशों के राजा थे.

वे सब तुमसे कहेंगे,

“तुम भी हमारे समान कमजोर हो गए हो;

तुम भी हमारे समान बन गए हो.”

तुम्हारा दिखावा और तुम्हारे सारंगी का

संगीत नर्क तक उतारा गया है;

कीट तुम्हारी बिछौना

और कीड़े तुम्हारी ओढ़नी समान हैं.

हे भोर के तारे!

स्वर्ग से तुम अलग कैसे हुए.

तुमने देशों को निर्बल कर दिया था,

तुम काटकर भूमि पर कैसे गिरा दिए गए!

तुमने सोचा,

“मैं स्वर्ग तक चढ़ जाऊंगा;

मैं अपना सिंहासन परमेश्वर के

तारागणों से भी ऊपर करूंगा;

मैं उत्तर दिशा के दूर स्थानों में

ज़ेफोन पर्वत पर विराजमान होऊंगा.

मैं बादल के ऊपर चढ़ जाऊंगा;

और परम प्रधान परमेश्वर के समान हो जाऊंगा.”

परंतु तू अधोलोक के नीचे,

नरक में ही उतार दिया गया है.

जो तुम्हें देखेंगे वे तुम्हें बुरी नजर से देखेंगे,

और वे तुम्हारे बारे में यह कहेंगे:

“क्या यही वह व्यक्ति है जिसने पृथ्वी को कंपा

और देशों को हिला दिया था,

जिसने पृथ्वी को निर्जन बना दिया,

और नगरों को उलट दिया था,

जिसने बंदियों को उनके घर लौटने न दिया था?”

सभी देशों के सब राजा अपनी-अपनी

कब्र में सो गए हैं.

परंतु तुम्हें तुम्हारी कब्र से

एक निकम्मी शाखा के समान निकालकर फेंक दिया गया है;

जिन्हें तलवार से मार दिया गया,

तुम पैरों के नीचे कुचले गए

और गड्ढे में पत्थरों के नीचे फेंक दिये गये.

तुम उन सबके साथ कब्र में दफनाए नहीं जाओगे,

तुमने अपने देश का नाश किया

और अपने ही लोगों को मारा है.

उनके पूर्वजों की गलतियों के कारण

उनके पुत्रों के घात का स्थान तैयार करो;

ऐसा न हो कि वे उठें और पृथ्वी पर अपना अधिकार कर लें

और सारी पृथ्वी को अपने नगरों से भर दें.

“मैं उनके विरुद्ध उठ खड़ा हो जाऊंगा,”

सेनाओं के याहवेह कहते हैं.

“मैं बाबेल से उनके बचे हुए वंश,

तथा भावी पीढ़ियों के नाम तक को मिटा दूंगा,”

याहवेह कहते हैं!

“मैं उसे उल्लुओं के अधिकार में कर दूंगा

और उसे झीलें बना दूंगा;

मैं इसे विनाश के झाड़ू से झाड़ दूंगा.”

सर्वशक्तिमान याहवेह ने यह शपथ की है,

“जैसा मैंने सोचा है, वैसा ही होगा,

और जैसी मेरी योजना है, वह पूरी होगी.

अपने देश में मैं अश्शूर के टुकड़े-टुकड़े कर दूंगा;

और पहाड़ों पर उसे कुचल डालूंगा.

उसके बंधन का बोझ इस्राएलियों से हट जाएगा,

और उनके कंधों से उनका बोझ उठ जाएगा.”

यह वह योजना है जो सारी पृथ्वी के लिये ठहराई गई है;

और यह वह हाथ है जो सब देशों के विरुद्ध उठा है.

जो बात सर्वशक्तिमान याहवेह ने यह कही है, उसे कौन बदल सकेगा?

उनका हाथ उठ गया है, तो कौन उसे रोक सकेगा?

फिलिस्तीन के विरोध में भविष्यवाणी

जिस वर्ष राजा आहाज़ की मृत्यु हुई उसी वर्ष यह भविष्यवाणी की गई:

फिलिस्तीनी के साथ, आनंदित मत होना,

जिस लाठी से तुम्हें मारा था वह टूट गई है;

क्योंकि सांप के वंश से काला नाग पैदा होगा,

और उससे उड़ते हुए सांप पैदा होंगे.

वे जो कंगाल हैं उन्हें भोजन मिलेगा,

और गरीब सुरक्षित रहेंगे.

मैं तुम्हारे वंश को दुःख से मार डालूंगा;

और तुम्हारे बचे हुए लोग घायल किए जायेंगे.

हे फाटक! तू हाय कर, हे नगर! तू चिल्ला.

हे फिलिस्तिया देश! डर से तू पिघल जा.

क्योंकि उत्तर दिशा से धुआं उठ रहा है,

और उसकी सेना में कोई पीछे नहीं रहेगा.

देशों के लोगों को

कौन उत्तर देगा?

“याहवेह ने ज़ियोन की नींव डाली है,

उसमें दुखियों को शरण मिलेगी.”

Read More of यशायाह 14

यशायाह 15:1-9

मोआब के विरोध में भविष्यवाणी

एक ही रात में मोआब का:

आर नगर उजाड़ दिया गया,

और उसी रात में मोआब के,

कीर नगर को नाश कर दिया गया!

दीबोन रोने के लिए अपने मंदिर में, हां उसकी ऊंची जगह में चढ़ गए;

और मोआब के लोग नेबो और मेदेबा नगरों के लिये दुःखी होकर चिल्ला रहे हैं.

वे दुःखी होकर अपने सिर

और दाढ़ी मुंडवा रहे हैं.

और सड़कों में वे टाट ओढ़े हुए हैं;

और अपने घरों की छतों और मैदानों में

वे रो-रोकर,

आंसू बहा रहे हैं.

हेशबोन तथा एलिआलेह नगर चिल्ला रहे हैं,

और उनकी चिल्लाहट याहज़ नगर तक सुनाई दे रही है.

इसलिये मोआब के सैनिक चिल्ला रहे हैं,

और मोआब कांप उठा है.

मेरा हृदय मोआब के लिए दुःखी है;

मोआब के लोग ज़ोअर,

तथा एगलथ शलिशियाह के नगर में चले गए हैं.

वे लूहीत की चढ़ाई,

रोते हुए चढ़ रहे हैं;

होरोनयिम की सड़क पर

इस नाश के कारण रो रहे हैं.

निमरीम नदी सूख गयी है,

घास मुरझा गई है;

हरियाली नहीं बची है.

इस कारण जो धन उन्होंने अपने लिये बचाया था

वे उसे अराबीम नाले के उस पार ले जा रहे हैं.

मोआब के देश में सब की चिल्लाहट सुनाई दे रही है;

इसके रोने की आवाज एगलयिम,

तथा बेर-एलीमा नगरों तक पहुंच गयी है.

क्योंकि दीमोन के सोते खून से भरे हैं,

फिर भी मैं दीमोन पर और अधिक विपत्ति डालूंगा—

भागे हुए मोआबी लोग

तथा उस देश के बचे हुए लोगों के विरुद्ध मैं एक सिंह भेजूंगा.

Read More of यशायाह 15

यशायाह 16:1-14

सेला नगर से

ज़ियोन की बेटी के पर्वत पर,

बंजर भूमि से हाकिम के लिए,

एक मेमना तैयार करो.

आरनोन के घाट पर

मोआब की बेटियां ऐसी हो गईं,

जैसे घोंसले से पक्षियों के बच्चों को

उड़ा दिया गया हो.

“हमें समझाओ,

हमारा न्याय करो, और दिन में हमें छाया दो.

घर से निकाले हुओं को सुरक्षा दो,

भागे हुओं को मत पकड़वाओ.

मोआब के घर से निकाले हुओं को अपने बीच में रहने दो;

विनाश करनेवालों से मोआब को बचाओ.”

क्योंकि दुःख का अंत हो चुका है,

और कष्ट समाप्‍त हो चुका है;

और जो पैरों से कुचलता था वह नाश हो चुका है.

तब दया के साथ एक सिंहासन बनाया जाएगा;

और दावीद के तंबू में

एक व्यक्ति सच्चाई के साथ विराजमान होगा—

यह वह व्यक्ति है जो न्याय से निर्णय करेगा

और सच्चाई से काम करने में देरी न करेगा.

हमने मोआब के अहंकार—

उसके अभिमान,

गर्व और क्रोध के बारे में सुना है;

वह सब झूठा था.

इसलिये मोआब को

मोआब के लिए रोने दो.

और कीर-हेरासेथ नगर की दाख की टिकियों के

लिए दुःखी होगा.

हेशबोन के खेत तथा सिबमाह के दाख की बारी सूख गई हैं;

देशों के शासकों ने अच्छी फसल को नुकसान कर दिया.

इसलिये मैं याज़र के लिए रोऊंगा,

और सिबमाह के दाख की बारी के लिए दुःखी होऊंगा.

हेशबोन तथा एलिआलेह,

मैं तुम्हें अपने आंसुओं से भिगो दूंगा!

क्योंकि तुम्हारे फल और तुम्हारी उपज की

खुशी समाप्‍त हो गई है.

फलदायी बारी से आनंद और उनकी खुशी छीन ली गई है;

दाख की बारी में से भी कोई खुशी से गीत नहीं गाएगा;

कोई व्यापारी दाखरस नहीं निकाल रहा है,

क्योंकि मैंने सब की खुशी खत्म कर दी है.

मेरा मन मोआब के लिए

और ह्रदय कीर-हेरासेथ के लिए वीणा के समान आवाज करता है.

जब मोआब ऊंचाई पर जाकर थक

जाए और प्रार्थना करने के लिए

पवित्र स्थान में जाता है,

उससे उनको कोई फायदा नहीं होगा.

यह मोआब के लिये पहले कहा हुआ याहवेह का वचन है. परंतु अब याहवेह ने यों कहा: “मजदूरों की तीन वर्षों की गिनती के अनुसार, मोआब का वैभव तिरस्कार में तुच्छ जाना जाएगा और उसके बचे हुए अत्यंत कम और कमजोर होंगे.”

Read More of यशायाह 16