उत्पत्ति 49:1-33, उत्पत्ति 50:1-26 HCV

उत्पत्ति 49:1-33

अपने पुत्रों के संबंध में इस्राएल की भविष्यवाणी

तब याकोब ने अपने बेटों को बुलाकर उनसे कहा: “तुम सब एक साथ आओ, ताकि तुम्हें बता सकूं कि तुम्हारे साथ अब क्या-क्या होगा.

“याकोब के पुत्रो,

सुनो तथा अपने पिता इस्राएल की बातों पर ध्यान दो.

“रियूबेन, तुम तो मेरे बड़े बेटे,

मेरे बल एवं मेरे पौरुष का फल हो,

प्रतिष्ठा और शक्ति का उत्तम भाग तुम ही हो.

जो अशांत पानी के समान उग्र हैं,

इसलिये तुम महान न बनोगे,

क्योंकि तुमने अपने पिता के बिछौने को अशुद्ध किया.

“शिमओन तथा लेवी भाई-भाई हैं;

उनकी तलवारें हिंसा का साधन हैं.

ऐसा कभी न हो कि मुझे उनकी सभा में जाना पड़े,

मैं उनकी सभाओं से न जुडूं,

क्योंकि गुस्से में उन्होंने मनुष्यों को मार डाला

तथा सनक में उन्होंने बैलों की नसें काट दी.

शापित है उनका क्रोध जो भीषण हैं और उनका ऐसा गुस्सा,

जो निर्दयी और क्रूर है!

मैं उन्हें याकोब में बांट दूंगा.

और उन्हें इस्राएल में तितर-बितर कर दूंगा.

“यहूदाह, तुम्हारे भाई तुम्हारी प्रशंसा करेंगे;

तुम्हारा हाथ तुम्हारे शत्रुओं की गर्दन पर पड़ेगा;

तुम्हारे पिता की अन्य संतान तुम्हारे सम्मान में झुक जाएंगे.

यहूदाह तो जवान सिंह के समान है;

हे मेरे पुत्र, तुम अपने शिकार पर खड़े शेर के समान हो

जो आराम करने के लिए लेटता है,

किसमें उसे छेड़ने का साहस है?

यहूदाह से राजदंड कभी भी अलग न होगा

और न ही उसके वंश से शासन का राजदंड, दूर होगा,

जब तक वह न आ जाये और

राज्य-राज्य के लोग उसके अधीन रहेंगे.

अपने गधे को दाखलता से बांध देता है,

तथा गधे के बच्‍चे को उत्तम दाखलता पर बांधेगा;

उसने अपना वस्त्र दाखमधु में धोया है,

तथा बाहरी वस्त्र दाखरस में धोया है.

उसकी आंखें दाखमधु से चमकीली तथा,

उसके दांत दूध से भी अधिक सफेद होंगे.

“ज़ेबुलून सागर के किनारे रहेगा

और इसका समुद्री तट जहाजों के लिए सुरक्षित होगा,

और उसकी सीमा सीदोन देश तक फैल जायेगी.

“इस्साखार एक बलवंत गधा है,

वह पशुओं के बाड़े के बीच रहता है.

जब उसने देखा कि आराम करने की जगह ठीक है,

कि भूमि सुखदाई है,

तब उसने अपने कंधे को बोझ उठाने के लिए झुका दिया

और वह बेगार का दास बन जायेगा.

“दान अपने लोगों का न्याय

इस्राएल के एक गोत्र जैसा करेगा.

दान मार्ग का एक सांप होगा,

पथ पर एक सर्प!

वह घोड़े की एड़ी को डसता है,

और सवार अचानक गिर जाता है.

“हे याहवेह, मैं आपके उद्धार की बाट जोहता हूं.

“गाद पर छापामार छापा मारेंगे,

किंतु वह भी उनकी एड़ी पर मारेगा.

“आशेर का अन्‍न बहुत उत्तम होगा

और वह राजसी भोजन उपलब्ध कराएगा.

“नफताली छोड़ी हुई हिरणी के समान है जो

सुंदर बच्चों को जन्म देती है.

“योसेफ़ तो फल से भरी एक शाखा है

जो सोते के पास लगी हुई फलवंत लता की

एक शाखा है जो बाड़े के सहारे चढ़ी हैं.

धनुष चलानेवाले ने धनुष चलाया

और तीर छोड़ा और लगकर दर्द हुआ.

परंतु उसका धनुष दृढ़ रहा,

उसकी बांहें मजबूत रहीं,

यह याकोब के सर्वशक्तिमान परमेश्वर की ओर से था,

जो इस्राएल के चरवाहे तथा चट्टान हैं.

तुम्हारे पिता के परमेश्वर की ओर से,

जो तुम्हारे सहायक हैं तथा उस सर्वशक्तिमान से

जो स्वर्गीय आशीषों से तुम्हें आशीषित करेंगे,

वे आशीषें, जो नीचे गहराइयों से आती हैं,

स्तनों तथा गर्भ की आशीषें देगा.

तुम्हारे पिता की आशीषें तो मेरे पूर्वजों के पहाड़ों से बढ़कर हैं

ये अनंत पर्वतों से संबंधित आशीषों से बढ़कर हैं.

ये ही आशीषें योसेफ़ पर प्रकट होकर उसके सिर का मुकुट बनें,

जो सब भाइयों से प्रतिष्ठित हुआ है.

“बिन्यामिन एक क्रूर भेड़िया है;

सवेरे वह अहेर का सेवन करता है,

शाम को वह लूट सामग्री बांटा करता है.”

ये सभी इस्राएल के बारह गोत्र हैं उनके पिता ने उनके बारे में तब कहा जब वह उन्हें आशीष दे रहे थे, और उनमें से एक-एक को इन्हीं वचनों से आशीष दी.

याकोब की मृत्यु

तब इस्राएल ने कहा, “मुझे मेरे पूर्वजों की उसी गुफ़ा में दफनाना, जो एफ्रोन हित्ती के खेत में है, कनान देश में उस कब्रस्थान में, जो माखपेलाह के खेत में, ममरे के पास है, जिसे अब्राहाम ने हित्ती एफ्रोन से खरीदा था. वहां उन्होंने अब्राहाम तथा उनकी पत्नी साराह को दफनाया था, वहीं उन्होंने यित्सहाक तथा उनकी पत्नी रेबेकाह को दफनाया तथा वहीं मैंने लियाह को भी दफनाया है; वह खेत गुफा सहित हित्तियों से खरीदा है.”

जब याकोब अपने पुत्रों को ये आदेश दे चुके, तब उन्होंने अपने पैर अपने बिछौने पर कर लिए तथा आखिरी सांस ली, वे अपने पूर्वजों से जा मिले.

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उत्पत्ति 50:1-26

योसेफ़ अपने पिता से लिपट कर बहुत रोये. योसेफ़ ने अपने सेवकों से, जो वैद्य थे उनसे कहा कि वे पिता के शव में सुगंध द्रव्य भर दें. वैद्यों ने इस्राएल के शव का संलेपन किया. इस काम में चालीस दिन लग जाते थे. मिस्रवासियों ने याकोब के लिए सत्तर दिन तक शोक मनाया.

जब शोक के दिन पूरे हुए तब योसेफ़ ने जाकर फ़रोह के परिवार से कहा, “यदि आपका अनुग्रह मुझ पर है तो फ़रोह से कहिये, ‘मेरे पिता ने मरने से पहले मुझसे यह शपथ करवाई: उन्होंने कहा, मैं मरने पर हूं मुझे कनान देश में उस कब्र में दफनाना, जो मैंने अपने लिये खोदी है, इसलिये मुझे अपने पिता के शव को कनान देश ले जाने की आज्ञा दें ताकि मैं वहां जाकर अपने पिता को दफनाकर लौट आऊं.’ ”

फ़रोह ने कहा, “जाकर अपने पिता को जैसी उन्होंने तुमसे शपथ करवाई थी, वैसे दफनाकर आओ.”

इसलिये योसेफ़ अपने पिता के शव को लेकर रवाना हुए और फ़रोह के सब सेवक उनके साथ गये. उनके साथ उनके परिवार के तथा मिस्र देश के सारे प्रधान थे. योसेफ़ का पूरा परिवार, उनके भाई तथा उनके पिता का परिवार भी था. वे गोशेन में बच्चों और अपने भेड़-बकरी तथा पशुओं को छोड़कर गये. उनके साथ घोड़े तथा रथ और लोगों की बड़ी भीड़ थी.

जब वे अताद के खलिहान तक जो यरदन के पार है, पहुंचे; तब वे बड़े दुःखी हुए और रोने लगे; उन्होंने वहां अपने पिता के लिए सात दिन का शोक रखा. जब कनान के लोगों ने अताद के खलिहान में यह विलाप देखा तो कहा, “मिस्रवासियों के लिए यह वास्तव में गहरा शोक है.” इसलिये यरदन पार उस स्थान का नाम अबेल-मिस्रईम50:11 अबेल-मिस्रईम अर्थात् मिस्रियों का विलाप रखा गया.

इस प्रकार याकोब के पुत्रों ने उनके लिए ठीक वैसा ही किया, जैसा याकोब ने कहा था: याकोब के पुत्रों ने उन्हें कनान देश में ममरे के पास माखपेलाह के खेत की गुफा में दफना दिया, जो अब्राहाम ने कब्रस्थान के लिए हित्ती एफ्रोन से खरीदी थी. अपने पिता को दफनाने के बाद योसेफ़ मिस्र देश लौट गए. उनके साथ उनके भाई भी लौट गए तथा वे सब भी, जो उनके साथ यहां आए थे.

योसेफ़ अपने भाइयों को आश्वस्त करता है

जब योसेफ़ के भाइयों ने सोचा, “हमारे पिता का निधन हो चुका है, अब यदि योसेफ़ हमसे नफरत करके पिछली बातों का बदला लेगा तो हम क्या करेंगे?” इसलिये उन्होंने योसेफ़ से कहा: “पिता ने हमसे कहा था कि ‘योसेफ़ से कहना कि कृपा कर अपने भाइयों के अत्याचार और गलतियों को माफ कर दो जो उन्होंने तुमसे किए थे,’ इसलिये अब, कृपा कर अपने पिता के परमेश्वर के नाम से हमारी गलतियों को माफ कर दो.” योसेफ़ उनकी यह बात सुनकर रोने लगे.

तब उनके भाई भी रोने लगे और योसेफ़ के सामने झुककर कहने लगे, “हम सभी आपके दास हैं.”

किंतु योसेफ़ ने उनसे कहा, “आप लोग मत डरो. क्या मैं कोई परमेश्वर हूं? मैं जानता हूं कि आप लोगों ने भले ही मेरी हानि की योजना बनाई हो, लेकिन परमेश्वर ने उसे अच्छे के लिये किया कि बहुतों का जीवन बचा लिया गया! इसलिये भयभीत न हो; मैं स्वयं तुम्हें और तुम्हारे बच्चों को भोजन दूंगा.” इस प्रकार योसेफ़ ने अपने भाइयों को सांत्वना दी और उनसे कोमलता से बातें की.

योसेफ़ की मृत्यु

योसेफ़ मिस्र में अपने पिता के पूरे परिवार के साथ रहे. योसेफ़ की उम्र एक सौ दस वर्ष हुई. योसेफ़ ने एफ्राईम की तीसरी पीढ़ी भी देखी तथा मनश्शेह के पोते, जो माखीर के पुत्र थे, उन्हें भी जन्म के बाद योसेफ़ के घुटनों पर रखा गया.

योसेफ़ ने अपने भाइयों को कहा, “मैं अब मरने पर हूं, लेकिन परमेश्वर अवश्य आप सब की रक्षा करेंगे और वही तुम्हें इस देश से उस देश में ले जाएंगे, जिसकी शपथ उन्होंने अब्राहाम, यित्सहाक तथा याकोब से की थी.” तब योसेफ़ ने इस्राएल के पुत्रों से शपथ ली, “परमेश्वर आप सभी की मदद के लिये आएंगे और तब आप लोग मेरी हड्डियों को यहां से लेकर जाना.”

योसेफ़ की मृत्यु एक सौ दस वर्ष में हुई. उनके शव को सुगंध द्रव्य से भरा गया और उन्हें मिस्र देश में ही एक संदूक में रख दिया गया.

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