यहेजकेल 28:1-26
सोर के राजा के विरुद्ध भविष्यवाणी
याहवेह का वचन मेरे पास आया: “हे मनुष्य के पुत्र, सोर के शासक से कहो, ‘परम प्रधान याहवेह का यह कहना है:
“ ‘अपने मन में फूलकर
तुम कहते हो, “मैं एक ईश्वर हूं;
मैं समुद्र के बीच
एक ईश्वर के सिंहासन पर बैठता हूं.”
परंतु तुम सिर्फ एक मरणशील प्राणी हो, ईश्वर नहीं,
यद्यपि तुम सोचते हो कि तुम ईश्वर के समान बुद्धिमान हो.
क्या तुम दानिएल से ज्यादा बुद्धिमान हो?
क्या तुमसे कोई भी गुप्त बात छिपी नहीं है?
अपनी बुद्धि और समझ से
तुमने अपने लिये संपत्ति कमा लिया है
और अपने खजाने में
सोना और चांदी का ढेर लगा लिया है.
व्यापार में अपनी निपुणता के द्वारा,
तुमने अपनी संपत्ति बढ़ा ली है,
और तुम्हारे धन के कारण
तुम्हारा मन घमंडी हो गया है.
“ ‘इसलिये परम प्रधान याहवेह का यह कहना है:
“ ‘क्योंकि तुम सोचते हो
कि तुम एक ईश्वर के समान बुद्धिमान हो,
इसलिये मैं तुम पर विदेशियों से चढ़ाई कराऊंगा,
जो जातियों में सबसे अधिक क्रूर हैं;
वे तुम्हारी सुंदरता और बुद्धिमानी पर अपनी तलवार चलाएंगे
और तुम्हारी चमकती शोभा को नष्ट कर देंगे.
वे तुम्हें नीचे गड्ढे में ले आएंगे,
और समुद्र के बीच
तुम्हारी एक हिंसात्मक मृत्यु होगी.
जो तुम्हें मार डालते हैं, उनके सामने
क्या तब तुम कहोगे, “मैं एक ईश्वर हूं?”
जो तुम्हारी हत्या करते हैं, उनके हाथों में
तुम एक मरणशील मनुष्य हो, ईश्वर नहीं.
तुम विदेशियों के हाथ
ख़तनाहीन व्यक्तियों के समान मारे जाओगे.
मैंने कहा है, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है.’ ”
याहवेह का वचन मेरे पास आया: “हे मनुष्य के पुत्र, सोर के राजा के बारे में एक विलापगीत लो और उससे कहो: ‘परम प्रधान याहवेह का यह कहना है:
“ ‘तुम बुद्धि से भरे हुए और सुंदरता में उत्तम,
निर्दोषता के मुहर थे.
तुम परमेश्वर के बगीचा,
एदेन में थे;
हर बहुमूल्य रत्न तुम्हें सजाता था:
माणिक्य, हीरा और पन्ना,
पुखराज, गोमेदक और मणि,
नीलम, फ़िरोजा और मरकत.
तुम्हारे बैठने की जगह और सवारी की वस्तु सोने के बने हुए थे;
जिस दिन तुम्हारी सृष्टि की गई, उसी दिन ये तैयार किए गये.
एक अभिभावक करूब के रूप में तुम्हारा राजतिलक हुआ था,
इसी काम हेतु मैंने तुम्हें नियुक्त किया था.
तुम परमेश्वर के पवित्र पर्वत पर थे;
तुम प्रज्वलित पत्थरों के बीच चलते फिरते थे.
अपनी सृष्टि के दिन से ही तुम अपने आचार
व्यवहार में निर्दोष थे,
जब तक कि तुममें दुष्टता न पायी गई.
अपने व्यापार के फैले होने के कारण
तुम हिंसा से भर गये थे,
और तुमने पाप किया.
इसलिये मैंने तुम्हें कलंक के साथ परमेश्वर के पर्वत से भगा दिया,
और हे अविभावक करूब,
मैं ने तुम्हें प्रज्वलित पत्थरों के बीच से निकाल दिया.
अपनी सुंदरता के कारण
तुम्हारा मन घमंडी हो गया,
और अपने वैभव के कारण
तुमने अपनी बुद्धि को भ्रष्ट कर लिया.
इसलिये मैंने तुम्हें भूमि पर फेंक दिया;
मैंने तुम्हें राजाओं के सामने एक तमाशा बना दिया.
अपने बहुत पाप और बेईमानी के व्यापार से
तुमने अपने पवित्र स्थानों को अपवित्र कर दिया.
इसलिये मैंने तुमसे ही एक आग उत्पन्न की,
और उसने तुम्हें जलाकर नष्ट कर दिया,
और जो देख रहे थे, उन सबके सामने,
मैंने तुम्हें भूमि पर राख बना दिया.
सब जाति के लोग जो तुम्हें जानते थे,
तुम्हारी स्थिति से भयभीत हो गये;
तुम्हारा एक भयानक अंत हुआ है,
और तुम्हारा अस्तित्व अब न रहेगा.’ ”
सीदोन के विरुद्ध भविष्यवाणी
याहवेह का वचन मेरे पास आया: “हे मनुष्य के पुत्र, सीदोन की ओर अपना मुंह करके उसके विरुद्ध भविष्यवाणी करो और कहो: ‘परम प्रधान याहवेह का यह कहना है:
“ ‘हे सीदोन, मैं तुम्हारे विरुद्ध हूं,
और तुम्हारे बीच मैं अपनी महिमा प्रकट करूंगा.
जब मैं तुम्हें दंड दूंगा
तब तुम जानोगे कि मैं याहवेह हूं,
और तुम्हारे ही बीच मैं पवित्र ठहरूंगा.
मैं तुम्हारे बीच महामारी फैलाऊंगा
और तुम्हारी गलियों में खून बहाऊंगा.
चारों तरफ से तुम्हारे विरुद्ध तलवार चलेगी,
और मारे गये लोग तुम्हारे ही बीच गिरेंगे.
तब तुम जानोगे कि मैं याहवेह हूं.
“ ‘तब इस्राएली लोगों के ऐसे पड़ोसी देश नहीं होंगे, जो पीड़ादायक कंटीली झाड़ी और तेज चुभनेवाले कांटे जैसे हों. तब वे जानेंगे कि मैं परम प्रधान याहवेह हूं.
“ ‘परम प्रधान याहवेह का यह कहना है: जब मैं इस्राएल के लोगों को उन जाति के लोगों में से इकट्ठा करूंगा, जिनके बीच वे बिखर गये हैं, तो मैं उनके द्वारा उन जाति के लोगों की दृष्टि में पवित्र ठहरूंगा. तब वे अपने स्वयं के देश में रहेंगे, जिसे मैंने अपने सेवक याकोब को दिया था. वे वहां सुरक्षित रहेंगे और घर बनाएंगे और अंगूर की बारी लगाएंगे; वे सुरक्षित रहेंगे जब मैं उनके उन सब पड़ोसी देशों को दंड दूंगा, जो उनसे शत्रुता रखते थे. तब वे जानेंगे कि मैं उनका परमेश्वर, याहवेह हूं.’ ”
यहेजकेल 29:1-21
मिस्र देश के विरुद्ध भविष्यवाणी
फ़रोह को दंड
दसवें साल के, दसवें माह के बारहवें दिन, याहवेह का वचन मेरे पास आया: “हे मनुष्य के पुत्र, अपने मुंह को मिस्र देश के राजा फ़रोह की ओर करके उसके और सारे मिस्र के विरुद्ध भविष्यवाणी करो. तुम यह कहो: ‘परम प्रधान याहवेह का यह कहना है:
“ ‘हे मिस्र के राजा फ़रोह, मैं तुम्हारे विरुद्ध हूं;
तुम वह विशाल जंतु हो, जो अपने जल-सोतों के बीच पड़े रहते हो.
तुम कहते हो, “नील नदी मेरी है;
मैंने इसे अपने लिये बनाया है.”
परंतु मैं तुम्हारे जबड़ों में अंकुड़ी (कांटा) लगाऊंगा
और तुम्हारे सोतों की मछलियों को तुम्हारे खाल पर चिपका दूंगा.
तब मैं तुम्हें तुम्हारे सोतों से बाहर खींच लूंगा,
और सब मछलियां तुम्हारे खाल से चिपकी होंगी.
मैं तुम्हें और तुम्हारे सोतों की सब मछलियों को
निर्जन प्रदेश में छोड़ दूंगा.
तुम खुले मैदान में जा गिरोगे
और तुम्हें इकट्ठा किया नहीं जाएगा या उठाया नहीं जाएगा.
मैं तुम्हें भोजन के रूप में
पृथ्वी के पशुओं और आकाश के चिड़ियों को दे दूंगा.
तब वे सब जो मिस्र में रहते हैं, जानेंगे कि मैं याहवेह हूं.
“ ‘तुम इस्राएल के लोगों के लिये सरकंडे की एक लाठी बन गये हो. जब उन्होंने तुम्हें अपने हाथों से पकड़ा, तो तुमने चीर दिया और तुमने उनके कंधों को फाड़कर उखाड़ दिया; जब वे तुम पर झुके, तो तुमने तोड़ा और उनकी पीठ में मरोड़ आ गई.
“ ‘इसलिये परम प्रधान याहवेह का यह कहना है: मैं तुम्हारे विरुद्ध तलवार चलाऊंगा और मनुष्य और पशु दोनों को मार डालूंगा. मिस्र देश निर्जन एवं उजाड़ हो जाएगा. तब वे जानेंगे कि मैं याहवेह हूं.
“ ‘क्योंकि तुमने कहा है, “नील नदी मेरी है; मैंने इसे बनाया है,” इसलिये मैं तुम्हारे और तुम्हारे पानी के सोतों के विरुद्ध हूं, और मैं मिस्र देश को मिगदोल से लेकर सवेने तक, वरन कूश की सीमा तक खंडहर कर दूंगा और उजाड़ दूंगा. न तो कोई मनुष्य और न ही कोई पशु वहां से होकर गुज़रेगा; वहां चालीस साल तक कोई नहीं रहेगा. मैं बरबाद हुए देशों के बीच मिस्र देश को उजाड़ दूंगा, और उसके शहर नष्ट हुए शहरों के बीच चालीस साल तक उजाड़ पड़े रहेंगे. और मैं मिस्रवासियों को जाति-जाति के लोगों के बीच छिन्न-भिन्न कर दूंगा और उनको विभिन्न देशों में इधर-उधर फैला दूंगा.
“ ‘तौभी परम प्रधान याहवेह का यह कहना है: चालीस साल के बीतने पर मैं मिस्रवासियों को उन जनताओं के बीच से इकट्ठा करूंगा, जहां वे तितर-बितर कर दिये गये थे. मैं उन्हें बंधुआई से वापस ले आऊंगा और उन्हें ऊपरी मिस्र में लौटा लाऊंगा, जो उनके पूर्वजों का देश है. वहां वे एक निचले दर्जे का राज्य होंगे. यह सब राज्यों में सबसे निचले दर्जे का राज्य होगा और यह अपने आपको फिर कभी दूसरे जातियों से ऊपर उठा न सकेगा. मैं इसे इतना कमजोर कर दूंगा कि यह फिर कभी जाति-जाति के लोगों पर शासन करने न पाएगा. मिस्र फिर इस्राएल के लोगों के भरोसे का कारण नहीं होगा पर यह इस्राएल को उनके उस पाप की याद दिलाता रहेगा, जब उन्होंने सहायता के लिए मिस्र से अपेक्षा की थी. तब वे जानेंगे कि मैं परम प्रधान याहवेह हूं.’ ”
नबूकदनेज्ज़र का ईनाम
फिर सत्ताईसवें वर्ष के पहले माह के पहले दिन, याहवेह का वचन मेरे पास आया: “हे मनुष्य के पुत्र, बाबेल के राजा नबूकदनेज्ज़र ने अपनी सेना से सोर के विरुद्ध एक कठोर सैनिक अभियान करवाया; हर एक का सिर गंजा हो गया और हर एक का कंधा छिल गया. फिर भी उसे और उसकी सेना को सोर के विरुद्ध किए गए सैनिक अभियान से कोई फायदा नहीं हुआ. इसलिये परम प्रधान याहवेह का यह कहना है: मैं मिस्र देश को बाबेल के राजा नबूकदनेज्ज़र के अधीन करनेवाला हूं, और वह मिस्र की संपत्ति को ले जाएगा. वह अपनी सेना के भुगतान के रूप में मिस्र देश को लूटेगा और उसके चीज़ों को छीन लेगा. मैंने उसके प्रयत्न करने के कारण उसे मिस्र देश को एक ईनाम के रूप में दिया है, क्योंकि उसने और उसकी सेना ने यह काम मेरे लिये किया, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है.
“उस दिन मैं इस्राएलियों के लिये एक सींग उगाऊंगा, और मैं उनके बीच तुम्हारे मुंह को खोलूंगा. तब वे जानेंगे कि मैं याहवेह हूं.”