1 इतिहास 4:9-43
याबेज़ अपने भाइयों की अपेक्षा कहीं अधिक प्रतिष्ठित था. उसकी माता ने उसे याबेज़4:9 याबेज़ अर्थ दर्द नाम यह कहकर दिया था, “क्योंकि मैंने उसे दर्द के साथ जन्म दिया है.” याबेज़ ने इस्राएल के परमेश्वर की यह दोहाई दी, “आप मुझे आशीष दें और मेरी सीमाओं को बढ़ाएं! इसके अलावा आप मेरे साथ रहते हुए सारी बुराइयों को मुझसे दूर रखें, कि मैं उससे बचा रह सकूं.” परमेश्वर ने उसकी विनती सुन ली.
शुहाह का भाई केलुब मेहिर का पिता था, जो एश्तोन का पिता था. एश्तोन पिता था बेथ-राफ़ा और पासेह का. तेहिन्नाह ईर-नाहाष का पिता था. ये रेकाहवासी थे.
केनज़ के पुत्र थे:
ओथनीएल और सेराइयाह.
ओथनीएल के पुत्र थे:
हाथअथ और मेयोनोथाई. मेयोनोथाई पिता हुआ ओफ़राह का,
और सेराइयाह पिता हुआ योआब का,
जो गेहाराशीम4:14 गेहाराशीम अर्थ कारीगरों की घाटी का पिता था. ये गेहाराशीम इसलिये कहलाए कि कारीगर थे.
येफुन्नेह के पुत्र कालेब के पुत्र:
इरु, एलाह, और नाअम.
एलाह का पुत्र था:
केनज़.
येहालेलेल के पुत्र:
ज़ीफ़, ज़िफाह, तिरिया और आसारेल.
एज़्रा के पुत्र:
येथेर, मेरेद, एफ़र और यालोन.
मेरेद की एक पत्नी, बिथिया, ने गर्भधारण किया और उसने मिरियम, शम्माई और इशबाह को जन्म दिया, जो एशतमोह का पिता था. फरओ की पुत्री बिथिया से जन्मे मेरेद की संतान ये थे.
उसकी यहूदियावासी पत्नी ने यारेद को जन्म दिया, जो गेदोर का पिता था,
हेबेर को भी, जो सोकोह का पिता था, और येकुथिएल को, जो ज़ानोहा को पिता था.
नाहाम की बहन, होदियाह की पत्नी के पुत्र:
गारमी के काइलाह और माकाहथि एशतमोह के वंशमूल थे.
शिमओन के पुत्र:
अम्मोन, रिन्नाह, बेन-हानन और तीलोन.
इशी के पुत्र:
ज़ोहेथ और बेन-ज़ोहेथ.
यहूदाह के पुत्र:
शेलाह के पुत्र एर, जो लेकाह का पिता था, लादाह, जो मारेशाह का पिता था, जो बेथ-अशबेआ नगर वंशमूल था जहां सन के कपड़े का काम होता था.
इनके अलावा योकिम और कोज़ेबा नगरवासी और योआश व सारफ़, जो मोआब पर शासन करते रहे, फिर याशुबीलेहेम को लौट गए. (यहां ये वर्णन पुराने हैं.) ये सभी कुम्हार थे, जो नेताईम और गेदेराह में बस गए थे; वहां रहते हुए, वे राजा की सेवा में लगे रहे.
सिमियन-वंशज
शिमओन के पुत्र:
नमूएल, यामिन, यारिब, ज़ेराह, शाऊल,
उसका पुत्र शल्लूम, उसका पुत्र मिबसाम, उसका पुत्र मिशमा.
मिशमा के पुत्र:
हम्मूएल, उसका पुत्र ज़क्कूर, उसका पुत्र शिमेई.
शिमेई के सोलह पुत्र थे और छः पुत्रियां, मगर उसके भाइयों के अधिक संतान न हुई, न ही उसका वंश बढ़ा, जैसी यहूदाह निवासियों की हुई थी. वे बेअरशेबा, मोलादाह, हाज़र-शूआल, बिल्हा, एज़ेम, तोलाद, बेथुएल, होरमाह, ज़िकलाग, बेथ-मरकाबोथ, हाज़र-सुसिम, बेथ-बिरी और शअरयिम नगरों में निवास करते थे. जब तक दावीद का शासन रहा, ये इन्हीं के नगर रहे. उनके आस-पास के गांवों के नाम थे, एथाम, एइन, रिम्मोन, तोकेन और आशान, पांच गांव. ये गांव उन नगरों के आस-पास ही थे. इनका विस्तार बाल नामक नगर तक था. ये इन्हीं के द्वारा बसाए गए नगर थे.
ये अपनी वंशावली का लेखा भी रखते थे:
मेशोबाब, यामलेख,
योशाह, जो अमाज़्याह का पुत्र था. योएल;
येहू, जो योशिबियाह का पुत्र था, जो सेराइयाह का पुत्र था, जो आसिएल का पुत्र था;
एलिओएनाइ, याकोबाह, ये येहोशाइयाह;
असाइयाह; आदिएल; येसिमिएल; बेनाइयाह;
ज़िज़ा, शीफी का पुत्र, जो अल्लोन का पुत्र था, जो येदाइयाह का पुत्र था, जो शिमरी का पुत्र था, जो शेमायाह का पुत्र था.
ये सभी अपने-अपने गोत्रों के प्रधान थे.
इनके पिता का वंश बहुत ही बढ़ता चला गया, उन्होंने घाटी की पूर्वी दिशा की ओर, गेदोर के फाटक की ओर बढ़ना शुरू किया, कि उन्हें अपने भेड़-बकरियों के लिए चरागाह मिल जाए. यहां उन्हें उत्तम और उपजाऊ चरागाह मिल गया, भूभाग भी बहुत ही फैला हुआ था. यहां शांति थी, चैन था क्योंकि इसके पहले यहां के निवासी हाम के वंश थे.
ये, जिनके नाम यहां लिखे हैं, यहूदिया के राजा हिज़किय्याह के शासनकाल में आए, उन्होंने वहां के मिऊनियों को और उनके शिविरों को नष्ट कर दिया. वे उनके स्थान पर वहां रहने लगे, क्योंकि यहां उनके पशुओं के लिए चरागाह था. शिमओन के पुत्रों में से पांच सौ पुरुष वहां से सेईर पर्वत को गए. इशी के पुत्र, पेलातियाह, नेअरियाह, रेफ़ाइयाह और उज्ज़िएल उनके प्रधान थे. उन्होंने अमालेकियों के भाग को, जो जीवित बचकर यहां आए हुए थे, नष्ट कर दिया, जो अब तक वहां रहते आ रहे थे.
1 इतिहास 5:1-26
रऊबेन के वंशज
अब इस्राएल के पहलौठे रियूबेन वंशज, (किंतु इसलिये कि उसने अपने पिता के बिस्तर को अशुद्ध किया था, उसके पहलौठे का जन्मसिद्ध अधिकार इस्राएल के पुत्र योसेफ़ के पुत्रों को दे दिया गया; फलस्वरूप वंशावली में उसका लेख पहलौठे के रूप में नहीं किया जा सका, यद्यपि यहूदाह अपने भाइयों में मजबूत ज़रूर हुआ और उसके वंश से एक प्रधान का आगमन भी हुआ, फिर भी पहलौठे का जन्मसिद्ध अधिकार योसेफ़ को ही मिला.) इस्राएल के पहलौठे रियूबेन के पुत्र:
हनोख, पल्लू, हेज़रोन और कारमी.
योएल के पुत्र:
उसका पुत्र शेमायाह, उसका पुत्र गोग,
उसका पुत्र शिमेई, उसका पुत्र मीकाह,
उसका पुत्र रेआइयाह, उसका पुत्र बाल,
उसका पुत्र बीएराह, जिसे अश्शूर के राजा तिगलथ-पलेसेर बंदी बनाकर ले गया. बीएराह रियूबेन वंशजों का प्रधान था.
वंशावली के अनुसार वंश के आधार पर उसके भाई:
उनका नायक येइएल और ज़करयाह. अत्सात्स का पुत्र बेला, उसका पुत्र शेमा, उसका पुत्र योएल.
जिसका घर अरोअर नगर में नेबो और बाल-मेओन तक था. उसका घर पूर्व में फरात नदी के इसी ओर मरुस्थल की सीमा तक भी था, क्योंकि गिलआद में उनके पशुओं की संख्या बढ़ती गई.
शाऊल के शासनकाल में रियूबेन वंशजों ने हग्रियों के विरुद्ध युद्ध छेड़ दिया, वे उनके अधीन हो गए. इसके बाद वे हग्रियों के शिविरों में ही रहते रहे और गिलआद के पहले के सारे क्षेत्र में बस गए.
गाद-वंशज
गाद-वंशज उन्हीं के सामने बाशान क्षेत्र में रहते थे, वे सलेकाह तक फैले हुए थे:
योएल प्रधान था, दूसरा था शाफ़ाम, उसके बाद बाशान में यानाई और शाफात.
उनके गोत्रों के आधार पर उनके संबंधी थे:
मिखाएल, मेशुल्लाम, शीबा, योराई, याकान, ज़िया और एबर, सात व्यक्ति.
हूरी के पुत्र अबीहाइल वंशज: हूरी यारोह का, जो गिलआद का, जो मिखाएल का, जो येशिशाई का, जो याहदो का, जो बुज़ का पुत्र था.
अही अबदियेल का, वह गूनी का, जो उनके गोत्र का प्रधान था.
ये सभी बाशान के नगर गिलआद और इसके अन्य नगरों में और शारोन के सारे चरागाह में दूर-दूर तक रहते थे.
इन सभी की वंशावली का लेखा यहूदिया के राजा योथाम और इस्राएल के राजा यरोबोअम के शासनकाल में रखा गया था.
रियूबेन वंशजों में, गाद-वंशजों में और मनश्शेह के आधे गोत्र में वीर योद्धा थे. ये ढाल और तलवार लेकर चलते थे और वे धनुष भी चलाते थे. वे युद्ध कला में कुशल थे. युद्ध के लिए तैयार इनकी संख्या 44,760 थी. उन्होंने हग्रि, येतुर, नाफिश और नोदाबी जातियों पर हमला किया. उन्हें उनके विरुद्ध सहायता मिली और हग्रि और उनके साथी इनके अधीन कर दिए गए, क्योंकि युद्ध करते हुए उन्होंने परमेश्वर की दोहाई दी और परमेश्वर ने उनकी विनती सुनकर उनका यह ज़रूरी आग्रह सुन लिया, क्योंकि उन्होंने परमेश्वर में विश्वास किया था. इन्होंने उनके पशुओं को अपने अधिकार में कर लिया: 50,000 ऊंट, 2,50,000 भेड़ें, 2,000 गधे और 1,00,000 पुरुष जीवित बंदी बनाए गए. अनेक घात किए गए क्योंकि युद्ध परमेश्वर का था. वे लोग बंदी बनाए जाने तक इस क्षेत्र में रहते रहे.
मनश्शेह का अर्धकुल
मनश्शेह के अर्धकुल के सदस्य इस देश में रहते रहे, जो अनगिनत थे और बाशान से लेकर बाल-हरमोन तक और सेनीर (और हरमोन पर्वत) तक बसे हुए थे.
उनके गोत्रपिताओं के वंशजों के नायकों के नाम निम्न लिखित है एफ़र, इशी, एलिएल, अज़रिएल, येरेमियाह, होदवियाह और याहदिएल, ये वीर योद्धा, मशहूर व्यक्ति और अपने पिता के गोत्रों के प्रधान थे. किंतु उन्होंने अपने पूर्वजों के परमेश्वर से विश्वासघात किया और देश के पराए देवताओं को अपना लिया, जिन्हें परमेश्वर ने उनके सामने से खत्म किया था. तब इस्राएल के परमेश्वर ने अश्शूर के राजा पूल, (अर्थात् अश्शूर के राजा तिगलथ-पलेसेर) का हृदय उभारा और वह उन्हें बंधुआई में ले गया अर्थात् रियूबेन-वंशजों, गाद-वंशजों और मनश्शेह-वंशजों के आधे गोत्र को. इन्हें वह हालाह, हाबोर, हारा और गोज़ान नदी के पास ले आया.