1 इतिहास 24:1-31
पुरोहितों के दलों में विभाजन
अहरोन-वंशजों के समूह ये थे:
अहरोन के पुत्र थे नादाब, अबीहू, एलिएज़र और इथामार. मगर नादाब और अबीहू की मृत्यु उनके पिता के देखते-देखते हो गई थी. उनके कोई संतान भी न थी. फलस्वरूप एलिएज़र और इथामार ने पौरोहितिक कार्यभार अपने ऊपर ले लिया. एलिएज़र वंशज सादोक और इथामार-वंशज अहीमेलेख के साथ मिलकर दावीद ने सेवा के लिए उनके पदों के अनुसार उनके समूहों को बांट दिया. इसलिये कि एलिएज़र-वंशजों में इथामार-वंशजों से संख्या में ज्यादा मुख्य पाए गए, उनका बंटवारा इस प्रकार किया गया: एलिएज़र-वंशजों में सोलह और इथामार-वंशजों में आठ मुख्य पाए गए, ये दोनों ही उनके घरानों के अनुसार थे. पासा फेंकने की प्रथा के द्वारा इन सभी का बंटवारा किया गया था; बिना किसी भेद-भाव के सभी का, क्योंकि वे मंदिर के, हां, परमेश्वर के लिए चुने गए अधिकारी थे. ये दोनों ही एलिएज़र और इथामार-वंशज थे.
लेवियों में से नेथानेल के पुत्र शेमायाह ने राजा, शासकों, पुरोहित सादोक, अबीयाथर के पुत्र अहीमेलेख और पुरोहितों के घरानों और लेवियों के सामने इन्हें लिख लिया. एक घराना एलिएज़र के लिए और एक घराना इथामार के लिए लिखा गया.
इस प्रक्रिया से पहला पासा यहोइयारिब के लिए,
दूसरा येदाइयाह के लिए,
तीसरा हारिम के लिए,
चौथा सेओरिम के लिए,
पांचवां मालाखियाह के लिए,
छठा मियामिन के लिए,
सातवां हक्कोज़ के लिए,
आठवां अबीयाह के लिए,
नवां येशुआ के लिए,
दसवां शेकानियाह के लिए,
ग्यारहवां एलियाशिब के लिए,
बारहवां याकिम के लिए,
तेरहवां हुप्पाह के लिए,
चौदहवां येशेबियाब के लिए,
पन्द्रहवां बिलगाह के लिए,
सोलहवां इम्मर के लिए,
सत्रहवां हेज़ीर के लिए,
अठारहवां हापीज़ीज़ के लिए,
उन्नीसवां पेथाइयाह के लिए,
बीसवां यहेजकेल के लिए,
इक्कीसवां याकिन के लिए,
बाईसवां गामुल के लिए,
तेईसवां देलाइयाह के लिए
और चौबीसवां माजियाह के लिए निकला.
जब ये अपने पूर्वज अहरोन द्वारा दिए गए आदेश के अनुसार याहवेह के भवन में आए, उन्हें सेवा के लिए ये ही पद सौंपे गए थे-ठीक जैसा आदेश उन्हें याहवेह, इस्राएल के परमेश्वर ने दिया था.
लेवियों के मंडल
इनके अलावा लेवी के अन्य वंशजों का लेखा इस प्रकार है:
अमराम के पुत्रों में से शेबुएल;
शेबुएल के पुत्रों में से येहदेइया.
रेहाबिया के पुत्रों में से इश्शियाह, जो जेठा भी था.
इज़हारियों के वंशजों में से शेलोमोथ;
शेलोमोथ के वंशजों में से याहाथ.
हेब्रोन के पुत्र थे येरिया:
जो जेठा भी था, अमरियाह छोटा था, याहाज़िएल तीसरा और येकामियम चौथा.
उज्ज़िएल के पुत्रों में से मीकाह;
मीकाह के पुत्रों में से शामीर.
मीकाह का भाई था इश्शियाह;
इश्शियाह के पुत्रों में से ज़करयाह.
मेरारी के पुत्र माहली और मूशी;
यआत्सियाह का पुत्र बेनो,
मेरारी के पुत्र:
बेनो, शोहाम, ज़क्कूर और इबरी, जो यआत्सियाह से थे.
माहली से एलिएज़र, जिसके कोई संतान न हुई.
कीश से कीश के पुत्र थे: येराहमील.
मूशी के पुत्र माहली एदर और येरीमोथ.
ये सभी लेवियों के वंशज थे, जैसा उनके घराने द्वारा स्पष्ट है.
ठीक अपने संबंधियों, अहरोन-वंशजों के समान, उन्होंने भी राजा दावीद, सादोक, अहीमेलेख, लेवियों और पुरोहितों के घरानों के प्रधानों के सामने अपने पासे फेंके. ये सभी घरानों के प्रधान भी थे और उनके छोटे भाइयों के कुल के भी.
1 इतिहास 25:1-31
संगीतकारों के वर्ग
दावीद और सेनापतियों ने मिलकर आसफ, हेमान और यदूथून के पुत्रों को अलग कर दिया कि जब वे नेबेल और किन्नोर नामक वाद्य यंत्र और झांझ बजाएं, वे भविष्यवाणी किया करें. जिन्हें इस सेवा की जवाबदारी सौंपी गई थी, उनकी सूची इस प्रकार है.
आसफ के पुत्रों में से:
ज़क्कूर, योसेफ़, नेथनियाह और आषारेलाह. आसफ के पुत्र खुद आसफ की अगुवाई में सेवा करते थे, आसफ राजा के आदेश पर भविष्यवाणी करते थे.
यदूथून-वंशज:
यदूथून के वंशज थे गेदालियाह, ज़ेरी, येशाइयाह, शिमेई, हशाबियाह और मत्तीथियाह, ये छः अपने पिता यदूथून के साथ किन्नोर वाद्य यंत्र के संगीत में याहवेह की स्तुति करते, उनके प्रति धन्यवाद प्रकट करते और भविष्यवाणी करते थे.
हेमान वंशज:
हेमान के पुत्र थे बुक्कियाह, मत्तनियाह, उज्ज़िएल, शुबेल और येरीमोथ, हननियाह, हनानी, एलियाथाह, गिद्दालती और रोमामती-एत्सर, योषबेकाषाह, मल्लोथी, होथीर, माहाज़ीयोथ. (ये सभी राजा के दर्शी हेमान के पुत्र थे. इनकी जवाबदारी थी परमेश्वर के आदेश के अनुसार उनकी स्तुति करते रहना; क्योंकि परमेश्वर ने हेमान को चौदह पुत्र और तीन पुत्रियां दी थी.)
ये सभी याहवेह के भवन में उनके पिता की ही अगुवाई में, परमेश्वर के भवन की आराधना में झांझों, नेबेलों और किन्नोरों के संगीत पर गाने के लिए चुने गये थे.
आसफ, यदूथून और हेमान राजा के सामने उनकी अगुवाई में काम करते थे. सभी कुशल संगीतकारों और याहवेह के लिए गाने के लिए निपुण गायकों की, उनके संबंधियों के साथ कुल संख्या 288 थी. इन सभी ने अपनी ज़िम्मेदारियों का ज़िम्मा लेने के उद्देश्य से पासे फेंके-सभी ने, चाहे खास हो या सामान्य, शिक्षक हो या विद्यार्थी.
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पहला संकेत आसफ से योसेफ़ के लिए था, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
दूसरा गेदालियाह, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
तीसरे में ज़क्कूर, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
चौथे में इज़री, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
पांचवें में नेथनियाह, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
छठवें में बुक्कियाह, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
सातवें में येशारेलाह, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
आठवें में येशाइयाह, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
नवें में मत्तनियाह, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
दसवें में शिमेई, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
ग्यारहवें में अज़रेल, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
बारहवें में हशाबियाह, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
तेरहवें में शेबुएल, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
चौदहवें में मत्तीथियाह, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
पन्द्रहवें में येरेमोथ, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
सोलहवें में हनानियाह, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
सत्रहवें में योषबेकाषाह, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
अठारहवें में हनानी, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
उन्नीसवें में मल्लोथी, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
बीसवें में एलियाथाह, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
इक्कीसवें में होथीर, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
बाईसवें में गिद्दालती, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
तेईसवें में माहाज़ीयोथ, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति, | |
चोबीसवें में रोमामती-एत्सर, | |
उसके पुत्र और संबंधी, | कुल 12 व्यक्ति. |
1 इतिहास 26:1-19
द्वारपालों के दल
द्वारपालों के लिए विभाजन इस प्रकार किया गया:
कोहाथ के वंश से:
आसफ के परिवार में से कोरे का पुत्र मेषेलेमियाह. मेषेलेमियाह के पुत्र:
जेठा पुत्र ज़करयाह, दूसरा पुत्र येदिआएल,
तीसरा ज़ेबादिया, चौथा याथनिएल,
पांचवा एलाम, छठवां येहोहानन
और सातवां एलीहोएनाई.
ओबेद-एदोम के पुत्र:
जेठा पुत्र शेमायाह, दूसरा योज़ाबाद,
तीसरा योआह, चौथा साकार,
पांचवा नेथानेल, छठवां अम्मिएल,
सातवां इस्साखार और आठवां पेउल्लेथाई
(सत्य तो यह है कि ओबेद-एदोम पर परमेश्वर की विशेष कृपादृष्टि थी.)
उसके पुत्र शेमायाह के भी पुत्र हुए, जो अपने-अपने परिवारों के प्रधान थे, क्योंकि उनमें अद्भुत प्रतिभा थी. शेमायाह के पुत्र:
ओथनी, रेफ़ाएल और एलज़ाबाद;
उसके संबंधी एलिहू और सेमाकियाह भी अद्भुत क्षमता के व्यक्ति थे.
ये सभी ओबेद-एदोम के वंशज थे. वे, उनके पुत्र और संबंधी सम्माननीय व्यक्ति थे. वे अपनी ज़िम्मेदारियों को निभाने में समर्थ थे. ये बासठ व्यक्ति थे, जो ओबेद-एदोम से संबंधित थे,
मेषेलेमियाह के पुत्र और संबंधी थे—अठारह वीर योद्धा.
मेरारी के एक वंशज,
होसाह, के पुत्र थे जेठा शिमरी, (जो वास्तव में जेठा नहीं था किंतु उसके पिता ने उसे यह पद दिया था),
दूसरा पुत्र था हिलकियाह, तीसरा तेबालियाह
और चौथा त्सेरवरियाह.
होसाह के पुत्रों और संबंधियों की कुल संख्या तेरह थी.
द्वारपालों के इन दलों को उनके अगुओं की अगुवाई में उन्हीं के संबंधियों के समान याहवेह के भवन में सेवा की जवाबदारी सौंपी गई थी. हर एक परिवार ने, चाहे वह छोटा था या बड़ा, पासा फेंकने की प्रक्रिया द्वारा यह मालूम किया कि उन्हें किस द्वार पर सेवा करनी होगी.
पासे के द्वारा पूर्वी द्वार की जवाबदारी शेलेमियाह को सौंपी गई.
तब उसके पुत्र ज़करयाह लिए पासा फेंका गया. वह बुद्धिमान सलाहकार था. पासा फेंकने से मिले निर्णय के अनुसार उसे उत्तरी द्वार पर रखा गया.
ओबेद-एदोम के लिए पासे का निर्णय दक्षिण द्वार के लिए पड़ा. उसके पुत्रों को भंडार घर के लिए चुना गया.
शुप्पिम और होसाह को पश्चिमी द्वार के लिए चुना गया; इसके अलावा चढ़ाई के मार्ग के शल्लेकेथ.
द्वार के लिए भी द्वारपालों का काम पहरेदारों के समान था:
पूर्व में हर रोज़ छः लेवी ठहराए जाते थे,
उत्तर में हर रोज़ चार,
दक्षिण में हर रोज़ चार
और हर एक भंडार घर पर दो-दो.
पश्चिम ओसारे के लिए चार पहरेदार मार्ग की ओर और दो ओसारे के लिए चुने गए थे.
द्वारपालों का यह बंटवारा कोराह-वंशजों और मेरारी के पुत्रों के बीच किया गया था.