जोतिसीमन के आगमन
1जब हेरोदेस राजा ह राज करत रिहिस, त यहूदिया प्रदेस के बैतलहम गांव म यीसू के जनम होईस, तब पूरब दिग के देस म ले कुछू जोतिसीमन यरूसलेम सहर म आईन2:1 यरूसलेम ह यहूदी मनखेमन के खास सहर अय।, 2अऊ मनखेमन ले पुछिन, “ओ लइका के जनम कहां होईस हवय, जऊन ह यहूदीमन के राजा अय? हमन पूरब दिग म ओकर तारा देखे हवन अऊ ओकर अराधना करे बर आय हवन।”2:2 गिनती 24:17
3ए सुनके हेरोदेस राजा अऊ यरूसलेम सहर के जम्मो मनखेमन घबरा गीन। 4राजा ह जम्मो मुखिया पुरोहित अऊ कानून के गुरूमन ला एक जगह म बलाईस अऊ ओमन ले पुछिस, “मसीह के जनम कहां होना चाही?” 5ओमन कहिन, “यहूदिया प्रदेस के बैतलहम गांव म,” काबरकि अगमजानी ह अइसने लिखे हवय:
6“हे यहूदा प्रदेस के बैतलहम गांव,
तेंह यहूदा प्रदेस के बड़े सहरमन ले कोनो भी किसम ले छोटे नो हस,
काबरकि तोर म ले एक झन सासन करइया निकरही,
जऊन ह मोर परजा इसरायल के ऊपर राज करही।”2:6 मीका 5:2
7तब हेरोदेस राजा ह जोतिसीमन ला चुपेचाप बलाईस अऊ ओमन ले पता लगाईस कि तारा ह ठोका का बेरा म दिखे रिहिस। 8तब ओह ओमन ला ए कहिके बैतलहम पठोईस, “जावव अऊ ओ लइका के बारे म सही-सही पता मालूम करव। अऊ जब ओह तुमन ला मिल जावय, त मोला खबर भिजवाव, ताकि महूं घलो जाके ओकर अराधना करंव।”
9जोतिसीमन राजा के बात ला सुने के पाछू अपन डहार म चल दीन, अऊ जऊन तारा ला ओमन पूरब दिग म देखे रिहिन, ओह ओमन के आघू-आघू गीस अऊ ओ ठऊर के ऊपर जाके ठहर गीस, जिहां लइका ह रहय। 10जब ओमन ओ तारा ला देखिन, त अब्बड़ खुस होईन। 11घर भीतरी जाके, ओमन लइका ला ओकर दाई मरियम के संग देखिन अऊ भुइयां म गिरके ओला दंडवत करिन। तब ओमन अपन-अपन झोला ला खोलके ओला सोना, लोबान अऊ गंधरस के भेंट चघाईन। 12अऊ परमेसर ह ओमन ला सपना म चेतउनी दीस कि ओमन हेरोदेस करा झन जावंय, एकरसेति, ओमन आने डहार ले अपन देस लहुंट गीन।
मिसर देस जवई
13जब जोतिसीमन चले गीन, त परभू के एक स्वरगदूत ह सपना म यूसुफ ला दिखाई दीस अऊ ओला कहिस, “उठ, लइका अऊ ओकर दाई ला लेके मिसर देस भाग जा। अऊ जब तक मेंह नइं कहंव, तब तक तें उहेंच रह, काबरकि हेरोदेस राजा ह ए लइका ला मरवाय खातिर खोजवइया हवय।”
14तब यूसुफ ह उठिस अऊ रतिहाच, ओह लइका अऊ ओकर दाई ला लेके, मिसर देस चल दीस, 15अऊ ओह उहां हेरोदेस के मिरतू तक रिहिस, ताकि जऊन बात परभू ह अगमजानी के दुवारा कहे रिहिस, ओह पूरा होवय: “मेंह अपन बेटा ला मिसर देस ले बलाएंव।”2:15 होसे 11:1; निरगमन 4:22-23
16जब हेरोदेस राजा ए देखिस कि जोतिसीमन ओकर संग धोखा करे हवंय, त ओह बहुंत नाराज होईस, अऊ ओह ए हुकूम दीस कि बैतलहम अऊ ओकर आस पास के गांव के दू बछर या ओकर ले छोटे जम्मो लइकामन ला मार डारे जावय। काबरकि एह जोतिसीमन के बताय गय समय के मुताबिक रिहिस। 17तब जऊन बात यरमियाह अगमजानी कहे रिहिस, ओह पूरा होईस:
18“रामाह म रोए अऊ बहुंते दुःख के अवाज सुनई दीस,
राहेल ह अपन लइकामन खातिर रोवत रिहिस,
अऊ ओह नइं चाहत रिहिस कि कोनो ओला सांतना देवंय,
काबरकि ओकर लइकामन मर गे रिहिन2:18 इहां “राहेल” ह “इसरायल के मनखेमन” ला दरसाथे, जऊन मन बहुंत दुःख सहिन।।”2:18 यिरमियाह 31:15
मिसर देस ले नासरत वापिस अवई
19हेरोदेस राजा के मरे के पाछू, परभू के एक स्वरगदूत ह मिसर देस म यूसुफ ला सपना म दिखाई दीस, 20अऊ यूसुफ ले कहिस, “उठ! लइका अऊ ओकर दाई ला लेके इसरायल देस चले जा, काबरकि जऊन मन ए लइका ला मार डारे के कोसिस करत रिहिन, ओमन मर गे हवंय।”
21तब यूसुफ ह उठिस, अऊ लइका अऊ ओकर दाई ला लेके इसरायल देस चल दीस। 22पर जब ओह ए सुनिस कि अरखिलाउस ह अपन ददा हेरोदेस के जगह म यहूदिया प्रदेस म राज करत हवय, त ओह उहां जाय बर डराईस। सपना म चेतउनी पाके, ओह गलील प्रदेस चले गीस, 23अऊ ओह उहां जाके नासरत नांव के एक नगर म निवास करिस। तब अगमजानीमन के दुवारा कहे गे ए बात ह पूरा होईस: “ओला नासरी कहे जाही2:23 नासरत ह यूसुफ अऊ मरियम के गांव रिहिस। लूका 1:26-27; 2:4, 39।”
ستارهشناسان در جستجوی عيسی
1عيسی در زمان سلطنت «هيروديس»، در شهر «بيتلحم» يهوديه به دنیا آمد.
در آن هنگام چند مجوسِ ستارهشناس از مشرق زمين به اورشليم آمده، پرسيدند: 2«كجاست آن كودكی كه بايد پادشاه يهود گردد؟ ما ستارهٔ او را در سرزمينهای دور دست شرق ديدهايم و آمدهايم تا او را بپرستيم.»
3وقتی اين مطلب به گوش هيروديس پادشاه رسيد، سخت پريشان شد. تمام مردم اورشليم نيز از ماجرا آگاهی يافتند. 4او تمام علمای مذهبی قوم يهود را فرا خواند و از ايشان پرسيد: «طبق پيشگويی پيامبران، مسيح در كجا بايد به دنیا آيد؟»
5ايشان پاسخ دادند: «بايد در بيتلحم متولد شود زيرا ميكای نبی چنين پيشگويی كرده است: 6ای بيتلحم، ای شهر كوچک، تو در يهوديه، دهكدهای بیارزش نيستی، زيرا از تو پيشوايی ظهور خواهد كرد كه قوم بنیاسرائيل را رهبری خواهد نمود.»
7آنگاه هيروديس پيام محرمانهای برای مجوسيان ستارهشناس فرستاد و از ايشان خواست تا به ملاقات او بيايند و به او اطلاع دهند كه اولين بار ستاره را در چه زمانی ديدهاند. 8پس به ايشان گفت: «به بيتلحم برويد و به دقت به جستجوی آن طفل بپردازيد. آنگاه نزد من بازگشته، به من خبر دهيد تا من نيز بروم و او را بپرستم.»
9پس از اين گفتگو، ستارهشناسان به راه خود ادامه دادند. ناگهان ستاره را ديدند كه در پيشاپيش آنان حركت میكند، تا به بيتلحم رسيده، بالای جايی كه كودک در آنجا بود ايستاد. 10ستارهشناسان از شادی در پوست نمیگنجيدند.
11وقتی وارد خانهای شدند كه كودک و مادرش مريم در آن بودند، پيشانی بر خاک نهاده، كودک را پرستش كردند. سپس هدايای خود را گشودند و طلا و عطر و مواد خوشبو به او تقديم كردند. 12اما در راه بازگشت به وطن، از راه اورشليم مراجعت نكردند تا به هيروديس گزارش بدهند، زيرا خداوند در خواب به آنها فرموده بود كه از راه ديگری به وطن بازگردند.
فرار به مصر
13پس از رفتن ستارهشناسان، فرشتهٔ خداوند در خواب بر يوسف ظاهر شد و گفت: «برخيز و كودک و مادرش را برداشته، به مصر فرار كن، و همانجا بمان تا تو را خبر دهم؛ زيرا هيروديس پادشاه میخواهد كودک را به قتل برساند.» 14يوسف همان شب مريم و كودک را برداشت و به سوی مصر رفت، 15و تا زمان مرگ هيروديس در آنجا ماند. يكی از انبیا قرنها پيش دربارهٔ اين موضوع پيشگويی كرده و گفته بود: «پسر خود را از مصر فرا خواندم.»
16اما وقتی هيروديس متوجه شد كه ستارهشناسان از دستور او سرپيچی كردهاند، بسيار خشمگين شد و سربازانی به بيتلحم فرستاد تا تمام كودكان دو ساله و كمتر را كه در آن شهر و در تمام حومهٔ آن بودند قتل عام كنند، زيرا طبق گفتهٔ ستارهشناسان، ستاره دو سال پيش از آن ظاهر شده بود. 17اين رفتار بیرحمانهٔ هيروديس را قبلاً ارميای نبی چنين پيشگويی كرده بود:
18«صدای گريه و ماتم از رامه به گوش میرسد. راحيل برای فرزندانش میگريد و آرام نمیگيرد، چون فرزندانش مردهاند.»
بازگشت از مصر
19پس از مرگ هيروديس، در مصر فرشتهٔ خداوند در خواب بر يوسف ظاهر شد و به او گفت: 20«برخيز و كودک و مادرش را بردار و به سرزمين اسرائيل بازگرد، چون كسی كه قصد قتل كودک را داشت، خودش مرده است.»
21پس يوسف بیدرنگ با كودک و مادرش به اسرائيل بازگشت. 22اما در راه، وقتی شنيد كه پسر هيروديس، «آركلائوس»، جانشين پدرش شده و در يهوديه سلطنت میكند، ترسيد. باز در عالم خواب به او وحی رسيد كه به يهوديه نرود. پس او به ايالت جليل رفت و 23در شهر ناصره ساكن شد. باز در اينجا پيشگويی انبيا جامهٔ عمل پوشيد كه: «او ناصری خوانده خواهد شد.»