مزمور 124 – NAV & HCV

New Arabic Version

مزمور 124:1-8

الْمَزْمُورُ الْمِئَةُ وَالرَّابِعُ وَالْعِشْرُونَ

تَرْنِيمَةُ الْمَصَاعِدِ. لِدَاوُدَ

1لَوْ لَمْ يَكُنِ الرَّبُّ مَعَنَا لِيَقُلْ إِسْرَائِيلُ، 2لَوْ لَمْ يَكُنِ الرَّبُّ مَعَنَا، عِنْدَمَا قَامَ النَّاسُ عَلَيْنَا. 3لابْتَلَعُونَا وَنَحْنُ أَحْيَاءُ، عِنْدَمَا احْتَدَمَ غَضَبُهُمْ عَلَيْنَا، 4وَلَجَرَفَتْنَا الْمِيَاهُ، وَلَطَمَا السَّيْلُ عَلَيْنَا، 5وَلَطَغَتِ الْمِيَاهُ العَاتِيَةُ عَلَى أَنْفُسِنَا. 6مُبَارَكٌ الرَّبُّ الَّذِي لَمْ يَجْعَلْنَا فَرِيسَةً لأَسْنَانِ أَعْدَائِنَا. 7نَجَتْ نُفُوسُنَا كَالْعُصْفُورِ مِنْ فَخِّ الصَّيَّادِينَ: انْكَسَرَ الْفَخُّ وَنَجَوْنَا. 8عَوْنُنَا بِاسْمِ الرَّبِّ صَانِعِ السَّمَاوَاتِ وَالأَرْضِ.

Hindi Contemporary Version

स्तोत्र 124:1-8

स्तोत्र 124

आराधना के लिए यात्रियों का गीत. दावीद की रचना.

1यदि हमारे पक्ष में याहवेह न होते—

इस्राएली राष्ट्र यही कहे—

2यदि हमारे पक्ष में याहवेह न होते

जब मनुष्यों ने हम पर आक्रमण किया था,

3जब उनका क्रोध हम पर भड़क उठा था

वे हमें जीवित ही निगल गए होते;

4बाढ़ ने हमें जलमग्न कर दिया होता,

जल प्रवाह हमें बहा ले गया होता,

5उग्र जल प्रवाह

हमें दूर बहा ले गया होता.

6स्तवन हो याहवेह का,

जिन्होंने हमें उनके दांतों से फाड़े जाने से बचा लिया है.

7हम उस पक्षी के समान हैं,

जो बहेलिए के जाल से बच निकला है;

वह जाल टूट गया,

और हम बच निकले.

8हमारी सहायता याहवेह के नाम से है,

जो स्वर्ग और पृथ्वी के कर्ता हैं.