2 राजा 9 – HCV & CCB

Hindi Contemporary Version

2 राजा 9:1-37

इस्राएल के राजा लिए येहू का राजाभिषेक

1भविष्यद्वक्ता एलीशा ने भविष्यद्वक्ता मंडल के एक भविष्यद्वक्ता को आदेश दिया, “कमर बांधो, अपने हाथ में यह तेल की कुप्पी लो और रामोथ-गिलआद चले जाओ. 2वहां पहुंचकर निमशी के पोते, यहोशाफ़ात के पुत्र, येहू नामक व्यक्ति को खोजना. वहां तुम उसके कमरे में जाना, वह अपने साथियों के साथ बैठा होगा. उसे खड़े होने को कहना और उसे अंदर के कमरे में ले जाना. 3तब इस तेल की कुप्पी का तेल उसके सिर पर उंडेल देना और कहना, यह संदेश याहवेह की ओर से है, ‘मैं तुम्हें इस्राएल का राजा अभिषिक्त करता हूं.’ तब द्वार खोलकर वहां से बिन देर किए भाग जाना.”

4तब वह युवा भविष्यद्वक्ता, एलीशा का सेवक, रामोथ-गिलआद के लिए चला. 5वहां पहुंचकर उसने देखा कि सेनापति की समिति का सत्र चल रहा था. युवा भविष्यद्वक्ता ने घोषणा की, “सेनापति महोदय, मेरे पास आपके लिए एक संदेश है.”

येहू ने उत्तर दिया, “हम सब में से किसके लिए?”

भविष्यद्वक्ता ने उत्तर दिया, “सेनापति जी, आपके ही लिए.”

6तब येहू उठा और घर के भीतर चला गया. युवा भविष्यद्वक्ता ने तुरंत यह कहते हुए उसके सिर पर तेल उंडेल दिया, “याहवेह, इस्राएल के परमेश्वर का यह संदेश है ‘मैं याहवेह की प्रजा, इस्राएल के लिए तुम्हारा राजाभिषेक कर रहा हूं. 7तुम अपने स्वामी अहाब के वंश को नाश करना, कि मैं इसके द्वारा ईजेबेल से अपने सेवक भविष्यवक्ताओं के लहू का और याहवेह के सारे सेवकों के लहू का बदला ले सकूं. 8क्योंकि अहाब का सारा परिवार नाश होगा, मैं अहाब के वंश से हर एक पुरुष को इस्राएल राष्ट्र से मिटा डालूंगा: दास या स्वतंत्र. 9मैं अहाब के वंश को नेबाथ के पुत्र यरोबोअम के समान और अहीयाह के पुत्र बाशा के समान बना दूंगा. 10येज़्रील ही की सीमा के भीतर कुत्ते ईजेबेल के शव को खाएंगे—कोई उसे गाड़ने भी न पाएगा.’ ” तब युवा भविष्यद्वक्ता द्वार खोल वहां से भाग गया.

11जब येहू कमरे से बाहर अपने स्वामी के सेवकों के पास लौटा, वे उससे पूछने लगे, “सब कुशल तो है न? यह पागल व्यक्ति क्यों आया था तुम्हारे पास?”

येहू ने उन्हें उत्तर दिया, “तुम लोग तो इस व्यक्ति को और उसकी हरकतों को जानते ही हो.”

12सब एक साथ कहने लगे, “नहीं, नहीं, हम नहीं जानते. हमें सच-सच सब बताओ.”

तब उसने उत्तर दिया, “उसने मुझसे यह सब कहा है ‘यह याहवेह का संदेश है, “मैं तुम्हें इस्राएल का राजा अभिषिक्त कर रहा हूं.” ’ ”

13यह सुनते ही उनमें से हर एक ने अपना अपना बाहरी वस्त्र उतारकर पत्थर की सीढ़ियों पर बिछा दिया और उन्होंने नरसिंगे के साथ घोषणा की, “येहू राजा हैं.”

येहू द्वारा योराम और अहज़्याह की हत्या

14निमशी के पोते, यहोशाफ़ात के पुत्र येहू ने योराम के विरुद्ध षड़्‍यंत्र रचा. योराम सारी इस्राएली सेना के साथ अराम के राजा हाज़ाएल से रामोथ-गिलआद की रक्षा कर रहा था, 15मगर वास्तव में राजा यहोराम9:15 यहोराम दूसरा रूप योराम यहां अरामी सेना से लगे घावों से स्वस्थ होने के उद्देश्य से येज़्रील लौट आया था. ये घाव उसे अराम के राजा हाज़ाएल से युद्ध करते हुए अरामी सेना द्वारा लगे थे. येहू ने यहां यह घोषणा की, “यदि तुम सभी का यही मानना है, कि मैं अब राजा हूं, तो किसी को भी नगर से बाहर न जाने दिया जाए, कि यह समाचार येज़्रील न पहुंच सके.” 16तब येहू अपने रथ पर येज़्रील जा पहुंचा, क्योंकि इस समय योराम वहीं येज़्रील में था. यहूदिया का राजा अहज़्याह इस समय योराम का कुशल मंगल पता करने यहां आया हुआ था.

17येज़्रील की शहरपनाह पर पहरेदार खड़ा हुआ था. येहू और उसके साथ बढ़ते चले आ रहे दल को देखकर उसने सूचना दी, “मुझे एक दल दिखाई दे रहा है.”

यहोराम ने आदेश दिया, “एक घुड़सवार उनसे भेंटकरने भेजा जाए, जो उसे देख उससे पूछे, ‘शांति में ही आ रहे हो न?’ ”

18तब उससे भेंटकरने एक घुड़सवार गया. उसने येहू से कहा, “राजा ने पूछा है, ‘शांति के लिए ही आ रहे हो न?’ ”

येहू का उत्तर था, “तुम्हें शांति से क्या लेना देना? मुड़कर हमारा अनुसरण करो.”

वहां पहरेदार ने यह सूचना फैला दी: “दूत वहां पहुंचा तो ज़रूर, मगर वह लौटकर नहीं आ रहा.”

19इस पर एक दूसरे घुड़सवार को भी भेजा गया, जो उनके पास पहुंचा, जिसने येहू से कहा, “यह राजा का संदेश है ‘क्या सब कुशल मंगल है?’ ”

येहू ने उसे उत्तर दिया, “क्या लेना देना है तुम्हारा कुशल मंगल से? मुड़कर हमारा अनुसरण करो.”

20पहरेदार ने दोबारा सूचना फैला दी, “वह उनके पास पहुंचा तो ज़रूर, मगर वह लौटकर नहीं आ रहा. घुड़सवार का व्यवहार निमशी के पुत्र येहू समान है—क्योंकि घोड़ा तेजी से दौड़ाया जा रहा है.”

21यहोराम ने आदेश दिया, “तैयारी की जाए!” योराम का रथ तैयार किया गया. तब इस्राएल का राजा योराम और यहूदिया का राजा अहज़्याह दोनों ही अपने-अपने रथों पर येहू से भेंटकरने चल पड़े. येहू से उनकी भेंट येज़्रीलवासी नाबोथ की भूमि पर हुई. 22येहू को देखते ही यहोराम ने उससे पूछा, “येहू, क्या सब कुशल मंगल है?”

येहू ने उत्तर दिया, “कैसे हो सकती है, शांति, जब राज्य में आपकी माता ईजेबेल की देखरेख में वेश्यावृत्ति और जादू-टोना फैलते जा रहे हैं?”

23यह सुनते ही यहोराम ने घोड़े को हांकते हुए अहज़्याह से कहा, “देशद्रोह, अहज़्याह, देशद्रोह!”

24येहू ने पूरी शक्ति लगाकर धनुष ताना और यहोराम के दोनों कंधों के बीच निशाना साध कर बाण छोड़ दिया. बाण ने योराम के हृदय को बेध दिया और वह अपने रथ में ही ढेर हो गया. 25येहू ने अपने सहायक बिदकर को आदेश दिया, “उसे उठाकर येज़्रीलवासी नाबोथ की भूमि पर फेंक दो. तुम्हें वह समय याद होगा जब तुम और मैं साथ साथ उसके पिता अहाब के पीछे-पीछे जा रहे थे, स्वयं याहवेह ने कैसे उसके विरुद्ध यह घोषणा की थी: 26‘ठीक जिस प्रकार कल मैंने नाबोथ और उसके पुत्रों का खून खराबा देखा था, यह याहवेह का संदेश है—तुम्हारा बदला मैं इसी भूमि पर लूंगा.’ इसलिये अब उसे उठाओ और उसे उसी भूमि पर फेंक आओ.”

27जब यहूदिया के राजा अहज़्याह ने यह सब देखा, वह बेथ-हग्गान नगर की दिशा में भागने लगा. उसका पीछा करते हुए येहू ने आदेश दिया, “उस पर भी बाण चलाओ!” सैनिकों ने उसे उसके रथ में ही गुर की चढ़ाई पर चढ़ते हुए मार गिराया. यह जगह इब्लीम के पास है. अहज़्याह मगिद्दो की ओर भागा, जहां उसकी मृत्यु हो गई. 28उसके सेवक आकर उसे रथ में ही येरूशलेम ले गए और दावीद के नगर में उसे उसके पूर्वजों के साथ कब्र में रख दिया. 29अहज़्याह ने अहाब के पुत्र योराम के शासनकाल के ग्यारहवें साल में यहूदिया पर शासन शुरू किया था.

येहू द्वारा ईजेबेल को प्राण-दंड

30जब येहू येज़्रील नगर पहुंचा ईजेबेल को सारी घटना का समाचार मिला. उसने अपनी आंखों में काजल लगाया, बाल संवारे और खिड़की से बाहर का नज़ारा देखने लगी. 31जैसे ही येहू ने प्रवेश किया, उसने पूछा, “सब कुशल तो है, अपने ही स्वामी के हत्यारे ज़िमरी?”

32येहू ने खिड़की की ओर दृष्टि करते हुए कहा, “कौन-कौन है मेरी ओर?” दो या तीन अधिकारी खोजों ने झांककर उसकी ओर देखा. 33येहू ने आदेश दिया, “फेंक दो उसे वहां से!” तब उन्होंने उसे उठाकर वहां से नीचे फेंक दिया. उसके खून के कुछ छींटे दीवार पर और कुछ छींटे घोड़ों पर जा पड़े और घोड़ों ने उसे रौंद डाला.

34येहू राजघराने के भीतर गया और तृप्‍त होने तक भोजन किया. उसने आदेश दिया, “जाकर उस शापित स्त्री को देखो! उसे गाड़ दो, क्योंकि वह राजकुमारी थी.” 35वे उसे गाड़ने के उद्देश्य से जब उसे उठाने गए, उन्होंने पाया कि वहां सिर्फ उसकी खोपड़ी, पैर और उसके हाथों की हथेलियां ही बची थी. 36जब वे लौटकर येहू को बताने गए, उसने याद दिलाया, “यह याहवेह की भविष्यवाणी के अनुसार हुआ है, जो उन्होंने अपने सेवक तिशबेवासी एलियाह के माध्यम से भेजी थी: येज़्रील की सीमा के ही भीतर कुत्ते ईजेबेल का मांस खा जाएंगे, 37और ईजेबेल का शव येज़्रील की सीमा के भीतर की भूमि पर गोबर के समान होगा, कि कोई यह न कह सके, ‘यह ईजेबेल है.’ ”

Chinese Contemporary Bible 2022 (Simplified)

列王纪下 9:1-37

耶户被立为以色列王

1以利沙先知叫来一个先知,吩咐他:“你要束上腰带,拿着这瓶膏油去基列拉末2到了以后,你去找宁示的孙子、约沙法的儿子耶户,带他离开同僚,进入密室, 3把这瓶膏油倒在他头上,告诉他,‘耶和华说,我膏立你为以色列王。’然后,你要马上开门逃走,不可迟延。”

4于是,那位年轻的先知启程前往基列拉末5到了那里,他看见众将领正坐在一起,便说:“将军,我有话对你说。”耶户说:“你想对我们哪一个说话?”他说:“将军啊,我有话对你说。” 6耶户便站起来,进入屋里。他将膏油倒在耶户头上,说:“以色列的上帝耶和华说,‘我膏立你做我以色列子民的王。 7你要杀你主人亚哈的全家,这样我就可以为我的仆人——众先知及其他仆人报仇,他们被耶洗别杀害。 8亚哈全家必灭亡,我要从以色列铲除他家所有的男子,不论奴隶还是自由人, 9使他家像尼八的儿子耶罗波安家和亚希雅的儿子巴沙家一样。 10耶洗别的尸体必在耶斯列的田间被狗吃,无人埋葬。’”说完这话,那位年轻的先知便开门逃跑了。

11耶户出来回到同僚那里,一个人问他:“没事吧?那疯子为什么来找你?”耶户答道:“你们认得他,也知道他会说什么。” 12他们说:“我们不知道,你告诉我们吧!”耶户说:“他告诉我,耶和华说膏立我做以色列王。” 13他们连忙将自己的衣服铺在耶户脚下的台阶上,吹响号角,高喊:“耶户做王了!”

以色列王约兰被杀

14宁示的孙子、约沙法的儿子耶户背叛了约兰。当时,约兰率领全体以色列人在基列拉末防御亚兰哈薛15他与哈薛交战受伤后,回到耶斯列养伤。耶户对属下说:“你们如果要我做王,就不要让任何人逃出城去耶斯列报信。” 16于是,耶户驾车去了耶斯列,因为约兰耶斯列养伤,犹大亚哈谢也在那里探望他。

17耶斯列城楼上的守望者看见耶户的人马朝耶斯列奔来,就报信说:“我见到一队人马!”约兰下令:“派一个骑兵去看看他们是否为平安而来。” 18骑兵出去迎接耶户,对他说:“王问你是否为平安而来。”耶户说:“这与你何干?你跟在我后面。”守望者禀告说:“使者到了那里,却没有回来。” 19王又派一个骑兵到耶户那里,对他说:“王问你是否为平安而来。”耶户说:“这与你何干?你跟在我后面。” 20守望者又禀告说:“他到了那里,也没有回来。那人驾车很猛,像是宁示的孙子耶户。”

21约兰下令备车。以色列约兰犹大亚哈谢各乘自己的战车去见耶户。他们和耶户耶斯列拿伯的田里相遇。 22约兰问他:“耶户,你为平安而来吗?”耶户答道:“国中到处都是你母亲耶洗别的偶像和邪术,怎能平安呢?” 23约兰调转车头逃跑,向亚哈谢大喊:“亚哈谢,他反了!” 24耶户张弓搭箭,射中约兰的后背,箭穿透他的心脏,他倒毙在车上。 25耶户对将领毕甲说:“你去把他扔在耶斯列拿伯的田里。你该记得,你我一起驾车跟随他父亲亚哈的时候,耶和华曾预言亚哈的事说, 26‘我昨天看见拿伯和他儿子们被杀,我必使你在这块田里受到报应,这是耶和华说的。’现在你照耶和华的话,把他扔在这块田里吧。”

27犹大亚哈谢见状就沿着通往伯哈干的道路逃跑。耶户在后面追,并大喊:“也把他射死!”他们在以伯莲附近的姑珥坡把亚哈谢射伤在车上。他逃到米吉多后,伤重身亡。 28他的臣仆用车把他的尸体运回耶路撒冷,安葬在大卫城他的祖坟里。

29亚哈的儿子约兰执政第十一年,亚哈谢登基做犹大王。

耶洗别被杀

30耶户去了耶斯列耶洗别闻讯,便梳头描眉,向窗外眺望。 31耶户进城时,耶洗别高声喊道:“谋杀主人的心利啊,平安吗?” 32耶户抬头望着窗口,喊道:“谁拥护我?谁?”有两三个太监从窗口往外看他。 33耶户说:“把她扔下来!”那几个太监便把耶洗别扔下去,血溅在墙壁上和马匹身上。耶户驾车轧过她的身体, 34他进入王宫,吃喝完毕,然后吩咐部下说:“处理掉那受咒诅的妇人,把她埋了,她毕竟是王的女儿。” 35他们出去埋葬她,却只找到她的头骨、手掌和脚, 36便回去禀告耶户耶户说:“这正应验耶和华借祂仆人提斯比以利亚说的话,‘狗必在耶斯列的田间吃耶洗别的肉, 37耶洗别的尸体必像耶斯列田间的粪便,无人能认出那是耶洗别。’”