स्तोत्र 127 – HCV & CCBT

Hindi Contemporary Version

स्तोत्र 127:1-5

स्तोत्र 127

आराधना के लिए यात्रियों का गीत. शलोमोन की रचना.

1यदि गृह-निर्माण याहवेह द्वारा न किया गया हो तो,

श्रमिकों का परिश्रम निरर्थक होता है.

यदि नगर की सुरक्षा याहवेह न करें,

तो रखवाले द्वारा की गई चौकसी व्यर्थ होती है.

2तुम्हारा सुबह जाग उठना

देर तक जागे रहना,

संकटपूर्ण श्रम का भोजन करना व्यर्थ है;

क्योंकि याहवेह द्वारा नींद का अनुदान उनके लिए है, जिनसे वह प्रेम करते हैं.

3संतान याहवेह के दिए हुए निज भाग होते हैं,

तथा बालक उनका दिया हुआ उपहार.

4युवावस्था में उत्पन्‍न हुई संतान वैसी ही होती है,

जैसे योद्धा के हाथों में बाण.

5कैसा धन्य होता है वह पुरुष,

जिसका तरकश इन बाणों से भरा हुआ है!

नगर द्वार पर शत्रुओं का प्रतिकार करते हुए

उन्हें लज्जित नहीं होना पड़ेगा.

Chinese Contemporary Bible 2023 (Traditional)

詩篇 127:1-5

第127篇

頌讚上帝的美善

所羅門上聖殿朝聖之詩。

1若不是耶和華建造房屋,

建造的人都徒然勞力。

若不是耶和華看守城池,

看守的人都徒然守望。

2你早起晚睡,

為生活操勞也是徒然,

因為耶和華使祂所愛的人安眠。

3兒女是耶和華所賜的產業,

孩子是祂所給的賞賜。

4人年輕時生的兒女猶如戰士手中的箭。

5袋中裝滿了箭的人有福了!

他們在城門與仇敵爭論時,

必不致蒙羞。