यहेजकेल 23 – HCV & YCB

Hindi Contemporary Version

यहेजकेल 23:1-49

दो व्यभिचारी बहनें

1याहवेह का वचन मेरे पास आया: 2“हे मनुष्य के पुत्र, दो स्त्रियां थी, जो एक ही मां की बेटियां थी. 3वे मिस्र देश में वेश्या बन गईं और वे अपनी जवानी के दिनों से वेश्यावृत्ति करती थी. उसी देश में उनके स्तनों से दुलार किया गया और उनके कुंवारी छाती से लाड़ किया गया. 4बड़ी बहन का नाम ओहोलाह, और छोटी का नाम ओहोलीबाह था. वे मेरी थी और उन्होंने बेटे-बेटियों को जन्म दिया. ओहोलाह शमरिया है, और ओहोलीबाह येरूशलेम है.

5“जब ओहोलाह मेरी ही थी, तभी वह वेश्यावृत्ति करने लगी; वह अपने प्रेमियों के लिये लालायित रहती थी—जो नीले कपड़े पहने अश्शूरी योद्धा थे, 6राज्यपाल और सेनापति थे, ये सबके सब सुंदर और जवान थे, और उसके प्रेमियों में घुड़सवार भी थे. 7उसने अपने आपको वेश्या के रूप में सबसे अच्छे अश्शूरियों को दे दिया और उन हर एक के मूर्तियों से अपने आपको अशुद्ध किया जिनके लिये वह लालायित रहती थी. 8जो वेश्यावृत्ति उसने मिस्र देश में शुरू की थी, उसे उसने नहीं छोड़ा, जब उसकी जवानी के समय पुरुष उसके साथ सोते थे, उसकी कुंवारी छाती को दुलारते थे और अपनी काम-वासना उस पर लुटाते थे.

9“इसलिये मैंने उसे उसके प्रेमी अश्शूरियों के हाथ में सौंप दिया, जिनके लिये वह लालायित रहती थी. 10उन्होंने उसे नंगी कर दिया, उसके बेटे और बेटियों को ले लिया और उसे तलवार से मार डाला. वह स्त्रियों के बीच एक कहावत बन गई और उसे दंड दिया गया.

11“उसकी बहन ओहोलीबाह यह सब देखी, फिर भी वह काम-वासना और वेश्यावृत्ति में अपनी बहन से कहीं अधिक भ्रष्‍ट थी. 12वह भी अश्शूरियों के पीछे काम-वासना से आसक्त थी—जिसमें राज्यपाल और सेनापति, पोशाक पहने योद्धा, घुड़सवार और सब सुंदर पुरुष आते थे. 13मैंने देखा कि उसने भी अपने आपको अशुद्ध कर लिया था; दोनों बहनों का चालचलन एक जैसा था.

14“पर ओहोलीबाह अपनी वेश्यावृत्ति में आगे थी. उसने एक दीवार पर आदमियों के चित्र को देखा, जिसमें बाबेलियों को लाल रंग में चित्रित किया गया था; 15चित्र में आदमियों के कमर में पट्टा बंधा था और उनके सिरों पर लहराती पगड़ी थी; वे सबके सब बाबेल के निवासी, बाबेली रथ के अधिकारी जैसे लगते थे. 16वह उन्हें देखते ही, उनके प्रति काम-वासना से आसक्त हो गई और कसदिया में उनके दूत भेजी. 17तब बाबेली प्यार में हमबिस्तर होने के लिये उसके पास आये, और अपने काम-वासना में उसे अशुद्ध किया. उनके द्वारा अशुद्ध होने के बाद, वह घृणा में उनसे अलग हो गई. 18जब उसने खुलेआम वेश्यावृत्ति किया और अपने नंगी देह को दिखाया, तो मैं घृणा में उससे दूर हो गया, जैसा कि मैं उसकी बहन से दूर हो गया था. 19फिर भी वह अपने दुराचार वृत्ति में और भी बढ़ती गई, अपने जवानी के दिनों को याद करते हुए जब वह मिस्र देश में एक वेश्या थी. 20वहां वह अपने यारों के पीछे काम-वासना के लिये लगी रहती थी, जिनके जननांग गधों के जननांग जैसे और उनका वीर्य-उत्सर्जन घोड़ों के समान होता था. 21इस प्रकार तुम अपनी जवानी की कामुकता की लालसा करती थी, जब मिस्र में तुम्हारे छाती को दुलारा जाता था और तुम्हारे स्तन से लाड़ किया जाता था.

22“इसलिये हे ओहोलीबाह, परम प्रधान याहवेह का यह कहना है: मैं तुम्हारे प्रेमियों को तुम्हारे विरुद्ध भड़काऊंगा, जिनसे तुम घृणा करते हुए दूर हो गई थी, और मैं उन्हें चारों ओर से तुम्हारे विरुद्ध लाऊंगा. 23बाबेलियों और सब कसदी, पेकोद, शोआ और कोआ के पुरुष, और उनके साथ सब अश्शूरी, सुंदर जवान, उनमें सबके सब राज्यपाल और सेनापति, रथ अधिकारी और उच्च पदस्थ व्यक्ति, सबके सब घोड़े पर सवार हैं. 24वे तुम्हारे विरुद्ध हथियार, रथ और चार पहिया गाड़ी लेकर लोगों की भीड़ के साथ आएंगे; वे चारों तरफ से छोटी और बड़ी ढाल के साथ सिर में टोप लगाकर तुम्हारे विरुद्ध मोर्चा बांधेंगे. मैं तुम्हें दंड के लिये उनके हाथ में सौंप दूंगा, और वे अपने स्तर के अनुसार उन्हें दंड देंगे. 25मैं तुम पर अपना जलन भरा क्रोध दिखाऊंगा, और तुम्हारे प्रति उनका व्यवहार बहुत क्रोधपूर्ण होगा. वे तुम्हारी नाक और कान काट डालेंगे, और तुममें से जो बच जाएंगे, वे तलवार से मारे जाएंगे. वे तुम्हारे बेटे और बेटियों को ले लेंगे, और तुममें से जो बच जाएंगे, वे आग से जलकर नष्ट हो जाएंगे. 26वे तुमसे तुम्हारे कपड़े भी उतार लेंगे और तुम्हारे सुंदर गहने छीन लेंगे. 27इस प्रकार मैं उस काम-वासना और वेश्यावृत्ति को बंद कर दूंगा, जिसे तुमने मिस्र देश में शुरू किया था. तुम इन चीज़ों की कामना नहीं करोगी या मिस्र देश को फिर याद नहीं करोगी.”

28क्योंकि परम प्रधान याहवेह का यह कहना है: “मैं तुम्हें उन लोगों के हाथ में सौंपने ही वाला हूं, जिनसे तुम घृणा करती हो, उनके हाथ, जिनसे घृणा के कारण तुम दूर हो गई थी. 29वे तुम्हारे साथ घृणित व्यवहार करेंगे और तुम्हारी कमाई हुई सारी चीज़ें ले लेंगे. वे तुम्हें एकदम नंगी छोड़ देंगे, और तुम्हारी वेश्यावृत्ति की निर्लज्जता प्रगट हो जाएगी. तुम्हारी अश्लीलता और दुराचार वृत्ति के कारण 30यह सब तुम पर हुआ है, क्योंकि तुम जाति-जाति के लोगों के पीछे काम-वासना के लिये भागी और उनकी मूर्तियों से तुमने अपने आपको अशुद्ध किया. 31तुम अपनी बहन के रास्ते पर चली हो; इसलिये मैं उसका कटोरा तुम्हारे हाथ में दूंगा.”

32परम प्रधान याहवेह का यह कहना है:

“तुम अपनी बहन के कटोरे को पीओगी,

जो बड़ा और गहरा है;

इसके कारण तुम तिरस्कार और हंसी का पात्र होंगी,

क्योंकि इसमें बहुत कुछ समाता है.

33तुम मतवालापन और दुःख से भर जाओगी,

यह विनाश और निर्जनता का कटोरा है,

यह तुम्हारी बहन शमरिया का कटोरा है.

34तुम इसे पीकर खाली कर दोगी

और इसके टुकड़ों को चबाओगी

और अपने छातियों को घायल करोगी.

यह मैंने कहा है, परम प्रधान याहवेह की घोषणा है.

35“इसलिये परम प्रधान याहवेह का यह कहना है: जब तुमने मुझे भूला दिया है और मुझसे अपना मुंह फेर लिया है, तो ज़रूरी है कि तुम अपने अश्लीलता और वेश्यावृत्ति का फल भोगो.”

36याहवेह ने मुझसे कहा: “हे मनुष्य के पुत्र, क्या तुम ओहोलाह और ओहोलीबाह का न्याय करोगे? तो फिर उनके घृणित काम उन्हें बताओ, 37क्योंकि उन्होंने व्यभिचार किया है और उनके हाथ खून से रंगे हैं. उन्होंने मूर्तियों के साथ व्यभिचार किया है; और तो और उन्होंने उन अपने बच्चों को उनके भोजन के रूप में बलिदान किया है, जो मेरे द्वारा ही पैदा हुए थे. 38उन्होंने मेरे साथ यह भी किया है: उसी समय उन्होंने मेरे पवित्र स्थान को अशुद्ध किया है और मेरे विश्राम दिनों को अपवित्र किया है. 39जिस दिन उन्होंने अपने बच्चों को अपनी मूर्तियों के लिये बलिदान किया, उसी दिन उन्होंने मेरे पवित्र स्थान में प्रवेश किया और उसे अपवित्र किया. उन्होंने मेरे भवन के भीतर यही किया है.

40“और तो और उन्होंने दूत भेजकर बहुत दूर से लोगों को बुलवाया, और जब वे आ गये, तो तुम उनके लिये नहाई-धोई, अपने आंखों का श्रृंगार किया और अपने गहनों को पहना. 41तब तुम एक सुंदर सोफा में बैठ गईं, जिसके सामने एक टेबल रखा था, जिस पर तुमने धूप और जैतून का तेल रखा था, जो कि मेरा था.

42“उसके चारों तरफ लापरवाह भीड़ का कोलाहल सुनाई दे रहा था; पियक्कड़ों को निर्जन प्रदेश से उपद्रवी लोगों के साथ लाया गया था, जो उस स्त्री और उसकी बहन के हाथों में कंगन और उनके सिर में सुंदर मुकुट पहना दिये थे. 43तब मैंने उस स्त्री के बारे में कहा, जो व्यभिचार करते-करते बेहाल हो चुकी थी, ‘अब वे उसका उपयोग एक वेश्या के रूप में करें, क्योंकि वह वेश्या ही तो है.’ 44और वे उसके साथ सोए. जैसे पुरुष एक वेश्या के साथ सोते हैं, वैसे ही वे उन कामुक स्त्रियों, ओहोलाह एवं ओहोलीबाह के साथ सोए. 45परंतु धर्मी न्यायाधीश उनको उन स्त्रियों का दंड देंगे, जो व्यभिचार करती और खून बहाती हैं, क्योंकि वे व्यभिचारिणी हैं और उनके हाथ खून से रंगे हैं.

46“परम प्रधान याहवेह का यह कहना है: उनके विरुद्ध एक बड़ी भीड़ ले आओ और उन्हें आतंकित होने और लूटे जाने के किए सौंप दो. 47उस भीड़ के लोग उन पर पत्थरवाह करेंगे और उन्हें अपने तलवार से काट डालेंगे; वे उनके बेटे-बेटियों को मार डालेंगे और उनके घरों को जला देंगे.

48“इस प्रकार मैं इस देश से काम-वासना का अंत कर दूंगा, ताकि सब स्त्रियों के लिये यह एक चेतावनी हो और वे तुम्हारे समान काम न करें. 49तुम्हें अपने कामुकता का दंड भोगना पड़ेगा और तुम्हें अपने मूर्तियों के पाप का फल भी भोगना पड़ेगा. तब तुम जानोगे कि मैं परम प्रधान याहवेह हूं.”

Bíbélì Mímọ́ Yorùbá Òde Òn

Esekiẹli 23:1-49

Arábìnrin panṣágà méjì

1Ọ̀rọ̀ Olúwa tọ̀ mí wá: 2“Ọmọ ènìyàn, obìnrin méjì wà, ọmọ ìyá kan náà. 3Wọn ń ṣe panṣágà ní Ejibiti, wọn ń ṣe panṣágà láti ìgbà èwe wọn. Ní ilẹ̀ yẹn ni wọn ti fi ọwọ́ pa ọyàn wọn, níbẹ̀ ni wọn sì fọwọ́ pa igbá àyà èwe wọn. 4Èyí ẹ̀gbọ́n ń jẹ́ Ohola, àbúrò rẹ̀ sì ń jẹ́ Oholiba. Tèmi ni wọ́n, wọ́n sì bí àwọn ọmọkùnrin àti àwọn ọmọbìnrin. Ohola ni Samaria, Oholiba sì ni Jerusalẹmu.

5“Ohola ń ṣe panṣágà nígbà tí ó sì jẹ́ tèmi; Ó sì ṣe ìfẹ́kúfẹ̀ẹ́ sí àwọn olólùfẹ́ rẹ̀, àwọn jagunjagun ará Asiria. 6Aṣọ aláró ni a fi wọ̀ wọ́n, àwọn gómìnà àti àwọn balógun, gbogbo wọn jẹ́ ọ̀dọ́mọkùnrin arẹwà àwọn tí ń gun ẹṣin. 7O fi ara rẹ̀ fún gbajúmọ̀ ọkùnrin Asiria gẹ́gẹ́ bí panṣágà obìnrin, o fi òrìṣà gbogbo àwọn tí ó ní ìfẹ́kúfẹ̀ẹ́ sí i sọ ara rẹ̀ di aláìmọ́, 8kò fi ìwà panṣágà tí ó ti bẹ̀rẹ̀, ni Ejibiti sílẹ̀, ní ìgbà èwe rẹ̀ àwọn ọkùnrin n bá a sùn, wọn fi ọwọ́ pa àyà èwe rẹ̀ lára wọn sì ń ṣe ìfẹ́kúfẹ̀ẹ́ sí i.

9“Nítorí náà mo fi i sílẹ̀ fún àwọn olólùfẹ́ rẹ̀, ará Asiria, tí ó ní ìfẹ́kúfẹ̀ẹ́ sí i. 10Wọ́n bọ́ ọ sí ìhòhò, wọ́n sì gba àwọn ọmọkùnrin àti ọmọbìnrin rẹ̀ wọn sì pa wọn pẹ̀lú idà. Ó di ẹni ìfisọ̀rọ̀ sọ láàrín àwọn obìnrin wọ́n sì fi ìyà jẹ ẹ́.

11“Àbúrò rẹ̀ Oholiba rí èyí, síbẹ̀ nínú ìfẹ́kúfẹ̀ẹ́ àti panṣágà rẹ̀, Ó ba ara rẹ jẹ́ ju ẹ̀gbọ́n rẹ̀ lọ. 12Òun náà ní ìfẹ́kúfẹ̀ẹ́ sí ará Asiria àwọn gómìnà àti àwọn balógun, jagunjagun nínú aṣọ ogun, àwọn tí ń gun ẹṣin, gbogbo àwọn ọ̀dọ́mọkùnrin arẹwà. 13Mo rí i pé òun náà ba ara rẹ̀ jẹ́; àwọn méjèèjì rìn ojú ọ̀nà kan náà.

14“Ṣùgbọ́n ó tẹ̀síwájú nínú ṣíṣe panṣágà. O ri àwòrán àwọn ọkùnrin lára ògiri, àwòrán àwọn ara Kaldea àwòrán pupa, 15pẹ̀lú ìgbànú ni ìdí wọn àti àwọn ìgbàrí ni orí wọn; gbogbo wọn dàbí olórí kẹ̀kẹ́ ogun Babeli ọmọ ìlú Kaldea. 16Ní kété tí ó rí wọn, ó ní ìfẹ́kúfẹ̀ẹ́ sí wọn, ó sì rán oníṣẹ́ sí wọn ni Kaldea. 17Àwọn ará Babeli wá sọ́dọ̀ rẹ̀, lórí ibùsùn ìfẹ́, nínú ìfẹ́kúfẹ̀ẹ́ wọn, wọ́n bà á jẹ́. Lẹ́yìn ìgbà tí wọ́n bà á jẹ́ tán, ó yípadà kúrò lọ́dọ̀ wọn ní ìtìjú. 18Nígbà tí ó tẹ̀síwájú nínú iṣẹ́ panṣágà rẹ̀ ní gbangba wọ́n sì tú u sí ìhòhò, mo yí padà kúrò lọ́dọ̀ rẹ̀ ní ìtìjú, gẹ́gẹ́ bí mo ti yípadà kúrò lọ́dọ̀ ẹ̀gbọ́n rẹ̀. 19Síbẹ̀síbẹ̀ ó ń pọ̀ sí i nínú ìdàpọ̀ rẹ̀ bí ó ti ń rántí ìgbà èwe rẹ̀ tí ó jẹ́ panṣágà ní Ejibiti. 20Nítorí ó fẹ́ olùfẹ́ àwọn olùfẹ́ wọn ní àfẹ́jù, tí àwọn tí nǹkan ọkùnrin wọn dàbí ti kẹ́tẹ́kẹ́tẹ́, àwọn ẹni tí ìtújáde ara wọn dàbí ti àwọn ẹṣin. 21Báyìí ni ìwọ pe ìwà ìfẹ́kúfẹ̀ẹ́ ìgbà èwe rẹ wá sí ìrántí, ní ti rírin orí ọmú rẹ láti ọwọ́ àwọn ará Ejibiti, fún ọmú ìgbà èwe rẹ.

22“Nítorí náà, Oholiba, báyìí ní Olúwa Olódùmarè wí, Èmi yóò gbé olólùfẹ́ rẹ dìde sí ọ, àwọn tí o kẹ́yìn si ní ìtìjú, èmi yóò sì mú wọn dojúkọ ọ́ ní gbogbo ọ̀nà 23àwọn ará Babeli àti gbogbo ara Kaldea àwọn ọkùnrin Pekodi àti Ṣoa àti Koa àti gbogbo ará Asiria pẹ̀lú wọn, àwọn ọ̀dọ́mọkùnrin arẹwà, gbogbo àwọn gómìnà àti balógun, olórí oníkẹ̀kẹ́ ogun àti àwọn onípò gíga, gbogbo àwọn tí ń gun ẹṣin. 24Wọn yóò wa dojúkọ ọ pẹ̀lú ohun ìjà, kẹ̀kẹ́ ogun pẹ̀lú kẹ̀kẹ́ ẹrù àti pẹ̀lú ìwọ́jọpọ̀ ènìyàn; wọn yóò mú ìdúró wọn lòdì sí ọ ní gbogbo ọ̀nà pẹ̀lú asà ńlá àti kékeré pẹ̀lú àṣíborí. Èmi yóò yí ọ padà sí wọn fun ìjìyà, wọn yóò sì fi ìyà jẹ ọ gẹ́gẹ́ bí wọn tí tó. 25Èmi yóò sì dojú ìbínú owú mi kọ ọ́, wọn yóò sì fìyà jẹ ọ́ ní ìrunú. Wọ́n yóò gé àwọn imú àti àwọn etí yín kúrò, àwọn tí ó kù nínú yín yóò ti ipá idà ṣubú. Wọn yóò mú àwọn ọmọkùnrin àti àwọn ọmọkùnrin yín lọ, àwọn tí o kù nínú yín ni iná yóò jórun. 26Wọn yóò sì kó àwọn aṣọ àti àwọn ohun ọ̀ṣọ́ iyebíye yín. 27Èmi yóò sì fi òpin sí ìwà ìfẹ́kúfẹ̀ẹ́ àti iṣẹ́ panṣágà tí ẹ bẹ̀rẹ̀ ni Ejibiti. Ẹ̀yin kò ní wo àwọn nǹkan wọ̀nyí pẹ̀lú ìpòùngbẹ, bẹ́ẹ̀ ni ẹ kò ní rántí Ejibiti mọ.

28“Nítorí báyìí ni Olúwa Olódùmarè wí: Èmi yóò fi ọ lé ọwọ́ àwọn tí ó kórìíra, lọ́wọ́ àwọn ẹni tí ọkàn rẹ ti ṣí kúrò. 29Wọn yóò fìyà jẹ ọ́ pẹ̀lú ìkórìíra, wọn yóò sì kó gbogbo ohun tí o ṣiṣẹ́ fún lọ. Wọn yóò fi ọ́ sílẹ̀ ní ìhòhò goloto, ìtìjú iṣẹ́ panṣágà rẹ ni yóò farahàn. Ìwà ìfẹ́kúfẹ̀ẹ́ rẹ̀ àti panṣágà rẹ. 30Èmi yóò ṣe gbogbo nǹkan wọ̀nyí sí ọ, nítorí ìwọ ti bá àwọn kèfèrí ṣe àgbèrè lọ, o sì fi àwọn òrìṣà wọn ba ara rẹ̀ jẹ́. 31Ìwọ ti rin ọ̀nà ti ẹ̀gbọ́n rẹ rìn, Èmi yóò sì fi ago rẹ̀ lé ọ lọ́wọ́.

32“Èyí yìí ní ohun ti Olúwa Olódùmarè wí:

“Ìwọ yóò mu nínú ago ẹ̀gbọ́n rẹ,

ago tí ó tóbi tí ó sì jinnú:

yóò mú ìfiṣẹ̀sín àti ìfiṣe ẹlẹ́yà wá,

nítorí tí ago náà gba nǹkan púpọ̀.

33Ìwọ yóò mu àmupara àti ìbànújẹ́,

ago ìparun àti ìsọdahoro

ago ẹ̀gbọ́n rẹ Samaria.

34Ìwọ yóò mú un ni àmugbẹ;

ìwọ yóò sì fọ sí wẹ́wẹ́

ìwọ yóò sì fa ọmú rẹ̀ ya.

Èmi ti sọ̀rọ̀ ni Olúwa Olódùmarè wí.

35“Nítorí náà báyìí ní Olúwa Olódùmarè wí: Níwọ́n bí ìwọ ti gbàgbé mi, tí ìwọ sì ti fi mi sí ẹ̀yìn rẹ, ìwọ gbọdọ̀ gba àbájáde ìfẹ́kúfẹ̀ẹ́ àti panṣágà rẹ.”

36Olúwa sọ fún mi pé: “Ọmọ ènìyàn, ń jẹ́ ìwọ yóò ṣe ìdájọ́ Ohola àti Oholiba? Nítorí náà dojúkọ wọn nípa ìkórìíra tí wọn ń ṣe, 37nítorí wọn ti dá ẹ̀ṣẹ̀ panṣágà ẹ̀jẹ̀ sì wà ní ọwọ́ wọn. Wọn dá ẹ̀ṣẹ̀ panṣágà pẹ̀lú àwọn òrìṣà wọn; kódà wọ́n fi àwọn ọmọ wọn tí wọn bí fún ni ṣe ìrúbọ, gẹ́gẹ́ bí oúnjẹ fún wọn. 38Bákan náà ni wọ́n ti ṣe èyí náà sí mi. Ní àkókò kan náà wọn ba ibi mímọ́ mi jẹ́, wọ́n sì lo ọjọ́ ìsinmi mi ní àìmọ́. 39Ní ọjọ́ náà gan an wọ́n fi àwọn ọmọ wọn rú ẹbọ sí àwọn òrìṣà, wọn wọ ibi mímọ́ mi lọ wọn sì lò ó ní ìlòkulò. Ìyẹn ní wọn ṣe ní ilé mi.

40“Wọn tilẹ̀ rán oníṣẹ́ sí àwọn ènìyàn tí wọ́n wá láti ọ̀nà jíjìn, nígbà tí wọ́n dé, ìwọ wẹ ara rẹ fún wọn, ìwọ kún ojú rẹ, ìwọ sì fi ọ̀ṣọ́ iyebíye sára. 41Ìwọ jókòó lórí ibùsùn ti o lẹ́wà, pẹ̀lú tábìlì tí a tẹ́ ní iwájú rẹ lórí, èyí tí o gbé tùràrí àti òróró tí ó jẹ́ tèmi kà.

42“Ariwo ìjọ ènìyàn tí kò bìkítà wà ní àyíká rẹ̀; a mú àwọn ara Sabeani láti aginjù pẹ̀lú àwọn ọkùnrin láti ara àwọn ọ̀pọ̀ ènìyàn aláìníláárí, wọ́n sì mú àwọn ẹ̀gbà ọrùn ọwọ́ sí àwọn ọwọ́ obìnrin náà àti ẹ̀gbọ́n rẹ̀, adé dáradára sì wà ní orí wọn. 43Lẹ́yìn náà mo sọ̀rọ̀ nípa èyí tí ó lo ara rẹ̀ sá nípa panṣágà ṣíṣe, ‘Nísinsin yìí jẹ kí wọn lo o bí panṣágà, nítorí gbogbo ohun tí ó jẹ́ nìyẹn.’ 44Wọn ba sùn bí ọkùnrin ti bá panṣágà sùn, bẹ́ẹ̀ ni wọ́n ṣe sùn pẹ̀lú obìnrin onífẹ̀kúfẹ̀ẹ́, Ohola àti Oholiba. 45Ṣùgbọ́n àwọn ọkùnrin olódodo yóò pàṣẹ pé kí wọ́n fi ìyà jẹ àwọn obìnrin tí ó dá ẹ̀ṣẹ̀ àgbèrè tí ó sì ta ẹ̀jẹ̀ sílẹ̀ nítorí pé panṣágà ni wọ́n ẹ̀jẹ̀ sì wà ní ọwọ́ wọn.

46“Èyí ni ohun tí Olúwa Olódùmarè wí: Mú àgbájọ àwọn ènìyànkénìyàn wá sọ́dọ̀ wọn ki ó sì fi wọn lé ọwọ́ ìpayà àti ìkógun. 47Àwọn ènìyànkénìyàn náà yóò sọ wọ́n ni òkúta, yóò sì gé wọn lulẹ̀ pẹ̀lú idà wọn; wọn ó sì pa àwọn ọmọkùnrin àti àwọn ọmọbìnrin wọn, wọ́n ó sì jó àwọn ilé wọn kanlẹ̀.”

48“Èmi yóò sì fi òpin sí ìwà ìfẹ́kúfẹ̀ẹ́ ni ilẹ̀ náà, kí gbogbo àwọn obìnrin le gba ìkìlọ̀ kí wọn kí ó ma sì ṣe fi ara wé ọ. 49Ìwọ yóò sì jìyà fún ìfẹ́kúfẹ̀ẹ́ rẹ, ìwọ yóò sì gba àbájáde àwọn ẹ̀ṣẹ̀ panṣágà tí o dá. Nígbà náà ìwọ yóò mọ̀ pé èmi ni Olúwa Olódùmarè.”