गणना 2 – HCV & CCBT

Hindi Contemporary Version

गणना 2:1-34

पड़ाव-व्यवस्था

1याहवेह ने मोशेह तथा अहरोन को यह आज्ञा दी: 2“इस्राएल के वंश प्रत्येक अपने-अपने झंडे के नीचे ही पड़ाव डाला करेंगे. ये झंडे उनके पिता के गोत्रों की निशानी होंगे. वे मिलनवाले तंबू के आस-पास उसकी ओर मुख किए हुए अपने-अपने शिविर खड़े करेंगे.”

3वे, जो अपने शिविर सूर्योदय की दिशा,

पूर्व में स्थापित करेंगे, वह होगा यहूदाह गोत्र, वे अपने शिविर अपने झंडे के नीचे स्थापित करेंगे. यहूदाह के गोत्र का प्रधान होगा अम्मीनादाब का पुत्र नाहशोन. 4उनके सैनिकों की संख्या है 74,600.

5उनके निकट होगा इस्साखार का शिविर. इस्साखार के गोत्र का प्रधान होगा ज़ुअर का पुत्र नेथानेल. 6उसके सैनिकों की संख्या है 54,400.

7इसके बाद होगा ज़ेबुलून का शिविर. ज़ेबुलून गोत्र का प्रधान होगा हेलोन का पुत्र एलियाब 8उसके सैनिकों की संख्या है 57,400.

9यहूदाह के शिविर के लिए गिने गए सैनिक, जिन्हें उनके दलों के अनुसार तैयार किया गया था, वे गिनती में 1,86,400 थे. वे सबसे पहले कूच करेंगे.

10दक्षिण दिशा:

ये रियूबेन के झंडे के नीचे उसके सैनिकों का शिविर होगा तथा रियूबेन गोत्र का प्रधान शेदेउर का पुत्र एलिज़ुर होगा. 11उसके सैनिकों की संख्या है 46,500.

12इसके पास वाला शिविर होगा शिमओन गोत्र का, तथा उनका प्रधान होगा ज़ुरीशद्दाय का पुत्र शेलुमिएल. 13इनके सैनिकों की संख्या है 59,300.

14इसके बाद गाद का गोत्र, और इनका प्रधान था देउएल का पुत्र एलियासाफ़. 15इसके सैनिकों की संख्या है 45,650.

16रियूबेन के शिविर के गिने गए सैनिकों की संख्या है 1,51,450. ये कूच करते हुए दूसरे स्थान पर रहा करेंगे.

17इनके बाद मिलन वाला तंबू और लेवियों का शिविर कूच करेगा. लेवियों का शिविर सारे शिविरों के बीच होगा. जिस प्रकार वे अपने शिविर स्थापित करते हैं, उसी क्रम में वे कूच करेंगे; अपने-अपने झंडों के साथ.

18पश्चिमी दिशा में:

उनके झंडे के नीचे एफ्राईम गोत्र की सेना का शिविर होगा. इनका प्रधान होगा अम्मीहूद का पुत्र एलीशामा. 19उसकी सेना की, गिन कर लिखी गई संख्या है 40,500.

20उसके पास होंगे मनश्शेह के गोत्र. उनका प्रधान था पेदाहज़ुर का पुत्र गमालिएल. 21उनके सैनिकों की संख्या है 32,200.

22इसके बाद बिन्यामिन गोत्र के लोग. उनका प्रधान था गिदयोनी का पुत्र अबीदान. 23उसके सैनिकों की संख्या 35,400 गिनी गई.

24एफ्राईम गोत्र के दलों के अनुसार की गई सैनिकों की गिनती में संख्या है, 1,08,100. यात्रा के अवसर पर वे तीसरे स्थान पर रहेंगे.

25उत्तर दिशा

में उनके झंडे के नीचे दान गोत्र के सैनिकों का स्थान होगा. इनका प्रधान था अम्मीशद्दाय का पुत्र अहीएज़र. 26उसके सैनिकों की संख्या है 62,700.

27इनसे लगा हुआ दूसरा शिविर आशेर गोत्र का होगा. इनका प्रधान था ओखरन का पुत्र पागिएल. 28इसके गिने हुए सैनिकों की संख्या है 41,500

29इसके बाद होगा नफताली गोत्र का शिविर. इनका प्रधान था एनन का पुत्र अहीरा. 30उसके सैनिक गिनती में 53,400 थे.

31दान के सैनिकों की संख्या हुई 1,57,600. वे सभी अपने-अपने झंडे के नीचे सबसे पीछे चला करेंगे.

32ये ही थे सारे इस्राएली, जिनकी गिनती उनके गोत्रों के अनुसार की गई थी. वे सभी, जिनकी गिनती उनके दलों के अनुसार की गई थी, संख्या में 6,03,550 थे. 33किंतु इस गिनती में लेवी नहीं गिने गए, क्योंकि यह मोशेह को दी गई याहवेह की आज्ञा थी.

34इस्राएल के घराने ने यह प्रक्रिया पूरी कर ली. वे मोशेह को दी गई याहवेह की आज्ञा के अनुसार शिविर डाला करते थे, इसी क्रम में अपने-अपने गोत्र के अनुसार अपने-अपने गोत्र और कुटुंब में यात्रा करते थे.

Chinese Contemporary Bible 2023 (Traditional)

民數記 2:1-34

營地的安排

1耶和華對摩西亞倫說: 2以色列人要各歸本旗,按本族的旗號,在會幕四圍稍遠的地方安營。」 3東邊,即日出的方向,是猶大營區及其旗號。猶大人的首領是亞米拿達的兒子拿順4他的隊伍有七萬四千六百人。 5猶大支派旁邊安營的是以薩迦支派,以薩迦人的首領是蘇押的兒子拿坦業6他的隊伍有五萬四千四百人。 7然後是西布倫支派,西布倫人的首領是希倫的兒子以利押8他的隊伍有五萬七千四百人。 9猶大營區的隊伍共計十八萬六千四百人,他們是前隊。

10南邊是呂便營區及其旗號。呂便人的首領是示丟珥的兒子以利蘇11他的隊伍有四萬六千五百人。 12呂便支派旁邊安營的是西緬支派,西緬人的首領是蘇利沙代的兒子示路蔑13他的隊伍有五萬九千三百人。 14然後是迦得支派,迦得人的首領是丟珥的兒子以利雅薩15他的隊伍有四萬五千六百五十人。 16呂便營區的隊伍共計十五萬一千四百五十人,他們是第二隊。 17隨後是會幕和利未人的營區,在其他各營中間。他們各就各位,各歸本旗,照安營時的次序出發。

18西邊是以法蓮營區及其旗號。以法蓮人的首領是亞米忽的兒子以利沙瑪19他的隊伍有四萬零五百人。 20以法蓮支派旁邊是瑪拿西支派,瑪拿西人的首領是比大蘇的兒子迦瑪列21他的隊伍有三萬二千二百人。 22然後是便雅憫支派,便雅憫人的首領是基多尼的兒子亞比但23他的隊伍有三萬五千四百人。 24以法蓮營區的隊伍共計十萬八千一百人,他們是第三隊。

25北邊是營區及其旗號。人的首領是亞米沙代的兒子亞希以謝26他的隊伍有六萬二千七百人。 27支派旁邊安營的是亞設支派,亞設人的首領是俄蘭的兒子帕結28他的隊伍有四萬一千五百人。 29然後是拿弗他利支派,拿弗他利人的首領是以南的兒子亞希拉30他的隊伍有五萬三千四百人。 31營區的隊伍共計十五萬七千六百人,他們是後隊。

32以上是照家係和隊伍統計的各營中的以色列人,共六十萬三千五百五十名。 33照耶和華對摩西的吩咐,利未人沒被統計在以色列人中。

34於是,以色列人照耶和華對摩西的吩咐,各按自己的旗號安營,各按自己的宗族和家係啟行。