希伯來書 1 – CCBT & HCV

Chinese Contemporary Bible 2023 (Traditional)

希伯來書 1:1-14

劃時代的啟示

1在古代,上帝曾藉著先知多次多方向我們的祖先說話, 2在這世界的末期,祂又藉著自己的兒子向我們說話。上帝早已立祂承受萬物,並藉著祂創造了宇宙萬物。 3祂是上帝榮耀的光輝,是上帝本體的真像。祂用自己充滿能力的話語維繫萬物。祂洗淨了世人的罪之後,便坐在天上至高上帝的右邊。 4祂既承受了比天使更高的名,就遠超越天使。

5上帝從未對任何一個天使說:

「你是我的兒子,我今日成為你父親。」1·5 詩篇2·7

或說:

「我要作祂的父親,祂要作我的兒子。」1·5 撒母耳記下7·14歷代志上17·13

6上帝差遣祂的長子到世上來時,卻說:

「上帝的天使都要敬拜祂。」1·6 申命記32·43

7上帝提到天使的時候,只是說:

「祂以風為使者,以火焰為僕役。」1·7 詩篇104·4

8關於這兒子,祂卻說:

「上帝啊,你的寶座永遠長存,

你以公義的杖執掌王權。

9你喜愛公義,憎惡邪惡。

所以上帝,你的上帝,

用喜樂之油膏你,使你超過同伴。」1·9 詩篇45·67

10此外又說:

「主啊,太初你奠立大地的根基,

親手創造諸天。

11天地都要消亡,但你永遠長存。

天地都會像外衣漸漸破舊,

12你要把天地像外衣一樣捲起來。

天地將如衣服一樣被更換,

但你永遠不變,

你的年日永無窮盡。」1·12 詩篇102·25‑27

13上帝從未對任何一個天使說:

「你坐在我的右邊,

等我使你的仇敵成為你的腳凳。」1·13 詩篇110·1

14天使豈不都是服侍的靈,奉差遣為那些將要承受救恩的人服務嗎?

Hindi Contemporary Version

इब्री 1:1-14

पुत्र में परमेश्वर का सारा संवाद

1पूर्व में परमेश्वर ने भविष्यद्वक्ताओं के माध्यम से हमारे पूर्वजों से अनेक समय खण्डों में विभिन्‍न प्रकार से बातें की, 2किंतु अब इस अंतिम समय में उन्होंने हमसे अपने पुत्र के द्वारा बातें की हैं, जिन्हें परमेश्वर ने सारी सृष्टि का वारिस चुना और जिनके द्वारा उन्होंने युगों की सृष्टि की. 3पुत्र ही परमेश्वर की महिमा का प्रकाश तथा उनके तत्व का प्रतिबिंब है. वह अपने सामर्थ्य के वचन से सारी सृष्टि को स्थिर बनाये रखता है. जब वह हमें हमारे पापों से धो चुके, वह महिमामय ऊंचे पर विराजमान परमेश्वर की दायीं ओर में बैठ गए. 4वह स्वर्गदूतों से उतने ही उत्तम हो गए जितनी स्वर्गदूतों से उत्तम उन्हें प्रदान की गई महिमा थी.

पुत्र स्वर्गदूतों से उत्तम हैं

5भला किस स्वर्गदूत से परमेश्वर ने कभी यह कहा:

“तुम मेरे पुत्र हो!

आज मैं तुम्हारा पिता हो गया हूं?”1:5 स्तोत्र 2:7

तथा यह:

“उसका पिता मैं बन जाऊंगा

और वह मेरा पुत्र हो जाएगा?”1:5 2 शमु 7:14; 1 इति 17:13

6और तब, वह अपने पहलौठे पुत्र को संसार के सामने प्रस्तुत करते हुए कहते हैं:

“परमेश्वर के सभी स्वर्गदूत उनके पुत्र की वंदना करें.”1:6 व्यव 32:43

7स्वर्गदूतों के विषय में उनका कहना है:

“वह अपने स्वर्गदूतों को हवा में और अपने सेवकों को

आग की लपटों में बदल देते हैं.”1:7 स्तोत्र 104:4

8परंतु पुत्र के विषय में:

“हे परमेश्वर, आपका सिंहासन अनश्वर है;

आपके राज्य का राजदंड वही होगा, जो सच्चाई का राजदंड है.

9धार्मिकता आपको प्रिय है तथा दुष्टता घृणास्पद;

यही कारण है कि परमेश्वर,

आपके परमेश्वर ने हर्ष के तेल से आपको अभिषिक्त करके आपके समस्त साथियों से ऊंचे स्थान पर बसा दिया है.1:9 स्तोत्र 45:6, 7

10और,

“प्रभु! आपने प्रारंभ में ही पृथ्वी की नींव रखी,

तथा आकाशमंडल आपके ही हाथों की कारीगरी है.

11वे तो नष्ट हो जाएंगे किंतु आप अस्तित्व में ही रहेंगे.

वे सभी वस्त्र समान पुराने हो जाएंगे.

12आप उन्हें वस्त्रों के ही समान परिवर्तित कर देंगे.

उनका अस्तित्व समाप्‍त हो जाएगा.

पर आप न बदलनेवाले हैं,

आपके समय का कोई अंत नहीं.”1:12 स्तोत्र 102:25-27

13भला किस स्वर्गदूत से परमेश्वर ने यह कहा,

“मेरी दायीं ओर में बैठ जाओ

जब तक मैं तुम्हारे शत्रुओं को

तुम्हारे चरणों की चौकी न बना दूं”1:13 स्तोत्र 110:1?

14क्या सभी स्वर्गदूत सेवा के लिए चुनी आत्माएं नहीं हैं कि वे उनकी सेवा करें, जो उद्धार पानेवाले हैं?