腓立比书 3 – CCB & HCV

Chinese Contemporary Bible 2022 (Simplified)

腓立比书 3:1-21

认识基督最宝贵

1此外,弟兄姊妹,你们要靠主喜乐!我再把这些事写给你们,对我来说并不麻烦,对你们却是保障。 2你们要提防那些犬类,提防那些作恶的人,提防那些鼓吹必须受割礼3:2 “割礼”参见创世记17章;希腊文用夸张的字眼描述割礼,有讽刺之意。才能得救的人。 3因为真正受割礼的人是我们这些靠着上帝的灵敬拜、以基督耶稣为荣、不倚靠自身条件的人。 4其实我也可以靠自身的条件。如果别人觉得可以靠自身的条件,我更可以。 5我出生后第八天就受了割礼,我是以色列人,属于便雅悯支派,是地地道道的希伯来人。论守律法,我是法利赛人; 6论热心,我曾经迫害教会;论律法要求的义,我是无可指责的。 7但是为了基督,我从前以为有价值的,现在认为毫无价值。 8不但如此,我看万事都毫无价值,因为认识我主基督耶稣是最宝贵的。我为祂失去了一切,我把失去的一切视为粪土,好得到基督, 9与祂联合。我并非拥有源于律法的义,而是拥有信靠基督而得的义。这义从上帝而来,以信为基础。 10我渴望认识基督和祂复活的大能,与祂一同受苦,甚至到死的地步3:10 “甚至到死的地步”或译“效法祂的死”。11这样我无论如何都可以从死里复活。

直奔标竿

12这并不是说我已经得到了或者纯全了,我还要竭力追求,或许可以达到基督耶稣要我达到的目标。 13弟兄姊妹,我并非以为自己已经得到了,我只专注一件事,就是忘记背后,努力向前, 14直奔目标,要赢得上帝借着基督耶稣从天上呼召我去得的奖赏。 15我们中间成熟的基督徒都应该有这样的看法。即使你们有什么不同看法,上帝也必让你们明白。 16然而,我们长进到什么程度,就照着什么程度去行。

17弟兄姊妹,你们要一同效法我,也要向那些以我们为榜样的人学习。 18我已经多次告诉你们,现在又流着泪提醒你们:有许多人行事为人与基督的十字架为敌。 19他们的神就是自己的肚腹,他们以自己的羞耻为荣,只想着地上的事,他们的结局是灭亡。 20我们却是天上的国民,热切等候从天降临的救主,就是主耶稣基督。 21那时,祂要以降服万物的大能将我们这卑贱的躯体改变成像祂那样荣耀的身体。

Hindi Contemporary Version

फ़िलिप्पॉय 3:1-21

मसीह में विश्वास की धार्मिकता

1इसलिये, प्रिय भाई बहनो, प्रभु में आनंदित रहो. इस विषय पर तुम्हें दोबारा लिखने से मुझे कष्ट नहीं होता परंतु यह तुम्हारी सुरक्षा की योजना है. 2कुत्तों, बुरे काम करनेवालों तथा अंगों के काट-कूट करनेवालों से सावधान रहो. 3क्योंकि वास्तविक ख़तना वाले हम ही हैं, जो परमेश्वर के आत्मा में आराधना करते, मसीह येशु पर गर्व करते तथा शरीर संबंधी कामों पर निर्भर नहीं रहते 4यद्यपि स्वयं मेरे पास शरीर पर भी निर्भर रहने का कारण हो सकता था.

यदि किसी की यह धारणा है कि उसके लिए शरीर पर भरोसा करने का कारण है तो मेरे पास तो कहीं अधिक है: 5आठवें दिन ख़तना, इस्राएली राष्ट्रीयता, बिन्यामिन का गोत्र, इब्रियों में से इब्री, व्यवस्था के अनुसार फ़रीसी; 6उन्माद3:6 उन्माद अत्यधिक अनुराग, उत्साहपूर्ण लगन. में कलीसिया का सतानेवाला और व्यवस्था में बताई गई धार्मिकता के मापदंडों के अनुसार, निष्कलंक.

7जो कुछ मेरे लिए लाभदायक था, मैंने उसे मसीह के लिए अपनी हानि मान लिया है. 8इससे कहीं अधिक बढ़कर मसीह येशु मेरे प्रभु को जानने के उत्तम महत्व के सामने मैंने सभी वस्तुओं को हानि मान लिया है—वास्तव में मैंने इन्हें कूड़ा मान लिया है कि मैं मसीह को प्राप्‍त कर सकूं और मैं उनमें स्थिर हो जाऊं, जिनके लिए मैंने सभी वस्तुएं खो दीं हैं. 9अब मेरी अपनी धार्मिकता वह नहीं जो व्यवस्था के पालन से प्राप्‍त होती है परंतु वह है, जो मसीह में विश्वास द्वारा प्राप्‍त होती है—परमेश्वर की ओर से विश्वास की धार्मिकता. 10ताकि मैं उनकी मृत्यु की समानता में होकर उन्हें, उनके पुनरुत्थान का सामर्थ्य तथा उनकी पीड़ा की सहभागिता को जानूं, 11कि मैं, किसी रीति से, मरे हुओं के पुनरुत्थान का भागी बन जाऊं.

12इसका अर्थ यह नहीं कि मुझे यह सब उपलब्ध हो चुका है या मैंने सिद्धता प्राप्‍त कर ली है, परंतु मैं कोशिश के साथ आगे बढ़ता चला जा रहा हूं कि मुझे वह प्राप्‍त हो जाए, जिसके लिए मसीह येशु ने मुझे पकड़ लिया है. 13मेरे भाइयों और बहनों, मेरे विचार से मैं इसे अब तक पा नहीं सका हूं किंतु हां, मैं यह अवश्य कर रहा हूं: बीती बातों को भुलाते हुए, आगे की ओर बढ़ते हुए, 14मसीह येशु में परमेश्वर की स्वर्गीय बुलावे के ईनाम को प्राप्‍त करने के लिए निशाने की ओर बढ़ता जाता हूं.

स्वर्ग की नागरिकता

15इसलिये हममें से जितने भी आत्मिक क्षेत्र में सिद्ध कहलाते हैं, उनका भी यही विचार हो; किंतु यदि किसी विषय में तुम्हारा मानना अलग है, परमेश्वर उसे तुम पर प्रकट कर देंगे. 16फिर भी हमारा स्वभाव उसी नमूने के अनुसार हो, जहां तक हम पहुंच चुके हैं.

17प्रिय भाई बहनो, अन्यों के साथ मिलकर मेरी सी चाल चलो और उनको पहचानो जिनका स्वभाव उस आदर्श के अनुसार है, जो तुम हममें देखते हो. 18बहुत हैं जिनके विषय में मैंने पहले भी स्पष्ट किया है और अब आंसू बहाते हुए प्रकट कर रहा हूं कि वे मसीह के क्रूस के शत्रु होकर जीते हैं. 19नाश होना ही उनका अंत है, उनका पेट ही उनका ईश्वर है, वे अपनी निर्लज्जता पर गौरव करते हैं, उन्होंने अपना मन पृथ्वी की वस्तुओं में लगा रखा है. 20इसके विपरीत हमारी नागरिकता स्वर्ग में है, जहां से उद्धारकर्ता प्रभु येशु मसीह के आने का हम उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं. 21मसीह येशु अपने उसी सामर्थ्य के प्रयोग के द्वारा, जिससे उन्होंने हर एक वस्तु को अपने अधीन किया है, हमारे कमजोर नश्वर शरीर का रूप बदलकर अपने महिमा के शरीर के समान कर देंगे.