撒迦利亚书 14 – CCB & HCV

Chinese Contemporary Bible 2022 (Simplified)

撒迦利亚书 14:1-21

耶和华的日子

1看啊,耶和华的日子快到了,那时你那里的财物必被抢掠和瓜分。 2因为我必招聚万国去攻打耶路撒冷。那时,城必失守,房屋必被洗劫,妇女必被玷污。半城的人必被掳去,剩下的人必不会从城中被铲除。 3那时,耶和华必出来与万国争战,像从前争战的日子一样。 4到那天,祂的脚必踏在耶路撒冷东面的橄榄山上,这山必从东至西分成两半,一半向北移,一半向南移,中间形成极大的山谷。 5你们要从我的山谷逃跑,因为山谷必延伸到亚萨。你们必逃跑,像犹大乌西雅年间的人躲避大地震一样。我的上帝耶和华必带着所有的圣者降临。 6到那天,将没有光、严寒和冰霜。 7那将是奇特的日子,没有昼夜之分,晚上仍然有光,只有耶和华知道那日何时来临。

8到那天,必有活水从耶路撒冷涌出,一半流向死海,一半流向地中海,冬夏不变。 9耶和华必做普世的王。到那天,必唯祂独尊,唯祂的名独尊。 10迦巴直到耶路撒冷南边的临门,整个地区都要变为平原。从便雅悯门到旧门,再到角门,从哈楠业楼到王的榨酒池,耶路撒冷必仍然矗立在原处。 11城内必有人居住,不再遭毁灭的咒诅。耶路撒冷必安享太平。

12耶和华必降瘟疫给攻打耶路撒冷的万邦,使他们活着的时候皮肉已经腐烂,眼睛烂在眼眶中,舌头烂在口中。 13到那天,耶和华必使他们慌乱不堪,彼此揪住,互相殴打。 14犹大也必在耶路撒冷争战,四围列国的财物,包括大量的金银和衣服,必被收聚起来。 15同样的瘟疫也必降在马匹、骡子、骆驼、驴和营中的其他牲畜身上。

16前来攻打耶路撒冷的万国中的幸存者,必每年上来敬拜大君王万军之耶和华,并且守住棚节。 17地上万族中若有人不上耶路撒冷敬拜大君王万军之耶和华,他们必得不到雨水。 18埃及人若不上来敬拜,也必得不到雨水,耶和华必使他们和不上来守住棚节的列国一样遭受瘟疫。 19这将是埃及和不上来守住棚节的万国所得的惩罚。 20到那天,马铃上也必刻上“耶和华的圣物”的字样。耶和华殿内的锅必像祭坛前的碗一样圣洁。 21耶路撒冷犹大的锅都是万军之耶和华的圣物,来献祭的人都可以用这些锅煮祭肉。到那天,万军之耶和华的殿中必再也没有商人。

Hindi Contemporary Version

ज़करयाह 14:1-21

याहवेह आकर राज्य करते हैं

1हे येरूशलेम, याहवेह का एक ऐसा दिन आनेवाला है, जब तुम्हारी संपत्ति लूट ली जाएगी और तुम्हारे अपने घेरे के अंदर ही बांट ली जाएगी.

2मैं जाति-जाति के लोगों को येरूशलेम के विरुद्ध युद्ध करने के लिए इकट्ठा करूंगा; शहर पर अधिकार कर लिया जाएगा, घर-द्वार लूट लिये जाएंगे, और स्त्रियों से बलात्कार किया जाएगा. शहर की आधी जनसंख्या बंधुआई में चली जाएगी, पर बचे लोग शहर में ही रहेंगे. 3तब याहवेह जाकर उन जातियों के विरुद्ध ऐसे लड़ेंगे जैसे वे युद्ध के दिन लड़ते हैं. 4उस दिन याहवेह येरूशलेम के पूर्व में जैतून पहाड़ पर जा खड़े होंगे, और जैतून पहाड़ पूर्व और पश्चिम दो भाग में बंट जाएगा और बीच में एक बड़ी घाटी बन जाएगी, जिससे आधा पहाड़ उत्तर की ओर तथा आधा पहाड़ दक्षिण की ओर हट जाएगा. 5तब तुम मेरी इस पहाड़ की घाटी से होकर भागोगे, क्योंकि यह घाटी आत्सल तक फैली होगी. तुम ऐसे भागोगे, जैसे तुम यहूदिया के राजा उज्जियाह के दिनों में हुए भूकंप के समय भागे थे. तब याहवेह मेरे परमेश्वर सब पवित्र लोगों के साथ आएंगे.

6उस दिन न तो सूर्य का प्रकाश होगा और न ही ठंडा, कुहरे से भरा अंधेरा. 7वह एक अतुलनीय दिन होगा—ऐसा दिन जिसे सिर्फ याहवेह ही जानते हैं—दिन और रात के बीच कोई अंतर न होगा. जब शाम होगी, तभी प्रकाश होगा.

8उस दिन जीवन का जल येरूशलेम से बह निकलेगा, इसमें का आधा पानी पूर्व से मृत सागर की ओर तथा आधा पानी पश्चिम से भूमध्य सागर की ओर बहेगा, और यह ग्रीष्मकाल और साथ ही साथ शीतकाल में भी बहता रहेगा.

9सारी पृथ्वी पर याहवेह ही राजा होंगे. उस दिन एक ही याहवेह होंगे, और सिर्फ उन्हीं का ही नाम होगा.

10सारी भूमि, गेबा से लेकर येरूशलेम के दक्षिण में रिम्मोन तक अराबाह के समान हो जाएगी. परंतु बिन्यामिन द्वार से लेकर पहले द्वार के लिए चिन्हित स्थान तक, तथा कोने के द्वार तक और हनानेल के मीनार से लेकर राजा के रसकुण्डों तक येरूशलेम को ऊंचा उठाया जाएगा, और यह अपने स्थान में बना रहेगा. 11लोग आकर इसमें बसेंगे; और यह फिर कभी नाश नहीं किया जाएगा. येरूशलेम सुरक्षित होगा.

12वे जनता, जिन्होंने येरूशलेम से युद्ध किया है, उन सब पर याहवेह ऐसी महामारी लायेंगे कि जब वे अपने पैरों पर खड़े ही होंगे तो उनका मांस सड़ जाएगा, उनकी आंखें उनके गोलकों में ही सड़ जाएंगी, और उनकी जीभ उनके मुंह में ही सड़ जाएगी. 13उस दिन याहवेह की ओर से लोगों में बड़े आतंक के साथ घबराहट फैलेगी. वे एक दूसरे को हाथ से पकड़कर एक दूसरे पर वार करेंगे. 14यहूदिया भी आकर येरूशलेम में लड़ेगा. आस-पास की सभी जनताओं की संपत्ति इकट्ठी की जाएगी—जिसमें बहुत सारा सोना, चांदी और कपड़ा होगा. 15घोड़ों, खच्चरों, ऊंटों, गधों और उन शिविरों में सब पशुओं पर भी इसी प्रकार की महामारी आ पड़ेगी.

16तब वे सब जनता, जिन्होंने येरूशलेम पर आक्रमण किया था, उनमें से बचे लोग हर साल येरूशलेम जाकर राजा, सर्वशक्तिमान याहवेह की आराधना करेंगे, और तंबुओं का त्योहार मनायेंगे. 17और यदि पृथ्वी के लोगों में से कोई भी राजा, सर्वशक्तिमान याहवेह की आराधना करने के लिये येरूशलेम नहीं जाएगा, तो उनके यहां वर्षा न होगी. 18यदि मिस्र के लोग आराधना और उत्सव में भाग लेने के लिये नहीं जाएंगे, तो उनके यहां भी वर्षा न होगी. याहवेह उन पर वह महामारी लायेगा, जो वह उन जनताओं पर लाता है, जो तंबुओं का उत्सव मनाने नहीं जाते हैं. 19यह मिस्र देश के लोगों की सजा और उन सब जनताओं की सजा होगी, जो तंबुओं का उत्सव मनाने नहीं जाते हैं.

20उस दिन घोड़ों की गर्दन में लटकी घण्टियों पर ये शब्द खुदे हुए होंगे, “याहवेह के लिए पवित्र,” और याहवेह के भवन में भोजन पकाने के बर्तन, वेदी के सामने रखे पवित्र कटोरों के समान होंगे. 21येरूशलेम और यहूदिया में हर एक बर्तन सर्वशक्तिमान याहवेह के लिये पवित्र होगा, और वे सब जो बलि चढ़ाने के लिए आएंगे, वे उन बर्तनों में से कुछ को लेंगे और उनमें पकायेंगे. और उस दिन सर्वशक्तिमान याहवेह के भवन में फिर कोई कनानी (व्यापारी) न होगा.