希伯来书 5 – CCB & HCV

Chinese Contemporary Bible 2022 (Simplified)

希伯来书 5:1-14

1凡从人间选出来的大祭司,都是受委任代表人办理与上帝有关的事,为人的罪向上帝献上礼物和赎罪祭。 2他能体谅那些无知和迷失的人,因为他自己也受制于人性的软弱。 3所以,他不但要为众人的罪献祭,也要为自己的罪献祭。 4没有人能自取这大祭司的尊荣,只有像亚伦一样蒙上帝呼召的人才可以做大祭司。

5同样,基督也没有自取荣耀做大祭司,是上帝对祂说:

“你是我的儿子,

我今日成为你父亲。”5:5 诗篇2:7

6在圣经的另一处,上帝又说:

“你照麦基洗德的模式永远做祭司。”5:6 诗篇110:4

7基督在世为人的时候,曾经声泪俱下地祈求能救祂脱离死亡的上帝。祂因为敬虔而蒙了应允。 8基督虽然是上帝的儿子,仍然从所受的苦难中学习了顺服。 9祂既然达到了纯全的地步,就成了所有顺服祂的人得到永恒救恩的源头, 10并且被上帝照麦基洗德的模式立为大祭司。

信徒要长进

11关于这方面的事,我们还有很多话要说,但因为你们已经听不进去,很难向你们解释。 12按你们学习的时间来算,你们本该做别人的老师了,可惜你们还需要别人向你们传授上帝话语的基本道理,成了不能吃干粮、只能吃奶的人。 13因为只能吃奶的人还是婴孩,不熟习公义之道。 14干粮是给成年人吃的,他们的心思历经锻炼,能够分辨善恶。

Hindi Contemporary Version

इब्री 5:1-14

1हर एक महापुरोहित मनुष्यों में से चुना जाता है और मनुष्यों के ही लिए परमेश्वर से संबंधित संस्कारों के लिए चुना जाता है कि पापों के लिए भेंट तथा बलि दोनों चढ़ाया करे. 2उसमें अज्ञानों तथा भूले-भटकों के साथ नम्र व्यवहार करने की क्षमता होती है क्योंकि वह स्वयं भी निर्बलताओं के अधीन है. 3इसलिये यह आवश्यक हो जाता है कि वह पापों के लिए बलि चढ़ाया करे—लोगों के लिए तथा स्वयं अपने लिए. 4किसी भी व्यक्ति को यह सम्मान अपनी कोशिश से नहीं परंतु परमेश्वर की बुलाहट द्वारा प्राप्‍त होती है, जैसे हारोन को.

5इसी प्रकार मसीह ने भी महापुरोहित के पद पर बैठने के लिए स्वयं को ऊंचा नहीं किया परंतु उन्होंने, जिन्होंने उनसे यह कहा,

“तुम मेरे पुत्र हो;

आज मैं तुम्हारा पिता हुआ हूं.”5:5 स्तोत्र 2:7

6जैसा उन्होंने दूसरी जगह भी कहा है,

“तुम मेलखीज़ेदेक की शृंखला में,

एक अनंत काल के पुरोहित हो.”5:6 स्तोत्र 110:4

7अपने देह में रहने के समय में उन्होंने ऊंचे शब्द में रोते हुए, आंसुओं के साथ उनके सामने प्रार्थनाएं और विनती की, जो उन्हें मृत्यु से बचा सकते थे, उनकी परमेश्वर में भक्ति के कारण उनकी प्रार्थनाएं स्वीकार की गई. 8पुत्र होने पर भी, उन्होंने अपने दुःख उठाने से आज्ञा मानने की शिक्षा ली. 9फिर, सिद्ध घोषित किए जाने के बाद वह स्वयं उन सबके लिए, जो उनकी आज्ञाओं का पालन करते हैं, अनंत काल उद्धार का कारण बन गए; 10क्योंकि वह परमेश्वर द्वारा मेलखीज़ेदेक की श्रृंखला के महापुरोहित चुने गए थे.

शिक्षा में अपेक्षित प्रगति

11हमारे पास इस विषय में कहने के लिए बहुत कुछ है तथा इसका वर्णन करना भी कठिन काम है क्योंकि तुम अपनी सुनने की क्षमता खो बैठे हो. 12समय के अनुसार तो तुम्हें अब तक शिक्षक बन जाना चाहिए था किंतु अब आवश्यक यह हो गया है कि कोई तुम्हें दोबारा परमेश्वर के ईश्वरीय वचनों के शुरू के सिद्धांतों की शिक्षा दे. तुम्हें ठोस आहार नहीं, दूध की ज़रूरत हो गई है! 13वह जो मात्र दूध का सेवन करता है, धार्मिकता की शिक्षा से अपरिचित है, क्योंकि वह शिशु है. 14ठोस आहार सयानों के लिए होता है, जिन्होंने लगातार अभ्यास के द्वारा अपनी ज्ञानेन्द्रियों को इसके प्रति निपुण बना लिया है कि क्या सही है और क्या गलत.